विराट कोहली ने कहा, 'रिजल्ट देने वाली हैं स्पिन पिचें, आलोचना को दिल से लगाने की जरूरत नहीं'

विराट कोहली ने कहा, 'रिजल्ट देने वाली हैं स्पिन पिचें, आलोचना को दिल से लगाने की जरूरत नहीं'

विराट कोहली (फाइल फोटो)

ब्रिस्बेन:

भारत-दक्षिण अफ्रीका के बीच बेंगलुरू में होने वाले दूसरे टेस्ट मैच से पहले शुक्रवार को कप्तान विराट कोहली ने स्पिन पिच बनाए जाने का बचाव किया। उन्होंने कहा कि स्पिन की अनुकूल पिचों पर खेलने को लेकर किसी भी तरह की आलोचना को दिल से लगाने की जरूरत नहीं है। उन्होंने साथ ही कहा कि ये नतीजा देने वाली पिचें हैं, जो टेस्ट प्रारूप में कम होते दर्शकों को दोबारा मैदान पर खींचकर लाएंगी।

हमें इससे मतलब नहीं कि क्या लिखा जा रहा
कोहली से जब यह पूछा गया कि उनकी कप्तानी में टेस्ट मैचों में जीत की हैट्रिक पर क्या मोहली के विकेट की प्रकृति हावी रही, तो उन्होंने सीधा जवाब देते हुए कहा, ‘‘यह तब ही निराशाजनक होता है जब आप जो लिखा या कहा जाए उसे दिल से लगा लेते हो और इसके बारे में काफी अधिक सोचते हो। हम प्रक्रिया पर ध्यान केंद्रित करते हैं और इस बारे में नहीं सोचते कि क्या लिखा या कहा जा रहा है। तथ्य यह है कि हमने टेस्ट मैच जीता और टीम के रूप में हम इससे अच्छा महसूस कर रहे हैं।’’

हम आलोचना से निराश नहीं
दूसरे टेस्ट की पूर्व संध्या पर कोहली ने कहा, ‘‘हम बाहरी चीजों को लेकर या अपने नियंत्रण से बाहर की चीजों को लेकर हो रही चर्चा से चिंतित नहीं हैं। अगर किसी को कोई चीज अपनी रुचि के अनुसार लगती है और वह इस बारे में कुछ कहता या लिखता है तो यह उनकी पसंद है। यह हम पर निर्भर करता है कि हम इसे दिल से लगाते हैं या चुपचाप बैठ जाते हैं और निराश महसूस करते हैं। हम बिल्कुल भी निराश नहीं हैं। हमने क्रिकेट का मैच जीता है। हम इसे लेकर काफी खुश हैं।’’

पहले टेस्ट में दर्शकों की कमी पर कप्तान ने आलोचकों पर निशाना साधते हुए कहा कि नतीजा देने वाले विकेट ही दर्शकों को मैदान पर लेकर आएंगे।

नतीजे वाली पिच से खुश
कोहली ने कहा, ‘‘हमें खुश होना चाहिए हमें नतीजा देने वाली पिचें मिल रही हैं, क्योंकि तब अधिक लोग मैच देखने आएंगे। इसकी जगह पिच की आलोचना करने और यह कहने का कोई मतलब नहीं है कि यह उचित नहीं है।’’ भारतीय कप्तान ने कहा कि खिलाड़ियों का मैच पर ध्यान इतना अधिक रहता है कि मैच के दौरान अन्य चीजें बेमानी हो जाती हैं।

रोमांचक सीरीज
उन्होंने कहा, ‘‘हम इससे बेहद दुखी नहीं होते कि काफी अधिक लोग इस टेस्ट मैच को देखने नहीं आ रहे। बेशक, आपको दर्शकों से पूरी तरह से भरे स्टेडियम में खेलना पसंद है, लेकिन अंत में आपका ध्यान आपको फेंकी जा रही गेंद पर रहता है और एक गेंदबाज के रूप में आपका ध्यान इस पर होता है कि आपको कैसी गेंद फेंकनी है। हमें उम्मीद है कि इस टेस्ट मैच को देखने अधिक लोग आएंगे, क्योंकि यह रोमांचक सीरीज है, दो रोमांचक और काफी मजबूत टीमों के बीच।’’

गलतियों से सीख मिली
कोहली ने कहा कि एडिलेड में पहली बार टीम की कप्तानी करने के बाद से उनकी मानसिकता में कोई बदलाव नहीं आया है, लेकिन समय के साथ उन्होंने अपनी गलतियों का आंकलन करना सीख लिया है। भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘मानसिकता में कोई बदलाव नहीं आया है। हो सकता है कि गलतियों से सबक सीखा हो। उस दिन एडिलेड में हम टेस्ट जीतना चाहते थे और हम बेंगलुरू में भी ऐसा ही करेंगे। मानसिकता वही रहेगी, लेकिन आप बैठकर अपनी गलतियां खोज सकते हो और आगे बढ़ने के साथ इनमें सुधार कर सकते हो।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इसी तरह बल्लेबाजी करते हुए मानसिकता में बदलाव नहीं आता, लेकिन आप गलतियों में सुधार करते हो और आगे बढ़ते हो।’’

पुजारा-विजय ने हमें मैच में बनाए रखा
मोहाली में आसान जीत के दौरान चेतेश्वर पुजारा और मुरली विजय ने शानदार प्रदर्शन किया और कोहली ने कहा कि उन्हें दोनों पर गर्व है। उन्होंने कहा, ‘‘उन दोनों (पुजारा और विजय) ने पिछले मैच में जिस तरह बल्लेबाजी की, उससे हम सभी को उन पर काफी गर्व है। उन्हें जिस तरह बल्लेबाजी की उससे हम काफी कुछ सीख सकते हैं। हमारे बल्लेबाजों ने उस तरह का जज्बा नहीं दिखाया, जिस तरह दिखाना चाहिए था और हमें यह पता है। मुझे लगता है कि उन्होंने हमें मैच में बनाए रखा और यह काफी महत्वपूर्ण है कि दोनों खिलाड़ी प्रत्येक पारी में खड़े रहे। दोनों पारियों में उनका योगदान हमारे लिए बेहद अहम था।’’

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ईशांत शर्मा की वापसी से खुशी हुई
पत्रकारों से चर्चा करते हुए विराट कोहली ने कहा कि टीम को ऐसे तेज गेंदबाज की जरूरत है, जो सधी गेंदबाजी करने के साथ-साथ ब्रेकथ्रू भी दिला सके। ऐसे में ईशांत शर्मा की वापसी से टीम को मजबूती मिलेगी, क्योंकि श्रीलंका में भी उन्होंने शानदार गेंदबाजी की थी।