श्रीलंका के महान खिलाड़ियों में से एक तिलकरत्ने दिलशान अपने इंटरनेशनल क्रिकेट करियर का अंतिम टी-20 मैच शुक्रवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलेंगे. दिलशान टी-20 के उस्ताद क्रिकेटर रहे हैं. रिकॉर्ड भी इसकी पुष्टि करते हैं. टी-20 में न केवल रन बनाने के मामले में वह वर्ल्ड में दूसरे नंबर पर हैं, बल्कि उनका स्ट्राइक रेट भी शानदार रहा है. दिलस्कूप स्ट्रोक के जनक दिलशान के नाम जहां ढेर रन हैं, वहीं टी-20 वर्ल्ड कप की बात करें, तो उनके नाम एक अनूठा रिकॉर्ड भी है, जिसे वह शायद ही याद रखना चाहें. हम आपको दिलशान की कुछ शानदार टी-20 पारियों के साथ ही उनके अनूठे रिकॉर्ड के बारे में भी बताने जा रहे हैं...
इस मामले में अफरीदी की बराबरी पर हैं दिलशान
टी-20 में सबसे अधिक बार जीरो पर आउट होने के मामले में दिलशान अव्वल हैं. वह 10 बार जीरो पर आउट हुए हैं. टी-20 वर्ल्ड कप में सबसे अधिक बार जीरो पर आउट होने का रिकॉर्ड दिलशान और पाकिस्तान के शाहिद अफरीदी के नाम है. दोनों ही टी-20 वर्ल्ड कप में 5 बार जीरो पर आउट हुए हैं. दिलशान के जीरो वाले रिकॉर्ड पर आश्चर्य इसलिए है, क्योंकि उन्होंने टी-20 वर्ल्ड कप में 34 पारियां खेली हैं, जिनमें 897 रन बनाए हैं और उनका औसत 30.93 रहा है, जो एक शानदार रिकॉर्ड है. साथ ही टी-20 वर्ल्डकप में रन बनाने के मामले में दिलशान तीसरे नंबर पर हैं, जबकि अफरीदी के नाम पर कोई आश्चर्य नहीं होना स्वाभाविक है, क्योंकि उनके खेलने का अंदाज ही कुछ ऐसा है.
टी-20 में सर्वाधिक रन के मामले में दूसरे नंबर पर
दिलशान की क्रिकेट के छोटे फॉर्मेट में धमक को आप इसी से समझ सकते हैं कि वह वर्ल्ड में सर्वाधिक रन बनाने के मामले में दूसरे नंबर पर हैं. दिलशान टी-20 में अपने स्ट्रोक के साथ अनूठे प्रयोग करने के लिए जाने जाते रहे हैं. वह कभी भी कैसा भी शॉट खेल देते हैं. ऐसे में गेंदबाज के लिए अनुमान लगाना कठिन हो जाता है. यहां तक कि दिलस्कूप एक ऐसा स्ट्रोक है, जिससे किसी भी बल्लेबाज को सीधे मुंह में गंभीर चोट लग सकती है, लेकिन दिलशान हैं कि अपने इस शॉट को खेलने से कतई हिचकिचाते नहीं.
टी-20 में सबसे अधिक रन बनाने के मामले में न्यूजीलैंड के विस्फोटक बल्लेबाज ब्रैंडन मैक्कलम (70 पारी, 2140 रन, 35.66 औसत) के बाद दूसरे नंबर पर काबिज दिलशान ने 77 पारियों में 1884 रन बनाए हैं. उनके नाम एक शतक और 13 फिफ्टी हैं. टी-20 करियर का एकमात्र शतक उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बनाया था. उन्होंने टी-20 में 222 चौके और 33 उड़ाए हैं.
दिलशान की 5 सबसे शानदार टी-20 पारियां
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नाबाद 104 रन
टी-20 में करियर के आखिरी मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही खेलने जा रहे दिलशान ने एकमात्र शतक श्रीलंका के पल्लेकेल में ऑस्ट्रेलिया के ही खिलाफ बनाया था. 6 अगस्त, 2011 को खेली गई इस पारी में उनका स्ट्राइक रेट 182.45 का था, जो उनकी इस विस्फोटक बल्लेबाजी की कहानी बयां कर रहा है. श्रीलंका ने कुल 194 रन बनाए थे, जिसमें से दिलशान ने महज 57 गेंदों में 104 रन ठोक दिए थे, जिसमें 12 करारे चौके और 5 छक्के शामिल थे. इस पारी में वह नाबाद रहे थे. यह मैच श्रीलंका ने 35 रन से जीता था.
वर्ल्ड कप, 2009 में दिलशान का पहला धमाका
टी-20 वर्ल्ड कप, 2009 में नॉटिंघम में तिलकरत्ने दिलशान का बल्ला खूब बोला और उन्होंने विंडीज के खिलाफ ग्रुप मैच में उन्होंने 47 गेंदों पर 74 रन ठोक दिए, जिसमें 11 चौके और एक छक्का लगाया. उनका स्ट्राइक रेट बेहद ही शानदार 157.44 रहा. श्रीलंका ने इस मैच में 15 रन से जीत दर्ज की.
वर्ल्ड कप, 2009 सेमी में नाबाद 96 रन
वर्ल्ड टी-20, 2009 के सेमीफाइनल में वेस्टइंडीज के सामने ओवल में खेली गई इस पारी को भला कौन भुला सकता है. दिलशान ने पहले बल्लेबाजी कर रही श्रीलंकाई टीम को तूफानी शुरुआत देते हुए विंडीज गेंदबाजों की हालत खस्ता कर दी थी. उन्होंने टीम के कुल 158 रनों में से अकेले ही 96 रन ठोक दिए थे. वह नाबाद लौटे, लेकिन अपने पहले टी-20 शतक से महज 4 रन दूर रह गए. दिलशान ने 57 गेंदों का सामना किया और 12 चौके, 2 छक्के लगाते हुए 168.42 के स्ट्राइक रेट से धूम मचा दी. इस मैच में श्रीलंका ने 57 से जीत दर्ज करते हुए फाइनल में जगह बना ली थी.
जब पाकिस्तान को धोया
दिलशान ने लगभग सभी बड़ी टीमों के खिलाफ रन बनाए हैं. इन्हीं में से एक पारी उन्होंने पाक के मैच में खेली थी. यह पारी उन्होंने इसी साल मार्च में एशिया कप के दौरान ढाका में खेली थी. पारी की शुरुआत करने उतरे दिलशान ने दिनेश चंडीमल के साथ 110 रन की साझेदारी की. चंडीमल के आउट होने के बाद भी उन्होंने अपना आक्रामक खेल जारी रखा और 56 गेंदों में 75 रन (10 चौके, 1 छक्का) बनाकर नाबाद रहे. स्ट्राइक रेट 133.92 रहा. हालांकि इस मैच में श्रीलंका 6 विकेट से हार गया था.
दक्षिण अफ्रीका को भी नहीं बख्शा
दिलशान ने टी-20 में तूफानी खेल जारी रखते हुए अगस्त, 2013 में श्रीलंका दौरे पर आई दक्षिण अफ्रीका टीम का भी वही हाल किया, जिसके लिए वह जाने जाते हैं. धीमे विकेट पर 164 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंकाई टीम को उन्होंने तेज शुरुआत दी और महेला जयवर्धने के साथ पहले विकेट के लिए 67 रन जोड़ दिए. एक बार फिर वह नॉटआउट रहे और 51 गेंदों में 74 रन बनाकर श्रीलंका को जीत दिला दी, जिसमें 9 चौके और 2 छक्के लगाए, स्ट्राइक रेट एक बार फिर 150 के आसपास रहा.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं