नागपुर टी-20 में भारत की जीत में गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया.
नागपुर:
भारत और इंग्लैंड के बीच नागपुर के विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन ग्राउंड पर खेले गए दूसरे टी-20 मैच को भारत ने पांच रन से जीत लिया है. इस जीत के बाद सीरीज हारने का डर कुछ समय के लिए भारत के ऊपर से टल गया है. अगर भारत बेंगलुरू में होने वाला तीसरा मैच जीत जाता है तो सीरीज अपने नाम कर लेगा, नहीं तो सीरीज इंग्लैंड के कब्जे में होगी.
इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने सिर्फ 144 रन बनाए. केएल राहुल ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 47 गेंदों पर 71 रन बनाए. इंग्लैंड की मजबूत बैटिंग लाइन-अप को देखते हुए यह लग रहा था कि इंग्लैंड इस मैच को आसानी से जीत जाएगा, लेकिन भारत की तरफ से बुमराह और आशीष नेहरा ने शानदार गेंदबाजी करते हुए मैच को भारत की झोली में डाल दिया. नेहरा और बुमराह ने आठ ओवर में 48 रन देकर पांच विकेट लिए.
इस मैच को जीतने में जहां गेंदबाजों का विशेष योगदान रहा वहीं, अंपायर के कुछ निर्णय भी के पक्ष में रहे. (आखिरी ओवर का रोमांच, जसप्रीत बुमराह ने करिश्माई ओवर करके इंग्लैंड के हाथों से खींच ली जीत)
अंपायर की पहली गलती : यह मैच अंपायरों के गलत फैसलों के लिए भी जाना जाएगा. अंपायर ने कई ऐसे गलत निर्णय लिए जो इंग्लैंड के खिलाफ गए. विराट कोहली जब बल्लेबाजी कर रहे थे तब तीसरे ओवर में गेंदबाजी करने के लिए इंग्लैंड के क्रिस जॉर्डन आए. क्रिस की दूसरी गेंद कोहली की पैड पर लगी और जॉर्डन ने जोरदार अपील की, लेकिन अंपायर ने आउट नहीं दिया. रीप्ले में पता चला की गेंद स्टंप पर लग रही थी.
अंपायर की दूसरी गलती : भारत की पारी का नौवां ओवर चल रहा था. तब युवराज सिंह बल्लेबाजी कर रहे थे और मोईन अली गेंदबाजी. मोईन अली की पांचवीं गेंद को युवराज सिंह ने स्वीप करना चाहा, लेकिन गेंद उनके बल्ले पर न लगकर पैड पर लगी. तब मोईन अली ने जोरदार अपील की लेकिन अंपायर शमसुद्दीन ने इस अपील को खारिज कर दिया.
अंपायर की सबसे बड़ी गलती : आखिर ओवर में इंग्लैंड को जीतने के लिए आठ रन की जरूरत थी और मैदान पर सबसे टिकाऊ बल्लेबाज जो रूट मौजूद थे. बुमराह की पहली गेंद रूट के पैड पर लगी और बुमराह ने जोरदार अपील की. गेंदबाज की अपील पर अंपायर ने रूट को आउट करार दिया, लेकिन बाद में पता चला कि गेंद रूट के बल्ले पर लगने के बाद पैड पर लगी थी.
इस तरह अंपायर के कुछ फैसले भारत के पक्ष में गए और इंग्लैंड दबाव में आ गया. भारत ने भी इन मौकों का भरपूर फायदा उठाया और मैच में जीत हासिल कर ली.
इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने सिर्फ 144 रन बनाए. केएल राहुल ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 47 गेंदों पर 71 रन बनाए. इंग्लैंड की मजबूत बैटिंग लाइन-अप को देखते हुए यह लग रहा था कि इंग्लैंड इस मैच को आसानी से जीत जाएगा, लेकिन भारत की तरफ से बुमराह और आशीष नेहरा ने शानदार गेंदबाजी करते हुए मैच को भारत की झोली में डाल दिया. नेहरा और बुमराह ने आठ ओवर में 48 रन देकर पांच विकेट लिए.
इस मैच को जीतने में जहां गेंदबाजों का विशेष योगदान रहा वहीं, अंपायर के कुछ निर्णय भी के पक्ष में रहे. (आखिरी ओवर का रोमांच, जसप्रीत बुमराह ने करिश्माई ओवर करके इंग्लैंड के हाथों से खींच ली जीत)
अंपायर की पहली गलती : यह मैच अंपायरों के गलत फैसलों के लिए भी जाना जाएगा. अंपायर ने कई ऐसे गलत निर्णय लिए जो इंग्लैंड के खिलाफ गए. विराट कोहली जब बल्लेबाजी कर रहे थे तब तीसरे ओवर में गेंदबाजी करने के लिए इंग्लैंड के क्रिस जॉर्डन आए. क्रिस की दूसरी गेंद कोहली की पैड पर लगी और जॉर्डन ने जोरदार अपील की, लेकिन अंपायर ने आउट नहीं दिया. रीप्ले में पता चला की गेंद स्टंप पर लग रही थी.
अंपायर की दूसरी गलती : भारत की पारी का नौवां ओवर चल रहा था. तब युवराज सिंह बल्लेबाजी कर रहे थे और मोईन अली गेंदबाजी. मोईन अली की पांचवीं गेंद को युवराज सिंह ने स्वीप करना चाहा, लेकिन गेंद उनके बल्ले पर न लगकर पैड पर लगी. तब मोईन अली ने जोरदार अपील की लेकिन अंपायर शमसुद्दीन ने इस अपील को खारिज कर दिया.
अंपायर की सबसे बड़ी गलती : आखिर ओवर में इंग्लैंड को जीतने के लिए आठ रन की जरूरत थी और मैदान पर सबसे टिकाऊ बल्लेबाज जो रूट मौजूद थे. बुमराह की पहली गेंद रूट के पैड पर लगी और बुमराह ने जोरदार अपील की. गेंदबाज की अपील पर अंपायर ने रूट को आउट करार दिया, लेकिन बाद में पता चला कि गेंद रूट के बल्ले पर लगने के बाद पैड पर लगी थी.
इस तरह अंपायर के कुछ फैसले भारत के पक्ष में गए और इंग्लैंड दबाव में आ गया. भारत ने भी इन मौकों का भरपूर फायदा उठाया और मैच में जीत हासिल कर ली.
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