
उमेश यादव को गेंदबाज के तौर पर बेहतर बनाने में उनकी पत्नी तान्या का खास योगदान रहा है
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श्रीलंका के खिलाफ वनडे-टी20 की भारतीय टीम में नहीं थे उमेश
इस खाली समय का उपयोग उन्होंने इटली में छुट्टियां मनाकर किया
तेज गेंदबाज उमेश यादव के लिए लकी साबित हुई हैं तान्या
ऐसा नहीं है कि उमेश यादव में प्रतिभा की कमी थी. बस उसे निखारने और समर्पण की जरूरत थी. प्रदर्शन में स्थायित्व नहीं होना उनकी कमजोरी थी. गेंदबाजी करते हुए उमेश कई बार दिशाहीन होकर लेग स्टंप के बाहर गेंद फेंकने लगते थे. इसी कारण शुरुआती दौर में वे टीम इंडिया में कभी अंदर तो कभी बाहर होते रहे. उनके लिए हालात 2013 में बदले, जब उनकी तान्या से शादी हुई.
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उमेश यादव ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था 'मैं पहले टीम में नियमित रूप से जगह नहीं बना पा रहा था. मैं कभी विकेट लेता, कभी नहीं ले पाता. फिर जब 2013 में मेरी शादी तान्या से हुई, तब मेरे अंदर अपने प्रदर्शन को लेकर जागरुकता आई, क्योंकि मुझे पता था कि कोई ऐसा भी है जो किसी भी हाल में मेरा साथ देने के लिए तैयार है.'
वीडियो: टी20 मैच में टीम इंडिया ने श्रीलंका को हराया
उमेश के अनुसार जब तान्या ने पहले कुछ साल देखा कि उमेश करियर को लेकर सीरियस नहीं हैं. उमेश ने बताया कि तान्या मुझसे कहती कि तुम्हारे पास काबिलियत है. लेकिन तुम उसका सही उपयोग नहीं कर रहे हो. उमेश ने बताया, 'एक समय ऐसा भी था, जब मुझे लगने लगा था कि मैं अब ट्रेनिंग छोड़कर घर बैठ जाऊं. उस समय तान्या ने समझाया कि कोई ब्रेक नहीं लेना है. प्रैक्टिस पर जाना है, तो जाना है. मैं बंक भी नहीं मार सकता था. न प्रैक्टिस पर लेट हो सकता था. तान्या ने कहा, 'यही तुम्हारा जॉब है. यही जुनून है. इसे हासिल करो.' टीम इंडिया के इस तेज गेंदबाज ने कहा कि किसी खास के मुंह से ऐसी बातें सुनकर मुझे अहसास हुआ कि क्रिकेट ही मेरी जिंदगी है.'
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