मुंबई क्रिकेट संघ के अध्यक्ष पद के लिए नामांकन रद्द होने के खिलाफ भाजपा नेता गोपीनाथ मुंडे की अपील आज खारिज होने के साथ ही शरद पवार का निर्विरोध चुना जाना तय हो गया है।
एमसीए के निवृतमान अध्यक्ष रवि सावंत ने बताया कि महाराष्ट्र के पूर्व उप-मुख्यमंत्री मुंडे का आवेदन चुनाव अधिकारी ने उनकी रिहाइश के आधार पर खारिज कर दिया था। मुंडे ने इसके खिलाफ अपील की थी, जिसे भी खारिज कर दिया गया।
मुंडे का आवेदन शनिवार को चुनाव अधिकारी ने खारिज कर दिया था, क्योंकि उनके मतदाता पंजीकरण में पता बीड का था।
एमसीए के नियमों के तहत मुंबई का निवासी ही चुनाव लड़ सकता है।
मुंडे की अपील खारिज होने के कारण के बारे में सावंत ने कहा कि बंबई उच्च न्यायालय के 2006 के फैसले के तहत एक व्यक्ति के अलग-अलग शहरों में घर हो सकते हैं, लेकिन उसे उसी स्थान का स्थायी निवासी माना जाएगा जहां मतदाता सूची में उसका नाम हो।
सावंत ने कहा, मुंडे ने अपील दायर की थी, जिसके साथ उन्होंने कई दस्तावेज जमा किए थे, जिसमें दिखाया गया था कि वे मुंबई के निवासी हैं, लेकिन उनसे सिर्फ इतना पता चलता है कि उनका मुंबई में घर है, लेकिन बंबई उच्च न्यायालय के 2006 के फैसले के अनुसार, किसी व्यक्ति का स्थायी निवास उसे ही माना जाएगा जहां की मतदाता सूची में उसका नाम है। मेरे भले ही दो शहरों में घर हों, लेकिन जहां की मतदाता सूची में मेरा नाम है, वही मेरा स्थायी घर होगा। उन्होंने कहा कि इस घटनाक्रम के बाद अब एमसीए अध्यक्ष पद की दौड़ में सिर्फ पवार बचे हैं और उनका निर्विरोध चुना जाना तय है।bh
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