करुण नायर (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ़ खेली 303 रनों की पारी की यादें बहुत तेज़ी से धुंधली होने लगी हैं. सहवाग के बाद तिहरा शतक लगाने वाले दूसरे भारतीय करुण नायर उम्मीदों पर खरे नहीं उतर रहे. उनके बल्ले से एक अच्छी पारी का इंतज़ार लंबा होता जा रहा है. धर्मशाला टेस्ट की पहली पारी में भी वो टीम के कोई काम नहीं आ सके. इस टेस्ट में वो डेविड वॉर्नर का कैच भी टपका चुके हैं. कोच कुंबले की वो पंसद हैं लेकिन हर मैच में वो निराश कर टीम की मुसीबत बढ़ा रहे हैं. इस सीरीज़ के 3 टेस्ट मैचों में उन्होंने सिर्फ़ 54 रन बनाए हैं. इस सीरीज़ की चार पारियों में उन्होंने 26, 0, 23 और 5 रन बनाए हैं.
जिस तरीके से वो कभी तेज़ गेंदबाज़ तो कभी स्पिनर का शिकार हो रहे हैं उससे उनकी तकनीक और टेंपरामेंट दोनों पर सवाल उठते हैं. सुनील गावस्कर का कहना है कि "वो ग्राउंड फील्डिंग भी अच्छी नहीं करते. उनके हावभाव से ये नहीं दिखाता कि वो संजीदा हैं, धर्मशाला टेस्ट की दूसरी पारी में भी वो नहीं चले तो उनके लिए टीम में जगह बनाए रखना मुश्किल होगा." धर्मशाला में उन्हें एक बार फिर बल्लेबाज़ी का मौका मिलेगा और शायद आख़िरी बार क्योंकि मिडिल ऑर्डर में उनकी जगह के दावेदार कई है.
जिस तरीके से वो कभी तेज़ गेंदबाज़ तो कभी स्पिनर का शिकार हो रहे हैं उससे उनकी तकनीक और टेंपरामेंट दोनों पर सवाल उठते हैं. सुनील गावस्कर का कहना है कि "वो ग्राउंड फील्डिंग भी अच्छी नहीं करते. उनके हावभाव से ये नहीं दिखाता कि वो संजीदा हैं, धर्मशाला टेस्ट की दूसरी पारी में भी वो नहीं चले तो उनके लिए टीम में जगह बनाए रखना मुश्किल होगा." धर्मशाला में उन्हें एक बार फिर बल्लेबाज़ी का मौका मिलेगा और शायद आख़िरी बार क्योंकि मिडिल ऑर्डर में उनकी जगह के दावेदार कई है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं