महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली (फाइल फोटो)
नई दिल्ली: इंदौर वनडे के पहले तक एमएस धोनी के बल्ले और उनकी कप्तानी को लेकर जो सवाल उठ रहे थे उसका जवाब माही की एक पारी ने दे दिया। अब यह सवाल उलटकर विराट कोहली पर आ गया है। विराट कोहली कप्तानी के बड़े दावेदार हैं लेकिन पिछली कई पारियों में उनका बल्ला खामोश रहा है। यही नहीं निचले क्रम में बल्लेबाजी करते हुए सुरेश रैना भी सवालों के घेरे में हैं। विराट कोहली और सुरेश रैना के फॉर्म की वजह से टीम इंडिया का बैटिंग क्रम अक्सर लड़खड़ाता रहा है।
आठ महीने पहले पाकिस्तान के खिलाफ वर्ल्ड कप के दौरान विराट कोहली की शतकीय पारी के तस्वीरों की याद धुंधली पड़ती जा रही है। यह बातें अब बीते जमाने की कहानियां लगती हैं। तब से लेकर अब तक एक दर्जन भर पारियों में विराट का फ्लॉप रहना उन पर सवाल खड़े करता है।
पिछली 12 पारियों में विराट ने 270 रन बनाए हैं, 27 के औसत के साथ। कहने की बात नहीं कि इस दौरान उनके नाम न कोई शतकीय पारी है न ही कोई अर्द्धशतक। साल 2015 में विराट का औसत उनके निजी औसत 50.06 से लगातार गिरता ही जा रहा है।
साल 2015 में भारतीय बल्लेबाजों के औसत पर नजर डालें तो रोहित शर्मा सबसे आगे नजर आते हैं।
साल 2015 में बल्लेबाजों का औसत
रोहित शर्मा : 54.84
एमएस धोनी : 50.09
शिखर धवन : 39.11 औसत
अजिंक्य रहाणे : 39.06
सुरेश रैना : 34.76
विराट कोहली : 28.64
यानी औसत के लिहाज से बल्लेबाजों की लिस्ट में विराट सुरेश रैना के भी बाद छठे नंबर पर आते हैं। सुरेश रैना ने इस साल 34.7 के औसत से 1 शतकीय पारी के साथ 452 रन जोड़े और 17 मैचों में (62.25 के औसत के साथ) गेंदबाजी करते हुए 4 विकेट भी हासिल किए हैं।
रैना का प्रदर्शन भी उनके करियर के निजी औसत 35.7 से कहीं कम है। पिछली 6 पारियों से रैना अर्द्धशतक का आंकड़ा छू नहीं पाए हैं। कप्तान धोनी की दलील इन दोनों खिलाड़ियों को लेकर अलग-अलग है। धोनी ने इंदौर में मैच के बाद कहा कि पिछले दो साल से ज्यादातर टॉप ऑर्डर ने ही बल्लेबाजी की जिम्मेदारी संभाली है। ऐसे में शायद सुरेश रैना अकेले ऐसे खिलाड़ी हैं जो निचले क्रम पर आकर हालात के मुताबिक बल्ला चलाने को तैयार रहते हैं।
कुछ हासिल करने के लिए दिखाना होगा दम
यह पूछे जाने पर कि अजिंक्य रहाणे और विराट कोहली को लेकर नंबर 3 और नंबर 4 के बैटिंग क्रम का हल वे कैसे निकालेंगे। धोनी कहते हैं, 'यह सिंपल है। अगर मैं उन्हें नंबर 3 (अजिंक्य रहाणे ) और नंबर 4 (विराट कोहली) पर बल्लेबाजी करने को कहता हूं तो वे वैसा ही करेंगे। फ़िलहाल नंबर 3 पर अजिंक्य रहाणे अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं और उन्हें वहां निखारने की जरूरत है।' यानी धोनी का इशारा साफ़ है। कोहली को इससे आगे बढ़कर कुछ हासिल करना है तो उन्हें अपने बल्ले का दम दिखाना पड़ेगा।
रैना लोअर ऑर्डर में बैटिंग के लिए आते हैं, लेकिन विराट कोहली का फ़ॉर्म टीम इंडिया के लिए फ़िक्र की वजह बनता जा रहा है। विराट के टैलेंट को देखते हुए उम्मीद की जा सकती है कि जल्दी ही उनका बल्ला फ़ैन्स के दिल जीतता नज़र आएगा।