रवि शास्त्री भारतीय टीम के श्रीलंका दौरे से कोच पद की जिम्मेदारी संभालेंगे (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
टीम इंडिया के नए कोच रवि शास्त्री ने कहा है कि यदि हितों के टकराव (conflict of interest) का मुद्दा आड़े नहीं आता है तो वे बल्लेबाजी सलाहकार के तौर पर मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर की सेवाएं चाहते हैं.गौरतलब है कि सचिन उस तीन सदस्यीय क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) का हिस्सा थे जिसने रवि शास्त्री का नाम मुख्य कोच के पद के लिए प्रस्तावित किया था. सीएसी में सदस्य के रूप में सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण भी शामिल थे. रवि शास्त्री के सपोर्ट स्टाफ के तौर पर मंगलवार को भरत अरुण को गेंदबाजी कोच, संजय बांगर का सहायक कोच और आर.श्रीधर को फील्डिंग कोच नियुक्त किया गया है.गौरतलब है कि सीएसी ने बैटिंग सलाहकार के रूप में राहुल द्रविड़ और गेंदबाजी सलाहकार के रूप में जहीर खान के नाम की सिफारिश की थी.
भरत अरुण की बतौर बॉलिंग कोच नियुक्ति के बाद शास्त्री ने गांगुली पर कसा यह तंज!
सचिन तेंदुलकर को बल्लेबाजी सलाहकार बनाने की संबंधी अपनी ख्वाहिश का इजहार शास्त्री ने बीसीसीआई की विशेष समिति के साथ बैठक में किया. इस बैठक में कार्यकारी अध्यक्ष सीके खन्ना, सीईओ राहुल जौहरी, कार्यकारी सचिव अमिताभ चौधरी और सीओए सदस्य डायना एडुलजी मौजूद थे. वैसे विशेष समिति ने यह साफ किया है कि राष्ट्रीय टीम में कोई भी भूमिका, चाहे वह फुल टाइमर के तौर पर हो या पार्ट टाइमर के तौर पर, में हितों के टकराव का मुद्दा आड़े नहीं आना चाहिए.
समिति के एक सदस्य ने अपना नाम उजागर न करने की शर्त पर बताया कि रवि ने सीमित समय के लिए सचिन को बैटिंग सलाहकार बनाने का विचार रखा, इस पर समिति ने उन्हें हितों के टकराव के क्लॉज की याद दिलाई. यदि सचिन यह रोल स्वीकार करते हैं तो वे आईपीएल सहित अन्य जिम्मेदारियों से हटना होगा. (भाषा से इनपुट)
भरत अरुण की बतौर बॉलिंग कोच नियुक्ति के बाद शास्त्री ने गांगुली पर कसा यह तंज!
सचिन तेंदुलकर को बल्लेबाजी सलाहकार बनाने की संबंधी अपनी ख्वाहिश का इजहार शास्त्री ने बीसीसीआई की विशेष समिति के साथ बैठक में किया. इस बैठक में कार्यकारी अध्यक्ष सीके खन्ना, सीईओ राहुल जौहरी, कार्यकारी सचिव अमिताभ चौधरी और सीओए सदस्य डायना एडुलजी मौजूद थे. वैसे विशेष समिति ने यह साफ किया है कि राष्ट्रीय टीम में कोई भी भूमिका, चाहे वह फुल टाइमर के तौर पर हो या पार्ट टाइमर के तौर पर, में हितों के टकराव का मुद्दा आड़े नहीं आना चाहिए.
समिति के एक सदस्य ने अपना नाम उजागर न करने की शर्त पर बताया कि रवि ने सीमित समय के लिए सचिन को बैटिंग सलाहकार बनाने का विचार रखा, इस पर समिति ने उन्हें हितों के टकराव के क्लॉज की याद दिलाई. यदि सचिन यह रोल स्वीकार करते हैं तो वे आईपीएल सहित अन्य जिम्मेदारियों से हटना होगा. (भाषा से इनपुट)
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