डायना एडुलजी ने बड़ी जिम्मेदारी सौंपने के लिए सुप्रीम कोर्ट का आभार माना है
पूर्व महिला क्रिकेटर डायना एडुलजी ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के प्रशासक के तौर पर नियुक्ति के लिए सुप्रीम कोर्ट का आभार माना है. उन्होंने कहा कि मैं अपनी जिम्मेदारी पूरी गंभीरता से निभाने का प्रयास करूंगी. हालांकि उन्होंने कहा कि प्रशासकों की टीम में यदि एक क्रिकेटर और होता तो फायदा होता. डायना ने बताया कि मुझे एमिकस क्यूरी ने पूछा मैंने हां कर दिया. अभी बताया नहीं गया है कि मेरी जिम्मेदारी क्या होगी और बैठक कहां होगी.. लेकिन आईपीएल से पहले शायद बीसीसीआई चुनाव, राज्य संघों का चुनाव सहित बहुत काम होने वाला है.
इडुलजी का ध्यान मुख्य रूप से महिला क्रिकेट को बढ़ावा देना होगा. उनका मानना है कि यह क्रिकेटरों की बेहतरी के लिए जरूरी है. इस पूर्व महिला क्रिकेटर ने कहा, ‘एमिकस क्यूरी गोपाल सुब्रमण्यम ने मुझसे पूछा था कि क्या मैं इसका हिस्सा बनना पसंद करूंगी ओर मैंने कहा था ‘हां’. मुझे कोई भूमिका की उम्मीद थी लेकिन प्रशासकों के पैनल में जगह मिलने से मैं हैरान हूं. डायना ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने मुझे बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है.’ प्रशासन में अनुभव के बारे में पूछने पर इस पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि कई सालों से रेलवे की विभिन्न टीमों को संभालने से उन्हें अनुभव मिला है लेकिन बीसीसीआई में काम करना बड़ी बात है.
इस 61 वर्षीय पूर्व खिलाड़ी ने कहा, ‘हम सभी का काम भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाना होगा और हम यही करने की कोशिश करेंगे.’ भारत की ओर से 20 टेस्ट और 34 एकदिवसीय मैच खेलने वाली एडुलजी ने कहा कि वे भारतीय महिला टीम के लिए अधिक टेस्ट मैचों के आयोजन की कोशिश करेंगी. उन्होंने कहा, ‘मुझे पता है कि अधिकांश महिला टीमें टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलती लेकिन इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया अब भी लंबे प्रारूप के मैच खेलते हैं. अगर इसका मतलब हुआ कि भारत सिर्फ इन दो देशों के खिलाफ खेले तो ऐसा होगा लेकिन महिलाओं के लिए टेस्ट मैचों में इजाफा होना चाहिए.’ इडुल्जी इसके अलावा प्रभावी खिलाड़ी संघ का गठन करना चाहती हैं जो बीसीसीआई के तत्वावधान में पुरुष और महिला दोनों के सभी आयु वर्ग के क्रिकेटरों की चिंताओं का उठा सके. उन्होंने कहा, ‘अगर आप लोढ़ा समिति के सुधारवादी कदमों को देखें तो राज्य संस्थाओं में भी खिलाड़ी संघ का गठन जरूरी है. मजबूत खिलाड़ी संघ जरूरी है.’(एजेंसी से भी इनपुट)
इडुलजी का ध्यान मुख्य रूप से महिला क्रिकेट को बढ़ावा देना होगा. उनका मानना है कि यह क्रिकेटरों की बेहतरी के लिए जरूरी है. इस पूर्व महिला क्रिकेटर ने कहा, ‘एमिकस क्यूरी गोपाल सुब्रमण्यम ने मुझसे पूछा था कि क्या मैं इसका हिस्सा बनना पसंद करूंगी ओर मैंने कहा था ‘हां’. मुझे कोई भूमिका की उम्मीद थी लेकिन प्रशासकों के पैनल में जगह मिलने से मैं हैरान हूं. डायना ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने मुझे बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है.’ प्रशासन में अनुभव के बारे में पूछने पर इस पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि कई सालों से रेलवे की विभिन्न टीमों को संभालने से उन्हें अनुभव मिला है लेकिन बीसीसीआई में काम करना बड़ी बात है.
इस 61 वर्षीय पूर्व खिलाड़ी ने कहा, ‘हम सभी का काम भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाना होगा और हम यही करने की कोशिश करेंगे.’ भारत की ओर से 20 टेस्ट और 34 एकदिवसीय मैच खेलने वाली एडुलजी ने कहा कि वे भारतीय महिला टीम के लिए अधिक टेस्ट मैचों के आयोजन की कोशिश करेंगी. उन्होंने कहा, ‘मुझे पता है कि अधिकांश महिला टीमें टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलती लेकिन इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया अब भी लंबे प्रारूप के मैच खेलते हैं. अगर इसका मतलब हुआ कि भारत सिर्फ इन दो देशों के खिलाफ खेले तो ऐसा होगा लेकिन महिलाओं के लिए टेस्ट मैचों में इजाफा होना चाहिए.’ इडुल्जी इसके अलावा प्रभावी खिलाड़ी संघ का गठन करना चाहती हैं जो बीसीसीआई के तत्वावधान में पुरुष और महिला दोनों के सभी आयु वर्ग के क्रिकेटरों की चिंताओं का उठा सके. उन्होंने कहा, ‘अगर आप लोढ़ा समिति के सुधारवादी कदमों को देखें तो राज्य संस्थाओं में भी खिलाड़ी संघ का गठन जरूरी है. मजबूत खिलाड़ी संघ जरूरी है.’(एजेंसी से भी इनपुट)
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