यह ख़बर 23 जुलाई, 2013 को प्रकाशित हुई थी

हरारे वन-डे : जिम्बाब्वे से तीन साल पुराना हिसाब चुकाना चाहेगा भारत

खास बातें

  • पांच एक-दिवसीय मैचों की शृंखला खेलने जिम्बाब्वे के दौरे पर पहुंची युवा खिलाड़ियों से लैस भारतीय टीम बुधवार को पहला मैच खेलेगी, और उसका उद्देश्य अपेक्षाकृत कमजोर मेजबान टीम को 5-0 से मात देकर तीन वर्ष पुराने दौरे पर मिली हार का बदला चुकाना चाहेगी।
हरारे:

पांच एक-दिवसीय मैचों की शृंखला खेलने जिम्बाब्वे के दौरे पर पहुंची युवा खिलाड़ियों से लैस भारतीय टीम जब बुधवार को पहला मैच खेलने उतरेगी तो उसका उद्देश्य न सिर्फ अपेक्षाकृत कमजोर जिम्बाब्वे की टीम को 5-0 से मात देना होगा, बल्कि वह तीन वर्ष पहले जिम्बाब्वे दौरे पर मिली हार का बदला भी चुकाना चाहेगी।

पिछले जिम्बाब्वे दौरे पर सुरेश रैना की कप्तानी में दूसरी पंक्ति के युवा खिलाड़ियों वाली थोड़ी कमजोर भारतीय टीम त्रिकोणीय शृंखला में जिम्बाब्वे के हाथों दोनों मैच हारकर शृंखला से बाहर हो गई थी।

जिम्बाब्वे की टीम हालांकि वर्तमान समय में उतनी ताकतवर नहीं रह गई है, लेकिन जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम के कोच एंडी वॉलर ने कहा है कि उनकी टीम भी भारत को चौंकाने की क्षमता रखती है और वह बुधवार से शुरू ही रही पांच मैचों की शृंखला के कम से कम एक मैच में तो ऐसा जरूर करके दिखाएगी।

भारतीय टीम में जिम्बाब्वे दौरे के लिए पांच नए खिलाड़ियों का चुनाव किया गया है, जिनमें तीन खिलाड़ियों के लिए यह दौरा अंतरराष्ट्रीय करियर का आगाज करेगा।

दौरे के लिए नियुक्त कार्यकारी कप्तान विराट कोहली के लिए भी यह दौरा परीक्षा के समान तो होगा ही। हाल ही में वेस्ट इंडीज दौरे पर त्रिकोणीय शृंखला के दौरान मिली कप्तानी कोहली के लिए कुछ खास नहीं रही थी।

भारतीय टीम की बल्लेबाजी की कमान रोहित शर्मा, शिखर धवन, कोहली और सुरेश रैना के कंधों पर होगी। शर्मा और धवन की सलामी जोड़ी हाल ही में संपन्न हुए आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी से ही बेहतरीन फॉर्म में चल रही है। मध्यक्रम की जिम्मेदारी चेतेश्वर पुजारा, अंबाती रायडू, दिनेश कार्तिक तथा रविंद्र जडेजा पर होगी।

भारतीय टीम के लिए इस दौरे पर सबसे बड़ी चुनौती गेंदबाजी में होगी, क्योंकि इस दौरे पर कोई भी नियमित तेज गेंदबाज नहीं गया है। भुवनेश्वर कुमार, इशांत शर्मा और उमेश यादव सहित स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन को इस दौरे से आराम दिया गया है।

अनुभवी स्पिन गेंदबाज अमित मिश्रा के साथ स्पिन अटैक के लिए पहली बार जम्मू एवं कश्मीर से चुनकर आए परवेज रसूल के खेल पर पूरे देश के प्रशंसकों एवं चयनकर्ताओं की निगाह है। तेज गेंदबाजी की कमान शमी अहमद, विनय कुमार, मोहित शर्मा तथा जयदेव उनादकट के हाथ में होगी।

दूसरी तरफ जिम्बाब्वे की पूरी तरह फिट मुख्य टीम मैच में हिस्सा लेगी, हालांकि वॉलर ने कहा कि रे प्राइस का पहले मैच में हिस्सा लेना संदिग्ध है।

भारत की ताकत जहां उसकी बल्लेबाजी होगी वहीं जिम्बाब्वे की ताकत उसके गेंदबाजी आक्रमण में होगी।

दोनों टीमों के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो कुछ एक बार भारत को चौंकाने के अतिरिक्त जिम्बाब्वे वर्ष 1983 के बाद से अब तक भारत के साथ हुए कुल 51 एक-दिवसीय मैचों में से मात्र 10 मैच ही जीत सकी है।

जिम्बाब्वे के वर्तमान बल्लेबाजों में सबसे अनुभवी कप्तान टेलर का रिकॉर्ड भारत के खिलाफ सबसे बेहतर है। दूसरी तरफ रोहित-धवन जिम्बाब्वे के लिए सबसे कठिन चुनौती साबित हो सकते हैं।

टीमें-

भारत : विराट कोहली (कप्तान), दिनेश कार्तिक (विकेटकीपर), रोहित शर्मा, शिखर धवन, सुरेश रैना, रविंद्र जडेजा, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, अंबाती रायडू, अमित मिश्रा, परवेज रसूल, शमी अहमद, विनय कुमार, जयदेव उनादकट तथा मोहित शर्मा।

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जिम्बाब्वे : ब्रेंडन टेलर (कप्तान/विकेटकीपर), सिकंदर रजा, तेंदई चतारा, माइकल चिनोया, एल्टन चिगुंबरा, ग्रीम क्रेमर, टिमिसेन मरूमा, हैमिल्टन मसाकाद्जा, नसाई सांग्वे, टिनोटेंडा मोटुंबोजी, वूसिमूजी सिबांडा, प्रास्पर उत्सेया, ब्रायन विटोरी, मैल्कम वॉलर और सीन विलियम्स।