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दूसरे प्रारूपों के लिए टेस्ट मैचों को स्थगित किए जाने से चिंतित आईसीसी क्रिकेट समिति ने सुझाव दिया है कि यदि टीमें चार साल के भीतर न्यूनतम टेस्ट नहीं खेलती है तो उससे टेस्ट टीम का दर्जा छीन लिया जाए।
भारत के पूर्व कप्तान अनिल कुंबले की अध्यक्षता में समिति की पहली बैठक बुधवार को हुई।
आईसीसी ने एक बयान में कहा, पिछले साल दूसरे प्रारूपों के लिए टेस्ट मैचों को स्थगित किया गया। यह देखते हुए समिति ने सुझाव दिया कि सभी टेस्ट देशों को अपना टेस्ट दर्जा बरकरार रखने के लिए चार साल के भीतर न्यूनतम संख्या में टेस्ट मैच खेलने चाहिए। समिति ने खेल के तीनों प्रारूपों में संतुलन बनाने पर जोर दिया। इसने यह भी कहा कि टेस्ट क्रिकेट को सुरक्षित रखने की जरूरत है ।
विज्ञप्ति में कहा गया, समिति ने द्विपक्षीय एफटीपी मैचों के अंत में टेस्ट प्लेऑफ टूर्नामेंट की योजना का भी समर्थन किया। आईसीसी टेस्ट रैंकिंग के आधार पर इस टूर्नामेंट के क्वालीफायरों का निर्धारण किया जाएगा। समिति ने वन-डे क्रिकेट के नियमों में बदलाव के प्रभाव पर भी बात की।
इसने कहा, समिति ने वन-डे खेलने के नियमों में हालिया बदलावों के प्रभाव पर बात की। इसमें गैर पावरप्ले ओवरों में सर्कल के बाहर चार क्षेत्ररक्षकों को तैनात करना, प्रति ओवर दो बाउंसर की अनुमति, गेंदबाजी पावरप्ले खत्म करना और दो नई गेंद का इस्तेमाल शामिल है।
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