दुबई:
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने टीवी स्टिंग में पकड़े गए छह अंपायरों को जांच पूरी होने तक निलंबित कर दिया है। उन पर आरोप है कि वे श्रीलंका में खेले गए टी-20 वर्ल्ड कप के दौरान मैच फिक्स करने के लिए राजी हो गए थे।
आईसीसी ने एक बयान में कहा, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद और उसके सभी पूर्णकालिक सदस्य बोर्ड इस बात पर राजी हो गए कि जांच पूरी होने तक इंडिया टीवी के स्टिंग ऑपरेशन में पकड़े गए किसी भी अंपायर को घरेलू या अंतरराष्ट्रीय मैच की अंपायरिंग नहीं करने दी जाएगी। इसमें कहा गया, इसमें दिखाए गए अंपायरों का आईसीसी से करार नहीं है। उनकी नियुक्ति करने वाले बोर्ड खुद मामले की जांच करेंगे।
चैनल की वीडियो क्लिप्स में दिखाया गया था कि अंपायर पैसे की एवज में कुछ फैसले देने के लिए तैयार हो गए थे। श्रीलंका क्रिकेट के मुख्य कार्यकारी अजित जयशेखरा ने कहा कि वे स्टिंग ऑपरेशन के टेप पर गौर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्थानीय भ्रष्टाचार निरोधक ईकाई इस मामले में आईसीसी के साथ काम करेगी।
स्टिंग में दिखाए गए छह अंपायरों में पाकिस्तान के नदीम गौरी और अनीस सिद्दीकी, बांग्लादेश के नादिर शाह, श्रीलंका के गामिनी दिसानायके, मौरिस विंस्टन और सागरा गालागे शामिल हैं। सभी अंपायरों ने अपने पर लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि चैनल ने उन्हें फंसाया है।
वहीं, इंडिया टीवी के चेयरमैन और मुख्य संपादक रजत शर्मा ने कहा कि वह टेप की प्रामाणिकता सिद्ध करने के लिए किसी भी जांच के लिए तैयार हैं। शर्मा ने कहा कि अंपायर 'आपराधिक' काम करने को तैयार हो गए थे, जो क्रिकेट के लिए ठीक नहीं है।
चैनल के अनुसार शाह 'आउट' या 'नॉट आउट' जैसे फैसले देने को तैयार हो गए थे। उन्होंने 40 से अधिक वन-डे और छह टेस्ट में टीवी अंपायर की और तीन टेस्ट में रिजर्व अंपायर की भूमिका निभाई है। गौरी टीम इंडिया की मदद करने को तैयार हो गए थे। वह 43 वन-डे, 14 टेस्ट और चार टी-20 मैचों में अंपायरिंग कर चुके हैं।
आईसीसी ने एक बयान में कहा, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद और उसके सभी पूर्णकालिक सदस्य बोर्ड इस बात पर राजी हो गए कि जांच पूरी होने तक इंडिया टीवी के स्टिंग ऑपरेशन में पकड़े गए किसी भी अंपायर को घरेलू या अंतरराष्ट्रीय मैच की अंपायरिंग नहीं करने दी जाएगी। इसमें कहा गया, इसमें दिखाए गए अंपायरों का आईसीसी से करार नहीं है। उनकी नियुक्ति करने वाले बोर्ड खुद मामले की जांच करेंगे।
चैनल की वीडियो क्लिप्स में दिखाया गया था कि अंपायर पैसे की एवज में कुछ फैसले देने के लिए तैयार हो गए थे। श्रीलंका क्रिकेट के मुख्य कार्यकारी अजित जयशेखरा ने कहा कि वे स्टिंग ऑपरेशन के टेप पर गौर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्थानीय भ्रष्टाचार निरोधक ईकाई इस मामले में आईसीसी के साथ काम करेगी।
स्टिंग में दिखाए गए छह अंपायरों में पाकिस्तान के नदीम गौरी और अनीस सिद्दीकी, बांग्लादेश के नादिर शाह, श्रीलंका के गामिनी दिसानायके, मौरिस विंस्टन और सागरा गालागे शामिल हैं। सभी अंपायरों ने अपने पर लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि चैनल ने उन्हें फंसाया है।
वहीं, इंडिया टीवी के चेयरमैन और मुख्य संपादक रजत शर्मा ने कहा कि वह टेप की प्रामाणिकता सिद्ध करने के लिए किसी भी जांच के लिए तैयार हैं। शर्मा ने कहा कि अंपायर 'आपराधिक' काम करने को तैयार हो गए थे, जो क्रिकेट के लिए ठीक नहीं है।
चैनल के अनुसार शाह 'आउट' या 'नॉट आउट' जैसे फैसले देने को तैयार हो गए थे। उन्होंने 40 से अधिक वन-डे और छह टेस्ट में टीवी अंपायर की और तीन टेस्ट में रिजर्व अंपायर की भूमिका निभाई है। गौरी टीम इंडिया की मदद करने को तैयार हो गए थे। वह 43 वन-डे, 14 टेस्ट और चार टी-20 मैचों में अंपायरिंग कर चुके हैं।
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