वेर्नोन फिलेंडर (फाइल फोटो)
होबार्ट टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहली पारी में ऑस्ट्रेलियाई टीम महज 85 रनों पर ही ढेर हो गई. टीम ने अपने इस स्कोर के दौरान 32.5 ओवर्स यानी 197 गेंद का ही सामना किया. वैसे ऑस्ट्रेलियाई टीम का न्यूनतम स्कोर 36 रन है जो कि उसने वर्ष 1902 में प्रबल प्रतिद्वंद्वी इंग्लैंड के खिलाफ बनाया था.
यही नहीं, ऑस्ट्रेलिया टीम अब तक चार बार 50 रन से कम स्कोर पर ढेर हो गई थी. इसमें से तीन मौके तो इंग्लैंड के खिलाफ ही आए थे. 50 से कम के स्कोर पर आउट होने का शर्मिंदगी से भरा पिछला मौका ऑस्ट्रेलिया के लिए नवंबर, 2011 में दक्षिण अफ्रीका के ही खिलाफ आया था तब टीम महज 47 रन बनाकर आउट हो गई थी. होबार्ट टेस्ट में पांच विकेट लेने वाले फिलेंडर ने इस मैच में भी पांच ही विकेट हासिल किए थे, आइए नजर डालते हैं उन मौकों पर जब टीम को 50 से कम के स्कोर पर आउट होना पड़ा. (पढ़ें, बुरे दिन ऑस्ट्रेलियाई टीम का पीछा नहीं छोड़ रहे, 85 रनों पर हुई ढेर)
इंग्लैंड के खिलाफ 36 रन, विक्टर ट्रंपर (18) थे टॉप स्कोरर
29,30,31 मई 1902 को बर्मिंघम में हुआ यह टेस्ट महज तीन दिन का था. पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया के 36 रन पर आउट होने के बावजूद यह ड्रॉ समाप्त हुआ था. मैच में इंग्लैंड की टीम ने पहली पारी 9 विकेट पर 376 रन बनाकर घोषित की थी. जवाब में ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 23 ओवर में महज 36 रन पर सिमट गई थी. ड्रॉ रहे इस ऑस्ट्रेलिया ने फॉलोआन खेलते हुए दूसरी पारी में 2 विकेट पर 46 रन बनाए थे.
इंग्लैंड के खिलाफ 42 रन, 10 खिलाड़ी दोहरी रनसंख्या तक नहीं पहुचे थे
यह मैच सिडनी में फरवरी 1988 में खेला गया था. मैच में इंग्लैंड की टीम पहली पारी में 113 रन पर आउट हो गई थी, जिसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया की पारी महज 42 रन पर सिमट गई थी. टीम के इस स्कोर में अकेले गेरेट (10) ही डबल डिजिट तक पहुंच पाए थे. इंग्लैंड ने अपनी दूसरी पारी में 137 रन बनाए थे जिसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया टीम दूसरी पारी में भी 100 रन से कम के स्कोर (82 रन) पर ढेर हो गई थी और 126 रन से मैच हार गई थी.
इंग्लैंड के खिलाफ 44 रन, अंतिम बल्लेबाज मैक्किबिन ने बनाए थे 16 रन
अगस्त 1896 में हुआ यह मैच इंग्लैंड टीम ने 66 रन पर जीता था. मैच में इंग्लैंड ने पहली पारी में 145 रन बनाए थे जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम 119 रन बनाकर आउट हुई थी. इंग्लैंड ने दूसरी पारी में 84 रन बनाए थे. पहली पारी की बढ़त को मिलाकर मैच में ऑस्ट्रेलिया के पास जीत के लिए 111 रन का लक्ष्य था, लेकिन टीम केवल 44 रन बनाकर ढेर हो गई थी. खास बात यह है कि इस स्कोर में सर्वाधिक योगदान सबसे आखिरी नंबर पर बैटिंग करने आए टॉम मैक्किबिन (16) का था.
द.अफ्रीका के खिलाफ 47 रन, सर्वोच्च स्कोर 14 रन
नवंबर 2011 में केपटाउन में खेला गया यह मैच महज तीन दिन में खत्म हो गया था और इसमें दक्षिण अफ्रीकी टीम ने 8 विकेट से जीत दर्ज की थी. मजे की बात यह है कि इस टेस्ट में भी वेर्नोन फिलेंडर ऑस्ट्रेलिया बल्लेबाजों के लिए मुश्किल का सबब बने थे. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में पांच विकेट लिए थे.
उतार चढ़ाव से भरपूर इस मैच में पहले बैटिंग करते हुए ऑस्ट्रेलिया के 284 रनों के जवाब में दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी महज 96 रन पर खत्म हो गई थी. मैच में ऑस्ट्रेलिया का पलड़ा भारी नजर आ रहा था लेकिन दूसरी पारी में कंगारू बल्लेबाज फिलेंडर के आगे दुबके नजर आए. फिलेंडर ने पांच, मार्केल ने तीन और स्टेन ने दो विकेट लेते हुए ऑस्ट्रेलिया का 18 ओवर (108गेंद) में 47 रन पर ही पुलिंदा बाद दिया था. तब नाथन लियोन ने सबसे ज्यादा 14 रन बनाए थे. मैच में दक्षिण अफ्रीका के सामने जीत के लिए 236 रन का टारगेट था जिसे टीम ने ग्रेम स्मिथ और हाशिम अमला के शतक की मदद से हासिल कर लिया था.
यही नहीं, ऑस्ट्रेलिया टीम अब तक चार बार 50 रन से कम स्कोर पर ढेर हो गई थी. इसमें से तीन मौके तो इंग्लैंड के खिलाफ ही आए थे. 50 से कम के स्कोर पर आउट होने का शर्मिंदगी से भरा पिछला मौका ऑस्ट्रेलिया के लिए नवंबर, 2011 में दक्षिण अफ्रीका के ही खिलाफ आया था तब टीम महज 47 रन बनाकर आउट हो गई थी. होबार्ट टेस्ट में पांच विकेट लेने वाले फिलेंडर ने इस मैच में भी पांच ही विकेट हासिल किए थे, आइए नजर डालते हैं उन मौकों पर जब टीम को 50 से कम के स्कोर पर आउट होना पड़ा. (पढ़ें, बुरे दिन ऑस्ट्रेलियाई टीम का पीछा नहीं छोड़ रहे, 85 रनों पर हुई ढेर)
इंग्लैंड के खिलाफ 36 रन, विक्टर ट्रंपर (18) थे टॉप स्कोरर
29,30,31 मई 1902 को बर्मिंघम में हुआ यह टेस्ट महज तीन दिन का था. पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया के 36 रन पर आउट होने के बावजूद यह ड्रॉ समाप्त हुआ था. मैच में इंग्लैंड की टीम ने पहली पारी 9 विकेट पर 376 रन बनाकर घोषित की थी. जवाब में ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 23 ओवर में महज 36 रन पर सिमट गई थी. ड्रॉ रहे इस ऑस्ट्रेलिया ने फॉलोआन खेलते हुए दूसरी पारी में 2 विकेट पर 46 रन बनाए थे.
इंग्लैंड के खिलाफ 42 रन, 10 खिलाड़ी दोहरी रनसंख्या तक नहीं पहुचे थे
यह मैच सिडनी में फरवरी 1988 में खेला गया था. मैच में इंग्लैंड की टीम पहली पारी में 113 रन पर आउट हो गई थी, जिसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया की पारी महज 42 रन पर सिमट गई थी. टीम के इस स्कोर में अकेले गेरेट (10) ही डबल डिजिट तक पहुंच पाए थे. इंग्लैंड ने अपनी दूसरी पारी में 137 रन बनाए थे जिसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया टीम दूसरी पारी में भी 100 रन से कम के स्कोर (82 रन) पर ढेर हो गई थी और 126 रन से मैच हार गई थी.
इंग्लैंड के खिलाफ 44 रन, अंतिम बल्लेबाज मैक्किबिन ने बनाए थे 16 रन
अगस्त 1896 में हुआ यह मैच इंग्लैंड टीम ने 66 रन पर जीता था. मैच में इंग्लैंड ने पहली पारी में 145 रन बनाए थे जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम 119 रन बनाकर आउट हुई थी. इंग्लैंड ने दूसरी पारी में 84 रन बनाए थे. पहली पारी की बढ़त को मिलाकर मैच में ऑस्ट्रेलिया के पास जीत के लिए 111 रन का लक्ष्य था, लेकिन टीम केवल 44 रन बनाकर ढेर हो गई थी. खास बात यह है कि इस स्कोर में सर्वाधिक योगदान सबसे आखिरी नंबर पर बैटिंग करने आए टॉम मैक्किबिन (16) का था.
द.अफ्रीका के खिलाफ 47 रन, सर्वोच्च स्कोर 14 रन
नवंबर 2011 में केपटाउन में खेला गया यह मैच महज तीन दिन में खत्म हो गया था और इसमें दक्षिण अफ्रीकी टीम ने 8 विकेट से जीत दर्ज की थी. मजे की बात यह है कि इस टेस्ट में भी वेर्नोन फिलेंडर ऑस्ट्रेलिया बल्लेबाजों के लिए मुश्किल का सबब बने थे. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में पांच विकेट लिए थे.
उतार चढ़ाव से भरपूर इस मैच में पहले बैटिंग करते हुए ऑस्ट्रेलिया के 284 रनों के जवाब में दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी महज 96 रन पर खत्म हो गई थी. मैच में ऑस्ट्रेलिया का पलड़ा भारी नजर आ रहा था लेकिन दूसरी पारी में कंगारू बल्लेबाज फिलेंडर के आगे दुबके नजर आए. फिलेंडर ने पांच, मार्केल ने तीन और स्टेन ने दो विकेट लेते हुए ऑस्ट्रेलिया का 18 ओवर (108गेंद) में 47 रन पर ही पुलिंदा बाद दिया था. तब नाथन लियोन ने सबसे ज्यादा 14 रन बनाए थे. मैच में दक्षिण अफ्रीका के सामने जीत के लिए 236 रन का टारगेट था जिसे टीम ने ग्रेम स्मिथ और हाशिम अमला के शतक की मदद से हासिल कर लिया था.
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