विराट कोहली (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
टीम इंडिया श्रीलंकाई जमीन पर टेस्ट सीरीज जीतकर लौट आई है। एक कामयाब दौरे के बाद टीम का आत्मविश्वास साफ झलक रहा है। तीन हफ्ते के दौरे के बाद टीम के लिए कई बातें सामने निकलकर आईं।
सीरीज के दौरान विराट कोहली ने दिखाया कि कप्तानी के दबाव में उनकी बल्लेबाजी बिखरती नहीं है, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या टीम पूरी तरह से संतुलित दिखे।
टीम इंडिया की चुनौती
टीम इंडिया को अगली सीरीज दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेलनी है। वो भी भारतीय मैदानों पर ही...मजबूत टीम की चुनौती को देखते हुए टीम इंडिया में अभी भी कुछ पहलूओं पर ध्यान देने की जरूरत है।
ओपनिंग का सवाल
मौजूदा टेस्ट टीम में मुरली विजय, शिखर धवन और लोकेश राहुल के तौर पर तीन ओपनर हैं। चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे भी ओपनिंग की जिम्मेदारी को निभा सकते हैं। श्रीलंकाई दौरे पर भारत के तीन ओपनरों ने शतक भी बनाए। इसके बावजूद तीन टेस्ट मैचों की छह पारियों में टीम इंडिया को कभी ठोस शुरुआत नहीं मिली। ओपनरों की सबसे बड़ी साझेदारी 14 रन की रही। ऐसे में इस पहलू को दुरुस्त करना होगा।
स्पिन को खेलना सिरदर्द बना
सीरीज के पहले मुकाबले यानी गॉल टेस्ट में रंगना हेरथ भारतीय बल्लेबाज़ों के लिए सिरदर्द साबित हुए। ये कोई पहला मौका नहीं था जब भारतीय बल्लेबाज़ स्पिनर के सामने घुटने टेकने पर मजबूर हुए बल्कि पिछली कई सीरीज़ों में ये दिखा कि स्पिनर भारतीय बल्लेबाज़ों के लिए बड़ी मुश्किल बनते रहे हैं...
नंबर छह का सवाल
टेस्ट टीम में ऑलराउंडर की भूमिका अब तक तय नहीं हो पाई। स्टुअर्ट बिन्नी और रविंदर जडेजा अब तक मिले मौके का पर खुद को साबित नहीं कर पाए हैं। एमएस धोनी की गैर-मौजूदगी के चलते यहां पर एक बैटिंग ऑलराउंडर की कमी टीम को खल रही है, लेकिन इस जगह को भरने के लिए कोई उपयुक्त दावेदार तक नहीं दिख रहा है।
तेज गेंदबाजी की मुश्किल
श्रीलंका के खिलाफ सीरीज़ के दौरान टीम इंडिया के सबसे कामयाब तेज गेंदबाज़ ईशांत शर्मा रहे, लेकिन खराब व्यवहार के चलते उन पर एक मैच की पाबंदी लग गई और नो बॉल फेंकने की उनकी समस्या बनी हुई है। उमेश यादव जब तेज गेंदबाज़ी की कोशिश करते हैं तो उनकी लाइन लेंथ गड़बड़ा जाती है और फिटनेस की समस्या पर भी इन्हें ध्यान देना होगा।
सीरीज के दौरान विराट कोहली ने दिखाया कि कप्तानी के दबाव में उनकी बल्लेबाजी बिखरती नहीं है, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या टीम पूरी तरह से संतुलित दिखे।
टीम इंडिया की चुनौती
टीम इंडिया को अगली सीरीज दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेलनी है। वो भी भारतीय मैदानों पर ही...मजबूत टीम की चुनौती को देखते हुए टीम इंडिया में अभी भी कुछ पहलूओं पर ध्यान देने की जरूरत है।
ओपनिंग का सवाल
मौजूदा टेस्ट टीम में मुरली विजय, शिखर धवन और लोकेश राहुल के तौर पर तीन ओपनर हैं। चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे भी ओपनिंग की जिम्मेदारी को निभा सकते हैं। श्रीलंकाई दौरे पर भारत के तीन ओपनरों ने शतक भी बनाए। इसके बावजूद तीन टेस्ट मैचों की छह पारियों में टीम इंडिया को कभी ठोस शुरुआत नहीं मिली। ओपनरों की सबसे बड़ी साझेदारी 14 रन की रही। ऐसे में इस पहलू को दुरुस्त करना होगा।
स्पिन को खेलना सिरदर्द बना
सीरीज के पहले मुकाबले यानी गॉल टेस्ट में रंगना हेरथ भारतीय बल्लेबाज़ों के लिए सिरदर्द साबित हुए। ये कोई पहला मौका नहीं था जब भारतीय बल्लेबाज़ स्पिनर के सामने घुटने टेकने पर मजबूर हुए बल्कि पिछली कई सीरीज़ों में ये दिखा कि स्पिनर भारतीय बल्लेबाज़ों के लिए बड़ी मुश्किल बनते रहे हैं...
नंबर छह का सवाल
टेस्ट टीम में ऑलराउंडर की भूमिका अब तक तय नहीं हो पाई। स्टुअर्ट बिन्नी और रविंदर जडेजा अब तक मिले मौके का पर खुद को साबित नहीं कर पाए हैं। एमएस धोनी की गैर-मौजूदगी के चलते यहां पर एक बैटिंग ऑलराउंडर की कमी टीम को खल रही है, लेकिन इस जगह को भरने के लिए कोई उपयुक्त दावेदार तक नहीं दिख रहा है।
तेज गेंदबाजी की मुश्किल
श्रीलंका के खिलाफ सीरीज़ के दौरान टीम इंडिया के सबसे कामयाब तेज गेंदबाज़ ईशांत शर्मा रहे, लेकिन खराब व्यवहार के चलते उन पर एक मैच की पाबंदी लग गई और नो बॉल फेंकने की उनकी समस्या बनी हुई है। उमेश यादव जब तेज गेंदबाज़ी की कोशिश करते हैं तो उनकी लाइन लेंथ गड़बड़ा जाती है और फिटनेस की समस्या पर भी इन्हें ध्यान देना होगा।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं