T20 World Cup 2024: आम तौर पर देखा गया है कि मैच खत्म होने के बाद मैदान पर खिलाड़ियों के मोबाइल फोन पर बात करने के वीडियो सोशल मीडिया पर जारी वायरल हो जाते हैं. इस तरह की ज्यादातर तस्वीरें आईपीएल (IPL) में देखी गई हैं. मैच खत्म होने के बाद खिलाड़ी न केवल बातें करते दिख जाते हैं बल्कि वे वीडियो और रील भी बनाते हैं. अक्सर फैंस इस बात को लेकर हैरानी भी जताते हैं कि मैच खत्म होते ही खिलाड़ी विशेष के हाथ में मोबाइल कैसे. इसे लेकर उनके मन में तरह-तरह के सवाल कौंध रहे होते हैं. वैसे जब बात खिलाड़ियों के मोबाइल फोन के इस्तेमाल की आती है, तो इसे लेकर आईसीसी के बहुत ही ज्यादा कड़े नियम हैं कि खिलाड़ी और अधिकारी कब और कहां मोबाइल फोन या किसी इलेक्ट्रिक गैजेट का इस्तेमाल कर सकते हैं. चलिए आपको बताते हैं कि इस बारे में आईसीसी की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई की आचार संहिता क्या कहती है, जो जारी टी20 विश्व कप (T20 World Cup 2024) में भी लागू है.
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भ्रष्टाचार निरोधक इकाई का कोड ऑफ कंडक्ट का नियम 2.2.12 कहता है कि प्लेयर एंड मैच ऑफिशियल एरिया (PMOA) में प्रवेश करने से पहले खिलाड़ियों और स्टॉफ को एक सुरक्षित लॉकर (या इसी तरह का समान रखने वाली सुविधा) मिलनी चाहिए. नियम के तहत सभी खिलाड़ियों और स्टॉफ के सदस्यों (कुछ अपवादों को छोड़कर) PMOA में प्रवेश करने से पहले अनिवार्य रूप से अपना मोबाइल फोन इस लॉकर में जमा कराना होगा.
यह तमाम क्षेत्र आता है PMOA के दायरे में
हर अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में पीएमओए में टीमों और अधिकारियों द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला ड्रेसिंग रूम, टीमों द्वारा इस्तेमाल किए जाना वाला मैच देखने का स्थान (डगआउट भी शामिल), अंपायरों और मैच रेफरी द्वारा इस्तेमाल किए जाना वाले ऑपरेशनल रूम, खिलाड़ियों, रैफरियों, अंपायरों और तमाम अधिकारियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाला डाइनिंग रूम और आईसीकी की भ्रष्टाचार निरोधक ईकाई के प्रबंधन द्वारा निर्धारित किया गया क्षेत्र PMOA कहता है. वास्तव में इस क्षेत्र में खिलाड़ी और स्टॉफ वह कोई भी इलेक्ट्रिक उपकरण नहीं ले जा सकते हैं, जिससे इंटरनेट कनेक्शन जुड़ सकता है.
इस स्टेज पर जमा करा लिया जाता है खिलाड़ियों का फोन
मैच से पहले PMOA में प्रवेश करने से पहले टीम मैनेजर खिलाड़ियों और स्टॉफ के मोबाइल फोन जमा करा लेते हैं. आमतौर पर टीम बस से उतरने के बाद स्टेडियम में इंट्री से पहले गेट पर यह प्रक्रिया अपनाई जाती है. और टीम मैनेजर इनको उपलब्ध कराए गए लॉकर में जमा करा देता है. और मैच खत्म होने के बाद इसे संबद्ध लोगों को वापस दे दिया जाता है. ये आचार संहिता तमाम टूर्नामेंटों यहां तक कि घरेलू क्रिकेट में खेले जाने वाले रणजी ट्रॉफी मैचों तक में लागू रहती है उम्मीद है कि आपको मोबाइल फोन को लेकर शक और तमाम सवालों का जवाब मिल गया होगा कि खिलाड़ी कब फोन का इस्तेमाल कर सकते हैं और कब नहीं.
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