क्रैग कीसवेटर की फाइल तस्वीर (फोटो सौजन्य - एएफपी)
नई दिल्ली:
इंग्लैंड के वनडे और टी-20 टीम के विकेटकीपर-बल्लेबाज़ क्रेग कीसवेटर को आंख में लगी चोट के चलते असमय ही क्रिकेट से संन्यास लेना पड़ा है।
इंग्लिश काउंटी में समरसेट की ओर से खेलने वाले 27 साल के क्रिकेटर किस्वेटर को पिछले सीजन में नार्थहम्पटनशायर के खिलाफ मुक़ाबले में बल्लेबाज़ी करने के दौरान चोट लगी थी।
वे तेज गेंदबाज़ डेविड विले की गेंद को पुल करने की कोशिश में चूक गए। गेंद उनके हेल्मेट के ग्रील और ऊपरी हिस्से की बीच की जगह से निकलते हुए उनके मुंह से जा टकराई थी। इससे उनकी दाईं आंख और नाक पर गंभीर चोट लगी। उन्हें इलाज के लिए तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। वे ठीक होकर क्रिकेट के मैदान पर वापस भी लौटे। इस हादसे के बाद उन्होंने समरसेट के लिए दो मैच खेले और दक्षिण अफ्रीका में टी-20 क्रिकेट में भी हिस्सा लिया, लेकिन उनकी मुश्किलें बनीं रहीं।
कीसवेटर ने अपने संन्यास की घोषणा करते हुए कहा, 'आंख की चोट और अन्य चीज़ों को देखते हुए, मुझे लगता है कि मैं पहले जैसा क्रिकेटर कभी नहीं बन पाऊंगा।' कीसवेटर ने इस मौके पर ये भी कहा कि उनके करियर में काफी उतार-चढ़ाव आए और उन्हें संन्यास के फ़ैसले पर कोई दुख नहीं है।
कीसवेटर ने इंग्लैंड की ओर से 46 वनडे और 25 टी-20 मुक़ाबले खेले। उन्होंने अपना करियर बांग्लादेश के खिलाफ 2010 में शुरू किया था। अपने तीसरे ही वनडे मुक़ाबले में क्रेग कीसवेटर ने शानदार शतक बनाया और उसके बाद उन्होंने मई, 2010 में कैरेबियाई द्वीप समूह में खेले वर्ल्ड टी-20 क्रिकेट में इंग्लैंड को वर्ल्ड चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई थी।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फ़ाइनल मुक़ाबले में उन्होंने 49 गेंदों पर 63 रन बनाकर टीम को 7 विकेट से जोरदार जीत दिलाई। इस बल्लेबाज़ी के चलते उन्हें मैन ऑफ़ द मैच चुना गया था।
27 साल के क्रेग कीसवेटर का क्रिकेट करियर लंबा हो सकता था, लेकिन आंख में लगी चोट के चलते उन्हें असमय संन्यास लेना पड़ा है।
इंग्लिश काउंटी में समरसेट की ओर से खेलने वाले 27 साल के क्रिकेटर किस्वेटर को पिछले सीजन में नार्थहम्पटनशायर के खिलाफ मुक़ाबले में बल्लेबाज़ी करने के दौरान चोट लगी थी।
वे तेज गेंदबाज़ डेविड विले की गेंद को पुल करने की कोशिश में चूक गए। गेंद उनके हेल्मेट के ग्रील और ऊपरी हिस्से की बीच की जगह से निकलते हुए उनके मुंह से जा टकराई थी। इससे उनकी दाईं आंख और नाक पर गंभीर चोट लगी। उन्हें इलाज के लिए तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। वे ठीक होकर क्रिकेट के मैदान पर वापस भी लौटे। इस हादसे के बाद उन्होंने समरसेट के लिए दो मैच खेले और दक्षिण अफ्रीका में टी-20 क्रिकेट में भी हिस्सा लिया, लेकिन उनकी मुश्किलें बनीं रहीं।
कीसवेटर ने अपने संन्यास की घोषणा करते हुए कहा, 'आंख की चोट और अन्य चीज़ों को देखते हुए, मुझे लगता है कि मैं पहले जैसा क्रिकेटर कभी नहीं बन पाऊंगा।' कीसवेटर ने इस मौके पर ये भी कहा कि उनके करियर में काफी उतार-चढ़ाव आए और उन्हें संन्यास के फ़ैसले पर कोई दुख नहीं है।
कीसवेटर ने इंग्लैंड की ओर से 46 वनडे और 25 टी-20 मुक़ाबले खेले। उन्होंने अपना करियर बांग्लादेश के खिलाफ 2010 में शुरू किया था। अपने तीसरे ही वनडे मुक़ाबले में क्रेग कीसवेटर ने शानदार शतक बनाया और उसके बाद उन्होंने मई, 2010 में कैरेबियाई द्वीप समूह में खेले वर्ल्ड टी-20 क्रिकेट में इंग्लैंड को वर्ल्ड चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई थी।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फ़ाइनल मुक़ाबले में उन्होंने 49 गेंदों पर 63 रन बनाकर टीम को 7 विकेट से जोरदार जीत दिलाई। इस बल्लेबाज़ी के चलते उन्हें मैन ऑफ़ द मैच चुना गया था।
27 साल के क्रेग कीसवेटर का क्रिकेट करियर लंबा हो सकता था, लेकिन आंख में लगी चोट के चलते उन्हें असमय संन्यास लेना पड़ा है।
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