विराट कोहली (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
भारतीय कप्तान विराट कोहली और पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की टीम के लिये वेतन बढ़ाने की मांग को गुरुवार को प्रशासकों की समिति (सीओए) ने स्वीकार कर लिया है, जिन्होंने व्यवस्त कार्यक्रम के मुद्दे पर उनसे जानकारी भी हासिल की. कोहली और धोनी ने राष्ट्रीय कोच रवि शास्त्री के साथ मिलकर गुरुवार को सीओए प्रमुख विनोद राय, डायना इडुल्जी और बीसीसीआई मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी से यहां मुलाकात की.
राय ने दो घंटे से ज्यादा देर तक चली बैठक के बाद पत्रकारों से कहा, 'हमने उन मुद्दों पर खिलाड़ियों से काफी विस्तार में चर्चा की जो सीधे उनसे संबंधित हैं, जिसके अंतर्गत उन्हें कितने मैच खेलने हैं, भविष्य दौरा कार्यक्रम (एफटीपी) और मुआवजे का पैकेज आदि मामले आते हैं.' उन्होंने कहा, 'उन्हें हमें जितनी भी जानकारी देनी थी, वो हमें मिल गयी है और हम इनके अनुसार ही काम करेंगे. प्रस्तुति दी जा चुकी है और एफटीपी के साथ उनका समझौता है ताकि उन्हें आराम मिल सके. दिनों की संख्या के बारे में मैं आपको नहीं बता सकता क्योंकि हमने अभी इस पर फैसला नहीं किया है.'
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जहां तक मौजूदा भुगतान ढांचे का संबंध है तो ग्रेड ए से अनुबंधित खिलाड़ियों को सालाना दो करोड़ रूपये मिलते हैं, ग्रेड बी से अनुबंधित खिलाड़ियों को एक करोड़ रूपये दिये जाते हैं जबकि ग्रेड सी में खिलाड़ियों के लिये प्रत्येक वर्ष 50 लाख रूपये रखे गये हैं. अंतिम एकादश खिलाड़ियों के लिये प्रत्येक टेस्ट मैच की फीस 15 लाख रूपये है जबकि उन्हें वनडे और टी20 में क्रमश: छह लाख और तीन लाख रूपये दिये जाते हैं. जो खिलाड़ी अंतिम एकादश में शामिल नहीं होते लेकिन टीम का हिस्सा होते हैं, उन्हें इस राशि का आधा दिया जाता है.
पूर्व कोच अनिल कुंबले ने सीओए को दिये प्रस्तुतिकरण में ग्रेड ए खिलाड़ियों के लिये पांच करोड़ की मांग की थी. नये भुगतान ढांचे में फीस की राशि के बारे में अभी पता नहीं चल सका है. राय ने कहा, 'यह एक महत्वपूर्ण कदम था, हमें लगता है कि हम इस पर सहमत थे और हमने खेल की बेहतरी के लिये सोच विचार किया जिसमें वो नीतियां शामिल थीं जिनके अंतर्गत खिलाड़ियों का वेतन आता था और एफटीपी पर काम किया जायेगा.'
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विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि भारतीय टीम को अगले साल जुलाई और सितंबर के बीच में इंग्लैंड से पूर्ण सीरीज खेलनी थी, अब वह परिस्थितियों के अनुरूप ढलने के लिये दो हफ्ते पहले वहां जायेगी. ऐसा कोहली की दक्षिण अफ्रीका के अहम दौरे के लिये तैयारी के लिये समय नहीं पाने की शिकायत के बाद हुआ है जिसके लिये टीम केा 27 दिसंबर को रवाना होना था, जो श्रीलंका के खिलाफ खत्म हो रही घरेलू श्रृंखला के दो दिन बाद ही है.
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प्रस्तावित वेतन बढ़ोतरी के बारे में राय ने वेतन ढांचे के बारे में नहीं बताया लेकिन कहा कि कोहली और धोनी दोनों इससे सहमत थे. पूर्व कैग प्रमुख ने कहा, 'प्रत्येक खिलाड़ी को जितना वेतन मिलेगा, वह अब राजस्व के हिसाब से होगा. इसे सैद्धांतिक रूप से स्वीकार कर लिया गया है. अब यह सिर्फ संख्या का सवाल है.' जब उनसे पूछा गया कि लाल और सफेद गेंद के विशेषज्ञों के लिये अलग ढांचा होगा तो राय ने कहा, 'इस मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं हुई.' उन्होंने दावा किया कि उन्हें उन रिपोर्टों की कोई जानकारी नहीं है कि इंडियन प्रीमियर लीग का दूरदर्शन पर सीधा प्रसारण किया जायेगा.'
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राय ने दो घंटे से ज्यादा देर तक चली बैठक के बाद पत्रकारों से कहा, 'हमने उन मुद्दों पर खिलाड़ियों से काफी विस्तार में चर्चा की जो सीधे उनसे संबंधित हैं, जिसके अंतर्गत उन्हें कितने मैच खेलने हैं, भविष्य दौरा कार्यक्रम (एफटीपी) और मुआवजे का पैकेज आदि मामले आते हैं.' उन्होंने कहा, 'उन्हें हमें जितनी भी जानकारी देनी थी, वो हमें मिल गयी है और हम इनके अनुसार ही काम करेंगे. प्रस्तुति दी जा चुकी है और एफटीपी के साथ उनका समझौता है ताकि उन्हें आराम मिल सके. दिनों की संख्या के बारे में मैं आपको नहीं बता सकता क्योंकि हमने अभी इस पर फैसला नहीं किया है.'
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जहां तक मौजूदा भुगतान ढांचे का संबंध है तो ग्रेड ए से अनुबंधित खिलाड़ियों को सालाना दो करोड़ रूपये मिलते हैं, ग्रेड बी से अनुबंधित खिलाड़ियों को एक करोड़ रूपये दिये जाते हैं जबकि ग्रेड सी में खिलाड़ियों के लिये प्रत्येक वर्ष 50 लाख रूपये रखे गये हैं. अंतिम एकादश खिलाड़ियों के लिये प्रत्येक टेस्ट मैच की फीस 15 लाख रूपये है जबकि उन्हें वनडे और टी20 में क्रमश: छह लाख और तीन लाख रूपये दिये जाते हैं. जो खिलाड़ी अंतिम एकादश में शामिल नहीं होते लेकिन टीम का हिस्सा होते हैं, उन्हें इस राशि का आधा दिया जाता है.
पूर्व कोच अनिल कुंबले ने सीओए को दिये प्रस्तुतिकरण में ग्रेड ए खिलाड़ियों के लिये पांच करोड़ की मांग की थी. नये भुगतान ढांचे में फीस की राशि के बारे में अभी पता नहीं चल सका है. राय ने कहा, 'यह एक महत्वपूर्ण कदम था, हमें लगता है कि हम इस पर सहमत थे और हमने खेल की बेहतरी के लिये सोच विचार किया जिसमें वो नीतियां शामिल थीं जिनके अंतर्गत खिलाड़ियों का वेतन आता था और एफटीपी पर काम किया जायेगा.'
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विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि भारतीय टीम को अगले साल जुलाई और सितंबर के बीच में इंग्लैंड से पूर्ण सीरीज खेलनी थी, अब वह परिस्थितियों के अनुरूप ढलने के लिये दो हफ्ते पहले वहां जायेगी. ऐसा कोहली की दक्षिण अफ्रीका के अहम दौरे के लिये तैयारी के लिये समय नहीं पाने की शिकायत के बाद हुआ है जिसके लिये टीम केा 27 दिसंबर को रवाना होना था, जो श्रीलंका के खिलाफ खत्म हो रही घरेलू श्रृंखला के दो दिन बाद ही है.
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प्रस्तावित वेतन बढ़ोतरी के बारे में राय ने वेतन ढांचे के बारे में नहीं बताया लेकिन कहा कि कोहली और धोनी दोनों इससे सहमत थे. पूर्व कैग प्रमुख ने कहा, 'प्रत्येक खिलाड़ी को जितना वेतन मिलेगा, वह अब राजस्व के हिसाब से होगा. इसे सैद्धांतिक रूप से स्वीकार कर लिया गया है. अब यह सिर्फ संख्या का सवाल है.' जब उनसे पूछा गया कि लाल और सफेद गेंद के विशेषज्ञों के लिये अलग ढांचा होगा तो राय ने कहा, 'इस मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं हुई.' उन्होंने दावा किया कि उन्हें उन रिपोर्टों की कोई जानकारी नहीं है कि इंडियन प्रीमियर लीग का दूरदर्शन पर सीधा प्रसारण किया जायेगा.'
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