टीम इंडिया के सामने 50 ओवर तक कौन टिकेगा?

नई दिल्ली:

ऑकलैंड के पहले घंटे में भारतीय गेंदबाज़ों का ही दबदबा देखने को मिला। उससे ये साफ होने लगा था कि लगातार छठे मैच में भारत के सामने विपक्षी टीम पूरे 50 ओवर तक नहीं टिक पाएगी, लेकिन तुरंत ही ब्रैंडन टेलर और शान विलियम्स ने मोर्चा संभाल लिया।

तब उम्मीद बंधी कि क्या पता जिम्बाब्वे की टीम वह कमाल कर दिखाए जो भारत के खिलाफ कोई टीम नहीं कर सकी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। 48.5वें ओवर में ही जिम्बाब्वे की पूरी टीम 287 रनों पर सिमट गई। इसके साथ ही भारतीय गेंदबाज़ों का वो रिकॉर्ड कायम रहा, जो वह इस वर्ल्ड कप के दौरान बनाते आ रहे हैं।

टीम इंडिया इस वर्ल्ड कप के दौरान अपनी विपक्षी टीम को 50 ओवर से पहले ऑलआउट करने का कारनामा दिखा रही है। लगातार छठे मैच में भी भारतीय गेंदबाज़ों ने ये करिश्मा कर दिखाया है। इससे पहले हैमिल्टन आयरलैंड की टीम 49वें ओवर में आल आउट हो गई थी। आयरलैंड ने भारत के खिलाफ 49 ओवरों में 259 रन बनाए थे।

जिम्बाब्वे की टीम आयरलैंड के मुक़ाबले एक गेंद पहले ही ऑलआउट हुई, लेकिन उसने इस वर्ल्ड कप में भारत के खिलाफ सबसे बड़ा स्कोर जरूर बना दिया।

पहले मैच में पाकिस्तान की टीम भारतीय गेंदबाजों के सामने 47 ओवरों तक टिक पाई थी। वहीं दूसरे मैच में दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज़ 42वें ओवर में सिमट गए। वहीं संयुक्त अरब अमीरात के सामने भारतीय गेंदबाज़ों ने 32वें ओवर तक ही गेंदबाज़ी की।

जबकि चौथे मैच में वेस्टइंडीज़ की टीम 45 ओवरों तक बल्लेबाज़ी कर सकी। भारत के पहले चार मुक़ाबले ऑस्ट्रेलियाई मैदानों पर खेले गए, जहां कोई भी टीम भारत के सामने 225 रन तक नहीं पहुंच सकी।

पांचवें मैच में हैमिल्टन में आयरलैंड 259 रनों तक पहुंची, जिसके बाद ऑकलैंड में जिंबाब्वे की टीम 287 रनों तक पहुंचने में कामयाब रही।

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ऐसे में साफ है कि इस वर्ल्ड कप के दौरान टीम इंडिया के गेंदबाज़ों के सामने 50 ओवर तक टिक पाना कोई आसान खेल नहीं।