उमेश यादव और तान्या की शादी साल 2013 में हुई थी...
नई दिल्ली:
कप्तान एमएस धोनी कप्तानी छोड़ने से पहले तक यदि सबसे अधिक किसी समस्या से परेशान रहे, तो वह था तेज गेंदबाजों का निराशाजनक प्रदर्शन. चाहे उमेश यादव हों या वरुण आरोन, इन सब में स्पीड तो थी, लेकिन यह लाइन और लेंथ पर नियंत्रण नहीं कर पाते थे. ऐसे में वह न केवल महंगे साबित होते थे, बल्कि टीम को ब्रेकथ्रू भी नहीं दिला पाते थे. खासतौर से टीम प्रबंधन को उमएश यादव से हमेशा बड़ी उम्मीद रहती थी, लेकिन 140 किमी की गति के बावजूद वह कुछ नहीं कर पा रहे थे. कप्तान धोनी ने तो कई बार अपनी खीझ निकालते हुए कहा भी था कि ऐसे तेज गेंदबाजों से अच्छे स्पिनर या धीमी गति वाले मोहित शर्मा और भुवनेश्वर कुमार हैं, जो कम से कम रनगति पर तो अंकुश लगा ही देते हैं. अब विराट कोहली की कप्तानी में वही उमेश यादव हीरो बनकर उभरे हैं और उनका मुख्य हथियार हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि उमेश असफलता से निराश होकर लगभग दो साल पहले क्रिकेट छोड़ने के बारे में सोचने लगे थे. फिर उनकी जिंदगी में पत्नी तान्या का आगमन हुआ और उन्होंने उमेश को राह पर लाने का काम किया...
ऐसा नहीं है कि उमेश यादव में प्रतिभा की कमी थी. बस उसे निखारने और समर्पण की जरूरत थी. प्रदर्शन में स्थायित्व नहीं होना उनकी कमजोरी बड़ी कमजोरी थी. गेंदबाजी करते हुए उमेश कई बार दिशाहीन होकर लेग स्टंप के बाहर गेंद फेंकने लगते थे. तभी वह टीम इंडिया में कभी अंदर तो कभी बाहर होते रहते थे. उनके लिए हालात 2013 में बदले, जब उनकी तान्या से शादी हुई.
देखा नहीं हैं सीरियस तो...
जब तान्या ने देखा कि उमेश यादव अपने करियर के प्रति सीरियस नहीं दिख रहे हैं, तो उन्होंने उमेश को टोकना शुरू कर दिया. तान्या यह सुनिश्चित करती थीं कि वह प्रैक्टिस किसी भी हालत में मिस न करें. तान्या चाहती हैं कि उमेश वर्ल्ड क्लास बॉलर बनें. उमेश यादव ने साल 2013 में तान्या से शादी की थी..
उमेश यादव ने एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत में कहा, 'मैं पहले टीम में नियमित रूप से जगह नहीं बना पा रहा था. इसीलिए टीम से अंदर-बाहर होता रहा. मैं कभी विकेट लेता, कभी नहीं ले पाता. फिर जब 2013 में मेरी शादी तान्या से हुई, तब मेरे अंदर अपने प्रदर्शन को लेकर जागरुकता आई, क्योंकि मुझे पता था कि कोई ऐसा भी है जो किसी भी हाल में मेरा साथ देने के लिए तैयार है.'
उमेश के अनुसार जब तान्या ने पहले कुछ साल देखा कि उमेश करियर को लेकर सीरियस नहीं हैं, तो उमेश कहा कि वह अच्छा कर रहे हो और मेहनत भी. लेकिन तुम और मेहनत कर सकते हो और इससे परफॉर्म भी. वह मुझसे कहती कि तुम्हारे पास काबिलियत है. लेकिन तुम उसका सही उपयोग नहीं कर रहे हो.
लगा कि घर बैठ जाऊं...
उमेश ने बताया, 'एक समय ऐसा भी था, जब मुझे लगने लगा था कि मैं अब ट्रेनिंग छोड़कर घर बैठ जाऊं. उस समय तान्या ने समझाया कि कोई ब्रेक नहीं लेना है. प्रैक्टिस पर जाना है, तो जाना है. मैं बंक भी नहीं मार सकता था. न ही प्रैक्टिस पर लेट हो सकता था. यही तुम्हारी जॉब है. यही जुनून है. इसे हासिल करो. किसी खास के मुंह से ऐसी बातें सुनकर मुझे अहसास हुआ कि क्रिकेट ही मेरी जिंदगी है.'
फिर उमेश ने यह तय कर लिया कि सबकी नजरों में तो ठीक पहले पत्नी की नजरों में ऐसा बनूं कि उसे लगे कि उनमें काबिलियत है. इसके बाद उन्होंने मेहनत शुरू की. खुद को साबित किया. उमेश यादव और तान्या के बीच लंबा अफेयर चला...
प्रदर्शन में आया निखार...
गौरतलब है कि टीम इंडिया का 2016-17 का सीजन काफी शानदार रहा है, इस दौरान उमेश ने भी काफी बढ़िया प्रदर्शन किया है. इस सीजन में उमेश ने कुल 11 मैचों में 25 विकेट लिये हैं, वहीं उमेश की इकोनॉमी मात्र 3.03 की रही.
उमेश हमेशा से ही अच्छी आउट स्विंगर डालते रहे हैं लेकिन उन्होंने अब इन स्विंगर पर भी काफी काम किया है. उन्होंने कुछ दिनों पहले कहा था, 'मैं हमेशा से अच्छी गति से आउटस्विंगर डालता रहा हूं लेकिन अब इनस्विंगर पर भी बहुत मेहनत की है. अब इस गेंद को लेकर भी विश्वास से भर चुका हूं.'
उमेश की गेंदबाजी को उस समय प्रशंसा मिली जब बांग्लादेश के शाकिब अल हसन ने कहा था कि हैदराबाद टेस्ट में तीसरे दिन उमेश का स्पैल उनके करियर में किसी गेंदबाज का सर्वश्रेष्ठ स्पेल रहा. ऑस्ट्रेलिया टीम के पूर्व तेज गेंदबाज रोडनी हॉग भी टीम इंडिया के मौजूदा तेज गेंदबाजों में उमेश यादव को काफी ऊंचा रेट करते हैं.
ऐसा नहीं है कि उमेश यादव में प्रतिभा की कमी थी. बस उसे निखारने और समर्पण की जरूरत थी. प्रदर्शन में स्थायित्व नहीं होना उनकी कमजोरी बड़ी कमजोरी थी. गेंदबाजी करते हुए उमेश कई बार दिशाहीन होकर लेग स्टंप के बाहर गेंद फेंकने लगते थे. तभी वह टीम इंडिया में कभी अंदर तो कभी बाहर होते रहते थे. उनके लिए हालात 2013 में बदले, जब उनकी तान्या से शादी हुई.
देखा नहीं हैं सीरियस तो...
जब तान्या ने देखा कि उमेश यादव अपने करियर के प्रति सीरियस नहीं दिख रहे हैं, तो उन्होंने उमेश को टोकना शुरू कर दिया. तान्या यह सुनिश्चित करती थीं कि वह प्रैक्टिस किसी भी हालत में मिस न करें. तान्या चाहती हैं कि उमेश वर्ल्ड क्लास बॉलर बनें.
उमेश यादव ने एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत में कहा, 'मैं पहले टीम में नियमित रूप से जगह नहीं बना पा रहा था. इसीलिए टीम से अंदर-बाहर होता रहा. मैं कभी विकेट लेता, कभी नहीं ले पाता. फिर जब 2013 में मेरी शादी तान्या से हुई, तब मेरे अंदर अपने प्रदर्शन को लेकर जागरुकता आई, क्योंकि मुझे पता था कि कोई ऐसा भी है जो किसी भी हाल में मेरा साथ देने के लिए तैयार है.'
उमेश के अनुसार जब तान्या ने पहले कुछ साल देखा कि उमेश करियर को लेकर सीरियस नहीं हैं, तो उमेश कहा कि वह अच्छा कर रहे हो और मेहनत भी. लेकिन तुम और मेहनत कर सकते हो और इससे परफॉर्म भी. वह मुझसे कहती कि तुम्हारे पास काबिलियत है. लेकिन तुम उसका सही उपयोग नहीं कर रहे हो.
लगा कि घर बैठ जाऊं...
उमेश ने बताया, 'एक समय ऐसा भी था, जब मुझे लगने लगा था कि मैं अब ट्रेनिंग छोड़कर घर बैठ जाऊं. उस समय तान्या ने समझाया कि कोई ब्रेक नहीं लेना है. प्रैक्टिस पर जाना है, तो जाना है. मैं बंक भी नहीं मार सकता था. न ही प्रैक्टिस पर लेट हो सकता था. यही तुम्हारी जॉब है. यही जुनून है. इसे हासिल करो. किसी खास के मुंह से ऐसी बातें सुनकर मुझे अहसास हुआ कि क्रिकेट ही मेरी जिंदगी है.'
फिर उमेश ने यह तय कर लिया कि सबकी नजरों में तो ठीक पहले पत्नी की नजरों में ऐसा बनूं कि उसे लगे कि उनमें काबिलियत है. इसके बाद उन्होंने मेहनत शुरू की. खुद को साबित किया.
प्रदर्शन में आया निखार...
गौरतलब है कि टीम इंडिया का 2016-17 का सीजन काफी शानदार रहा है, इस दौरान उमेश ने भी काफी बढ़िया प्रदर्शन किया है. इस सीजन में उमेश ने कुल 11 मैचों में 25 विकेट लिये हैं, वहीं उमेश की इकोनॉमी मात्र 3.03 की रही.
उमेश हमेशा से ही अच्छी आउट स्विंगर डालते रहे हैं लेकिन उन्होंने अब इन स्विंगर पर भी काफी काम किया है. उन्होंने कुछ दिनों पहले कहा था, 'मैं हमेशा से अच्छी गति से आउटस्विंगर डालता रहा हूं लेकिन अब इनस्विंगर पर भी बहुत मेहनत की है. अब इस गेंद को लेकर भी विश्वास से भर चुका हूं.'
उमेश की गेंदबाजी को उस समय प्रशंसा मिली जब बांग्लादेश के शाकिब अल हसन ने कहा था कि हैदराबाद टेस्ट में तीसरे दिन उमेश का स्पैल उनके करियर में किसी गेंदबाज का सर्वश्रेष्ठ स्पेल रहा. ऑस्ट्रेलिया टीम के पूर्व तेज गेंदबाज रोडनी हॉग भी टीम इंडिया के मौजूदा तेज गेंदबाजों में उमेश यादव को काफी ऊंचा रेट करते हैं.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं