शाहिद अफरीदी के संन्यास लेने की अटकलें हैं... (फाइल फोटो)
कराची:
पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेट कप्तान शाहिद अफरीदी (Shahid Afridi) की बल्लेबाजी जितनी विस्फोटक रही है, वह मैदान के बाहर भी उतने ही विस्फोटक रहे हैं. अफरीदी अपने विचार खुलकर रखते हैं. फिर चाहे वह पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के बारे में ही क्यों न हो. पिछले महीने ही उन्होंने संन्यास की खबरों को नकार दिया था और कहा था कि वह बोर्ड पर निर्भर नहीं हैं. इससे पहले वह पाकिस्तान के ही पूर्व क्रिकेट जावेद मियांदाद के साथ भी विवादों में रहे. अब सोमवार को उन्होंने संकेत दिया है कि उनका अंतरराष्ट्रीय करियर लगभग खत्म हो गया है और साथ ही कहा कि वह अब फ्रीलांस क्रिकेटर बनना चाहते हैं.
शाहिद अफरीदी की बातों से ऐसा लग रहा है कि वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट भले ही न खेलें, लेकिन क्रिकेट खेलना बंद नहीं करेंगे और वह पाकिस्तान की ओर से नहीं बल्कि दुनियाभर की विभिन्न लीगों में खेलने का लुत्फ उठाना चाहते हैं.
कराची विश्वविद्यालय परिसर में समारोह के दौरान अफरीदी ने संवाददाताओं से कहा, ‘मैं जितना क्रिकेट खेलना चाहता था खेल चुका हूं और अब मैं लीग में खेलने पर ध्यान लगाना चाहता हूं और इसका लुत्फ उठाना चाहता हूं.’
विदाई मैच को लेकर हुए थे नाराज
पिछले महीने यह खबर थी कि शाहिद अफरीदी विदाई मैच चाहते हैं, लेकिन उनका बोर्ड इससे इंकार करता रहा. अब इस तरह की अटकलें हैं कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड अफरीदी को विदाई मैच का मौका दे सकता है.
हालांकि शाहिद अफरीदी ने दिसंबर में पेशावर में मीडिया से कहा था, 'मैंने पाकिस्तान के लिए 20 साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेली है, पीसीबी के लिए नहीं. मैं मैच के लिए किसी पर निर्भर नहीं हूं. जो प्यार और सहयोग मुझे अपने शुभचिंतकों और प्रशंसकों से मिला है वह मेरे लिए पर्याप्त पुरस्कार है.'
मानवतावादी कदम भी उठाया है...
मानवतावादी कदम उठाते हुए पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेट कप्तान शाहिद अफरीदी दुबई की जेलों में छोटे मोटे वित्तीय अपराधों के लिए बंद अपने देश के 25 कैदियों को छुड़ाने के लिए 21 हजार डॉलर देंगे. दुबई पुलिस ने बताया कि अफरीदी के इनका वित्तीय जुर्माना देने के बाद पाकिस्तान के 25 कैदियों को दुबई की जेलों से छोड़ दिया जाएगा.
'खलीज टाइम्स' ने दुबई पुलिस के मानवाधिकार महानिदेशालय के महानिदेशक डॉ मोहम्मद अल मुर्र के हवाले से कहा कि अफरीदी ने छोटे मोटे वित्तीय अपराधों के दोषी कैदियों की रिहाई के लिए भुगतान की पेशकश की है. पुलिस ने बताया कि कैदियों की रिहाई के लिए अफरीदी 80,000 दिरहम (21,781 डॉलर) का भुगतान करेंगे.
(इनपुट एजेंसी से भी)
शाहिद अफरीदी की बातों से ऐसा लग रहा है कि वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट भले ही न खेलें, लेकिन क्रिकेट खेलना बंद नहीं करेंगे और वह पाकिस्तान की ओर से नहीं बल्कि दुनियाभर की विभिन्न लीगों में खेलने का लुत्फ उठाना चाहते हैं.
कराची विश्वविद्यालय परिसर में समारोह के दौरान अफरीदी ने संवाददाताओं से कहा, ‘मैं जितना क्रिकेट खेलना चाहता था खेल चुका हूं और अब मैं लीग में खेलने पर ध्यान लगाना चाहता हूं और इसका लुत्फ उठाना चाहता हूं.’
विदाई मैच को लेकर हुए थे नाराज
पिछले महीने यह खबर थी कि शाहिद अफरीदी विदाई मैच चाहते हैं, लेकिन उनका बोर्ड इससे इंकार करता रहा. अब इस तरह की अटकलें हैं कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड अफरीदी को विदाई मैच का मौका दे सकता है.
हालांकि शाहिद अफरीदी ने दिसंबर में पेशावर में मीडिया से कहा था, 'मैंने पाकिस्तान के लिए 20 साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेली है, पीसीबी के लिए नहीं. मैं मैच के लिए किसी पर निर्भर नहीं हूं. जो प्यार और सहयोग मुझे अपने शुभचिंतकों और प्रशंसकों से मिला है वह मेरे लिए पर्याप्त पुरस्कार है.'
मानवतावादी कदम भी उठाया है...
मानवतावादी कदम उठाते हुए पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेट कप्तान शाहिद अफरीदी दुबई की जेलों में छोटे मोटे वित्तीय अपराधों के लिए बंद अपने देश के 25 कैदियों को छुड़ाने के लिए 21 हजार डॉलर देंगे. दुबई पुलिस ने बताया कि अफरीदी के इनका वित्तीय जुर्माना देने के बाद पाकिस्तान के 25 कैदियों को दुबई की जेलों से छोड़ दिया जाएगा.
'खलीज टाइम्स' ने दुबई पुलिस के मानवाधिकार महानिदेशालय के महानिदेशक डॉ मोहम्मद अल मुर्र के हवाले से कहा कि अफरीदी ने छोटे मोटे वित्तीय अपराधों के दोषी कैदियों की रिहाई के लिए भुगतान की पेशकश की है. पुलिस ने बताया कि कैदियों की रिहाई के लिए अफरीदी 80,000 दिरहम (21,781 डॉलर) का भुगतान करेंगे.
(इनपुट एजेंसी से भी)
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