यह ख़बर 20 दिसंबर, 2012 को प्रकाशित हुई थी

युवराज का आलराउंड खेल, भारत ने जीता पहला टी-20

खास बातें

  • टेस्ट शृंखला में हार से आहत भारत ने युवराज सिंह के आलराउंड खेल की मदद से पहले ट्वेंटी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में गुरुवार को इंग्लैंड को पांच विकेट से हराकर सीमित ओवरों के मैचों का शानदार आगाज किया।
पुणे:

टेस्ट शृंखला में हार से आहत भारत ने युवराज सिंह के आलराउंड खेल की मदद से पहले ट्वेंटी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में गुरुवार को इंग्लैंड को पांच विकेट से हराकर सीमित ओवरों के मैचों का शानदार आगाज किया। इंग्लैंड ने बल्लेबाजी का न्यौता मिलने के बाद अच्छी शुरुआत की लेकिन युवराज के नौवें ओवर में आक्रमण में आने के बाद वह अपनी तेजी बरकरार नहीं रख पाया।

एलेक्स हेल्स (35 गेंद पर सात चौकों और दो छक्कों की मदद से 56 रन) तथा ल्यूक राइट (21 गेंद पर 34) और जोस बटलर (21 गेंद पर तीन छक्कों की मदद से नाबाद 33) की उपयोगी पारियों से उसने छह विकेट पर 157 रन बनाए। कैंसर को मात देकर क्रिकेट मैदान पर वापसी करने वाले युवराज ने पहले अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 19 रन देकर तीन विकेट लिए जिससे इंग्लैंड बड़ा स्कोर नहीं बना पाया। उन्होंने बाद में 21 गेंद पर 38 रन की तूफानी पारी खेली। सुरेश रैना (19 गेंद पर 26 रन) और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (21 गेंद पर 24 रन) फिर से अच्छे फिनिशर साबित हुए जिससे भारत ने 17.5 ओवर में पांच विकेट पर 158 रन बनाकर आसान जीत दर्ज की।

भारत टेस्ट शृंखला 1-2 से गंवाने के बाद इस मैच में उतरा था लेकिन उसने छोटे प्रारूप में खुद को इंग्लैंड पर अव्वल साबित किया जो नियमित कप्तान स्टुअर्ट ब्राड और धाकड़ बल्लेबाज केविन पीटरसन के बिना इस मैच में खेलने के लिए उतरा था। टी20 श्रृंखला का दूसरा और आखिरी मैच 22 दिसंबर को मुंबई में खेला जाएगा। इसके बाद इंग्लैंड की टीम क्रिसमस के लिए स्वदेश लौट जाएगी और पांच एकदिवसीय मैचों की शृंखला खेलने के लिए अगले साल जनवरी में फिर से भारत दौरे पर आएगी।

युवराज और विराट कोहली (17 गेंद पर 21 रन) ने तीसरे विकेट के लिये पांच ओवर में 49 रन जोड़े। इसमें युवराज का योगदान अधिक रहा। उन्होंने डैनी ब्रिग्स के पहले ओवर में मिडविकेट पर दो छक्के जमाए और फिर राइट की गेंद लांग लेग पर छह रन के लिये भेजी। वह अगली गेंद को भी यही सबक सिखाना चाहते थे लेकिन स्टुअर्ट मीकर ने उसे सीमा रेखा पर कैच में बदल दिया। युवराज ने दो चौके और तीन छक्के लगाए। मीकर ने कोहली को अपने करियर पहला शिकार बनाया। लेकिन रैना और धोनी ने किसी तरह की हड़बड़ी नहीं दिखाई और स्ट्राइक रोटेट करते हुए स्कोर को आगे बढ़ाया।

रैना ने इस बीच ब्रेसनन पर छक्का जड़कर टीम पर किसी तरह का दबाव भी नहीं बनने दिया। बायें हाथ का यह बल्लेबाज 18वें ओवर में रन आउट हो गया लेकिन धोनी ने अगली तीन में से दो गेदों को चौके के लिए भेजकर भारत को लक्ष्य तक पहुंचाया। ब्रेसनन इंग्लैंड के सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने 26 रन देकर दो विकेट लिये।

हेल्स और राइट ने यहां से 68 रन की साझेदारी की। हेल्स ने अशोक डिंडा के पहले ओवर में दो चौके जड़कर शुरुआत की और अपना पहला मैच खेल रहे परविंदर अवाना को भी यही सबक सिखाया। रविंदर जडेजा पांचवां ओवर करने के लिये आये तो हेल्स ने खूबसूरत छक्के और चौके से उनका स्वागत किया और फिर अश्विन के अगले ओवर में भी उनकी लगातार दो गेंद पर दस रन बटोरे।

जडेजा पर लगाया गया उनका छक्का इंग्लैंड का टी-20 अंतरराष्ट्रीय में 200वां छक्का भी था। वह इस मुकाम पर पहुंचने वाली छठी टीम है। चावला सातवां ओवर करने आए तो राइट ने उन पर तीन चौके जड़े और धोनी ने उन्हें भी तुरंत आक्रमण से हटा दिया। अब कोहली की बारी थी जिन पर राइट ने गेंदबाज के सिर उपर छक्का लगाया। भारत ने पहले आठ ओवरों में 76 रन लुटा दिए थे लेकिन युवराज के आक्रमण पर आने के बाद अगले नौ ओवर में केवल 47 रन बने और इस बीच तीन विकेट गिरे।

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युवराज ने राइट को लांग ऑफ पर कैच कराने के बाद अपने तीसरे ओवर में हेल्स को बोल्ड किया और कप्तान इयोन मोर्गन (नौ गेंद पर पांच रन) को लहराता कैच देने के लिये मजबूर किया। मोर्गन को इसी ओवर में धोनी ने जीवनदान दिया था। पटेल और बटलर ने अश्विन पर एक एक छक्का जड़कर डेथ ओवरों में तेजी दिखाने का प्रयास किया। बटलर ने अवाना के पारी के आखिरी ओवर में दो छक्के लगाकर स्कोर 150 रन के पार पहुंचाया।