विराट कोहली के साथ रहाणे ने बनाया रिकॉर्ड, पर क्या डॉन ब्रैडमैन के इस रिकॉर्डधारी पार्टनर के बारे में जानते हैं!

विराट कोहली के साथ रहाणे ने बनाया रिकॉर्ड, पर क्या डॉन ब्रैडमैन के इस रिकॉर्डधारी पार्टनर के बारे में जानते हैं!

डॉन ब्रैडमैन (फाइल फोटो) और पॉन्सफोर्ड के नाम ऑस्ट्रेलियाई साझेदारी का रिकॉर्ड है...

नई दिल्ली:

हाल ही में विराट कोहली ने कप्तान के रूप में दोहरा टेस्ट शतक लगाकर रिकॉर्ड बनाया था, लेकिन इसमें उनका साथ अजिंक्य रहाणे ने दिया. अन्यथा वह इतनी बड़ी पारी नहीं खेल पाते. दोनों ने चौथे विकेट लिए भारतीय साझेदारी का रिकॉर्ड (365 रन) भी बनाया. मतलब साफ है कि किसी भी बल्लेबाज के रिकॉर्डतोड़ प्रदर्शन में उसके साथी बल्लेबाज का भी अहम रोल होता है. ऐसा ही कुछ विश्व क्रिकेट के दिग्गज और महानतम बल्लेबाज डोनाल्ड ब्रैडमैन (Don Bradman) के साथ भी रहा. 30 नवंबर, 1928 को टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने के बाद ब्रैडमैन ने अपने समय के लगभग सभी गेंदबाजों को महारत के साथ खेला और उनके खिलाफ ढेरों रन बनाए, लेकिन क्या वह अकेले ऐसा कर सकते थे. हम आपको ब्रैडमैन के एक ऐसे ही साथी बल्लेबाज के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसने उनके साथ ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे बड़ी साझेदारी करके रिकॉर्ड बनाया था, जो आज भी ऑस्ट्रेलिया की ओर से एक रिकॉर्ड है... यह बल्लेबाज हैं बिल पॉन्सफोर्ड (Bill Ponsford), जिनका आज जन्मदिन है. उनका जन्म 19 अक्टूबर, 1900 को हुआ था. आइए जानते हैं ब्रैडमैन के साथ खेली गई उनकी पारियों और फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उनकी ऐतिहासिक उपलब्धि के बारे में...

ऑस्ट्रेलिया की सबसे बड़ी साझेदारी, ओवरऑल चौथी
बिल पॉन्सफोर्ड ऑस्ट्रेलिया के सर्वकालिक ओपनरों में से एक हैं. उन्होंने ब्रैडमैन से 4 साल पहले यानी दिसंबर, 1924 को क्रिकेट में पदार्पण किया था. सबसे पहले हम उनके और ब्रैडमैन के रिकॉर्ड की बात करते हैं, जो रनों के लिहाज से ऑस्ट्रेलिया की सबसे बड़ी साझेदारी है, वहीं क्रिकेट इतिहास की रनों के लिहाज से चौथी सबसे बड़ी साझेदारी है. बात अगस्त, 1934 की इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया सीरीज की है. यह सीरीज का अंतिम और पांचवां मैच था. ऑस्ट्रेलिया ने अपना पहला विकेट 21 रन पर खो दिया था. इसके बाद मैदान पर आए डॉन ब्रैडमैन और पॉन्सफोर्ड ने दूसरे विकेट के लिए ऐसी बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया कि इंग्लैंड के गेंदबाज परेशान हो गए. दोनों ने 451 रन जोड़े, तभी ब्रैडमैन 244 के स्कोर पर आउट हो गए. उन्होंने 32 चौके और एक छक्का लगाया, जबकि पॉन्सफोर्ड 266 रन पर हिट विकेट होकर लौटे. यह उनके टेस्ट करियर का बेस्ट स्कोर रहा. उनकी टीम ने यह मैच 562 रन से जीता.

देश के लिए चौथी सबसे बड़ी साझेदारी
वास्तव में ब्रैडमैन और पॉन्सफोर्ड ने यह पारी 451 रनों की रिकॉर्ड साझेदारी से पहले के मैच में खेली थी. यानी यह बात भी 1934 वाली सीरीज की ही है. हेडिंग्ले में खेले गए चौथे टेस्ट में इस जोड़ी ने अपनी टीम की ओर से इतिहास की चौथी सबसे बड़ी साझेदारी की. दोनों ने पारी चौथे विकेट के लिए खेली. उस समय ऑस्ट्रेलिया के 39 रन पर 3 विकेट गिर गए थे, लेकिन मैदान पर ब्रैडमैन हों, तो भला किसे चिंता. उन्होंने अपने पार्टनर पॉन्सफोर्ड के साथ 388 रन ठोक दिए. ब्रैडमैन ने इसमें तिहरा शतक (304) जड़ा, तो पॉन्सफोर्ड ने 181 रन बनाए.  हालांकि यह मैच ड्रॉ रहा.

क्रिकेट इतिहास के सर्वोच्च स्कोर में बड़ा योगदान
ऑस्ट्रेलिया के लिए ऐतिहासिक पारियां खेलने वाले बिल पॉन्सफोर्ड ने 28 दिसंबर, 1926 को फर्स्ट क्लास क्रिकेट इतिहास का सर्वोच्च स्कोर बनाने में बड़ी भूमिका निभाई थी. यह स्कोर ऑस्ट्रेलिया में विक्टोरिया और न्यू साउथ वेल्स के बीच 28 दिसंबर, 1926 को खेले गए मैच में बना था. इसमें विक्टोरिया टीम ने पहली पारी में 1107 रन बनाए थे. मैच में विक्टोरिया की ओर से बिल पॉन्सफोर्ड ने तिहरा शतक लगाया था, जबकि एक दोहरा शतक, दो शतक भी लगे थे. टॉप स्कोरर ओपनर बिल पॉन्सफोर्ड थे, जिन्होंने 352 रन बनाए थे.

बीमारी से रहे प्रभावित, पहली ही पारी में ठोका शतक
पॉन्सफोर्ड ने अपने पदार्पण मैच में ही इंग्लैडं के खिलाफ शतक ठोक दिया था और 110 रन बनाए थे. हालांकि उनका करियर बीमारी के चलते प्रभावित हुआ. वह इस वजह से बार-बार टीम से अंदर बाहर होते रहे. बीच में वह आउट ऑफ फॉर्म भी रहे और बॉडीलाइन सीरीज में उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा, जिससे वह टीम से बाहर कर दिए. 1934 में उनकी वापसी हुई, लेकिन बीमारी के कारण वह इंग्लैंड के खिलाफ दूसरा टेस्ट नहीं खेल पाए. अंतिम दो टेस्ट मैचों में उन्होंने महान ब्रैडमैन के साथ ऐतिहासिक पारियां खेलीं. उन्होंने 29 टेस्ट के करियर में 7 शतक और 6 फिफ्टी लगाईं और 2122 रन ठोके.


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