
- वियान मुल्डर ने जिम्बाब्वे के खिलाफ टेस्ट में नाबाद 367 रनों की पारी खेली.
- यह पारी मुल्डर को टेस्ट क्रिकेट में पांचवा सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर बनाने वाला बल्लेबाज बनाती है.
- उन्होंने 49 चौके और 4 छक्के लगाए, लेकिन 400 का विश्व रिकॉर्ड तोड़ने का मौका जाने दिया.
- मुल्डर ने टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक बनाने वाले 29वें बल्लेबाज बनने का मुकाम हासिल किया.
Who is Wiaan Mulder: अपने 21वें टेस्ट में पहली बार दक्षिण अफ्रीका की कप्तानी कर रहे वियान मुल्डर ने जिम्बाब्वे के खिलाफ बुलावायो में 334 गेंदों में नाबाद 367 रनों की पारी खेली. इस पारी के दम पर वियान मुल्डर टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर करने वाले पांचवें बल्लेबाज बन गए. उनकी पारी में 49 चौके और चार छक्के शामिल थे. वियान मुल्डर के पास ब्रायन लारा का 400 रनों का वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ने का मौका था और वो ही कप्तान थे, लेकिन उन्होंने पारी घोषित करने का फैसला लिया. हालांकि, इससे पहले, उन्होंने कई रिकॉर्ड अपने नाम किए. बता दें, दक्षिण अफ्रीका ने दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन लंच ब्रेक के दौरान 5 विकेट पर 626 रन बनाकर पारी घोषित की थी.
वियान मुल्डर टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक बनाने वाले 29वें टेस्ट क्रिकेटर हैं और 2012 में हाशिम अमला (311*) के बाद केवल दूसरे दक्षिण अफ्रीकी. पहले दिन स्टंप्स पर मुल्डर ने नाबाद 264 रन बना लिए थे. मुल्डर ने दूसरे दिन के पहले घंटे में 297 गेंदों पर अपना तिहरा शतक पूरा किया. यह टेस्ट क्रिकेट में दूसरा सबसे तेज तिहरा शतक है. टेस्ट में सबसे तेज तिहरा शतक लगाने का रिकॉर्ड वीरेंद्र सहवाग के नाम है, जिन्होंने 2008 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 278 गेंदों में अपना तिहरा शतक जड़ा.
तिहरा शतक जड़ने के बाद मुल्डर ने अपने अगले 67 रनों तक पहुंचने के लिए केवल 37 गेंदें ली. मुल्डर अब टेस्ट में सबसे बड़ी पारी खेलने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में पांचवें स्थान पर हैं. उनसे आगे केवल महेला जयवर्धने (374), ब्रायन लारा (375), मैथ्यू हेडन (380) और लारा (400*) हैं.

कौन है वियान मुल्डर
केशव महाराज को ज़िम्बाब्वे के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए कप्तान नियुक्त किया गया था, लेकिन वो चोटिल होने के चलते बाहर हैं. ऐसे में वियान मुल्डर कार्यवाहक कप्तान हैं. 19 साल की उम्र में ही 2017 में बांग्लादेश के खिलाफ अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले वियान मुल्डर ने छोटी उम्र से ही अपनी प्रतिभा की झलक दिखानी शुरू कर दी थी.
दक्षिण अफ्रीकी सर्किट में जब विशेषज्ञ खिलाड़ियों को मौका दिया जा रहा था, तब वियान मुल्डर ने सबको प्रभावित किया था. उन्होंने अंडर-13 क्रिकेट में अपना जलवा दिखाया. इसके बाद वह 2016 अंडर-19 वर्ल्ड कप में दक्षिण अफ्रीका के लिए सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज थे. और जब वह स्कूल में थे, तब उन्होंने फर्स्ट क्लास डेब्यू कर चुके थे.
दक्षिण अफ्रीकी सर्किट में लायंस के लिए अपना डेब्यू करने से पहले ही वियान मुल्डर की चर्चा शुरू हो चुकी थी. उस समय लायंस के कोच जेफ्री टोयाना ने एक स्कूली छात्र ऑलराउंडर के बारे में सुना था, जो फ्रेंचाइजियों को आकर्षित कर रहा था. इसलिए वह यह देखने के लिए दक्षिण अफ्रीका के सबसे प्रतिष्ठित स्कूलों में से एक, सेंट स्टिथियंस में गए थे कि आखिर चर्चा क्यों है.
जेफ्री टोयाना इस बच्चे से इतना प्रभावित हुए थे कि उन्होंने लायंस की प्लेइंग इलेवन की उनकी जगह कंफर्म बताई. ईएसपीएनक्रिकइन्फो के अनुसार, जेफ्री टोयाना ने कहा,"मुझे याद है कि मैंने उनसे कहा था कि हमारे पास लायंस में ज्यादा ऑलराउंडर नहीं हैं और अगर ड्वेन प्रिटोरियस को प्रोटियाज टीम द्वारा चुना जाता है, तो [मुल्डर] अगला खिलाड़ी होगा." "एक सप्ताह के भीतर ड्वेन का चयन हो गया और भले ही वियान उस समय अपनी स्कूल परीक्षाओं में व्यस्त था, मैं अपनी बात से पीछे नहीं हट सकता था."

वियान मुल्डर ने इसके बाद केप कोबरा के खिलाफ अपना डेब्यू किया. उन्होंने दूसरी पारी में गेंदबाजी की और पहली पारी में तीन विकेट लिए. मुल्डर ने इस दौरान अपनी पढ़ाई नहीं छोड़ी थी और वो स्कूल यूनिफॉर्म में ही खेलने पहुंच जाते थे. वियान मुल्डर ने अपने शुरुआती मैचों में ही अपना छाप छोड़ी. उन्होंने डोलफिंस के खिलाफ 25 रन देकर 7 विकेट झटके. इसके एक हफ्ते बाद ही उन्होंने अपना पहला प्रथम श्रेणी शतक बनाया.
टोयाना ने कहा,"उसे पढ़ाई के लिए अपनी किताबें चेंज रूम में लानी पड़ीं." "और हम सभी देख सकते थे कि वह प्रतिभाशाली था. वह बल्लेबाजी कर सकता था, वह गेंदबाजी कर सकता था, और मैं उसे नंबर 5 पर इस्तेमाल करने की योजना बना रहा था."
हालांकि मूल्डर एक मंहगे स्कूल में गए, लेकिन उनका परिवार काफी साधारण है. उनके माता-पिता आर्थिक रूप से अधिक मजबूत नहीं थे और उन्होंने अपने सभी संसाधन यह सुनिश्चित करने में लगा दिए कि मूल्डर और उनके छोटे भाई को सर्वोत्तम अवसर मिले.
मुल्डर ने 19 साल की उम्र में बांग्लादेश के खिलाफ अपना वनडे डेब्यू किया और 2017 और 2019 के बीच 10 मैच खेले लेकिन खुद को उस टीम में स्थापित करने में असफल रहे. इसके बजाय उन्होंने 2019 में अपनी पहली टेस्ट कैप हासिल की और काउंटी सर्किट पर उनके नियमित प्रदर्शन के कारण उन्हें रेड-बॉल टीम में जगह मिली. मुल्डर ने 2019 में केंट के लिए और 2022 से लीसेस्टरशायर के लिए खेला. वह 2022 में लीसेस्टरशायर के दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे.
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