यह ख़बर 30 मई, 2013 को प्रकाशित हुई थी

हमें पांच विशेषज्ञ गेंदबाजों के साथ खेलने पर बाध्य होना होगा: धोनी

खास बातें

  • कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि नये वन-डे नियमों और इंग्लैंड में हालातों को देखते हुए भारत को आगामी चैम्पियंस ट्राफी में पांच विशेषज्ञ गेंदबाजों के साथ खेलने पर बाध्य होना पड़ेगा।
बर्मिंघम:

कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि नये वन-डे नियमों और इंग्लैंड में हालातों को देखते हुए भारत को आगामी चैम्पियंस ट्राफी में पांच विशेषज्ञ गेंदबाजों के साथ खेलने पर बाध्य होना पड़ेगा।

धोनी ने यहां टूर्नामेंट से पहले होने वाली प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘उप-महाद्वीप की परिस्थितियों को देखते हुए यहां के हालात काफी अलग हैं। हमें टीम संयोजन पर विचार करना होगा और देखना होगा कि किस तरह गेंदबाज हम इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन परिस्थितियां और नये नियम हमें पांच गेंदबाजों के साथ खेलने पर बाध्य करेंगे।’’ उन्होंने स्वीकार किया कि आलराउंडर रविंद्र जडेजा अहम भूमिका निभायेंगे।

भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘हमें टीम में जिस तरह का संतुलन चाहिए, जडेजा वह प्रदान करेगा। वह टीम के लिये बहुत अहम साबित होगा, जो स्पिन गेंदबाज के रूप में 10 ओवर फेंक सकता है और निचले क्रम पर बल्लेबाजी कर सकता है।’’ धोनी ने कहा, ‘‘हम उम्मीद कर रहे हैं कि जडेजा आक्रामक प्रदर्शन करेगा। वैसे हमारे पास कुछ अन्य खिलाड़ी भी हैं।’’

इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सरजमीं पर वन-डे सीरीज के दौरान रोहित शर्मा को पारी का आगाज करने के लिये भेजा गया लेकिन धोनी ने संकेत दिया कि मुरली विजय और शिखर धवन टूर्नामेंट में पारी की शुरूआत करेंगे। कप्तान ने कहा, ‘‘शिखर और विजय की टीम में वापसी करना अच्छा है।

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इन दोनों ने अच्छी टीमों के खिलाफ टेस्ट मैचों में रन जुटाये हैं। विजय ने आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन किया जबकि शिखर ने भी चोट के बाद वापसी करते हुए ठीक प्रदर्शन किया। विशेषज्ञ सलामी बल्लेबाजों से शुरूआत कराना हमेशा बेहतर होता है। रोहित हमारे लिये ‘बैक-अप’ विकल्प होगा जबकि मैं दिनेश को विशेषज्ञ मध्यक्रम बल्लेबाज मानता हूं।’’ जब से नये नियम लागू किये गये हैं, तब से भारतीय टीम पहली बार उप-महाद्वीप के बाहर खेल रही है और धोनी इससे थोड़े चिंतित थे।

धोनी ने कहा, ‘‘हमें देखना होगा कि हमें किस तरह की टीम मिली है। कितनी तेजी से खिलाड़ी सांमजस्य बिठाते हैं। हमें अपनी टीम में प्रतिभा को देखते हुए अपनी टीम के संयोजन की योजना बनानी होगी। अभी तक टीम में कोई खिलाड़ी चोटिल नहीं है और पूरी टीम का फिट होना हमेशा ही महत्वपूर्ण होता है ताकि आपको अपनी दोयम दर्जे की अंतिम एकादश उतारने के लिये बाध्य नहीं होना पड़े। ’’