संदीप पाटिल और अनुराग ठाकुर
नई दिल्ली: बीसीसीआई में संदीप पाटिल की अगुआई वाली चयन समिति की ने एक बैठक के बाद टीम इंडिया के खिलाड़ियों की घोषणा की। घोषणा तक की बात तो ठीक रही, लेकिन संवाददाताओं से जिस प्रकार पाटिल ने बातें कहीं उससे टीम चयन के दौरान समिति के भीतर उठे मतभेद, खिलाड़ियों के चयन को लेकर हुई तीखी बहस का अंदाजा लगाया जा सकता है।
निराशाजनक प्रदर्शन पर चयनकर्ताओं की नजर
संवाददाताओं से पाटिल ने कहा कि चयनकर्ता दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीमित ओवरों के मैचों में अब तक टीम के निराशाजनक प्रदर्शन पर करीबी नजर रखे हुए हैं। मेजबान टीम टी-20 सीरीज 0-2 से गंवाने के बाद वनडे सीरीज में भी 1-2 से पिछड़ रही है।
कप्तान से बात की है
पाटिल ने कहा, ‘‘हम चिंतित (प्रदर्शन को लेकर) हैं। टीम के साथ यात्रा कर रहे दो चयनकर्ताओं ने टीम प्रबंधन और कप्तान से बात की है। हमारी कप्तान के साथ विस्तृत चर्चा हुई। यह चिंता की बात नहीं है। जब भी भारतीय टीम अच्छा प्रदर्शन करती है तो हम अच्छा महसूस करते हैं और जब भी हारती है तो हमें बुरा लगता है।’’
हम उस टीम का समर्थन करते हैं जिसे हमने चुना है
उन्होंने कहा, ‘‘मैं कहना चाहता हूं कि कोई भी खुश नहीं है कि हमने वह मैच गंवाया जिसे हमें जीतना चाहिए था। लेकिन फिर भी हम उस टीम का समर्थन करते हैं जिसे हमने चुना है। हम टीम प्रबंधन और सहायक स्टाफ का समर्थन करते हैं। हम चाहते हैं कि वे अच्छा प्रदर्शन करें। हमें जिन विभागों पर गौर करना चाहिए उन पर चर्चा हुई, जिस पर टीम प्रबंधन और कप्तान ने अपने विचार रखे।’’
पाटिल ने कहा कि चयनकर्ताओं और कप्तान में टीम के संयोजन को लेकर कोई मतभेद नहीं हैं।
अंतिम 11 खिलाड़ियों का चयन उन पर निर्भर करता है
उन्होंने कहा, ‘‘मैं पहले भी यह कह चुका हूं कि यह कप्तान को वह टीम जो वह चाहता है उसे देने के अलावा ऐसी टीम चुनना है जिसके बारे में चयनकर्ताओं को लगता है कि यह अच्छा प्रदर्शन करेगी। चाहे कप्तान हो, टीम प्रबंधन, कोच या सभी चयनकर्ता उन्हें लगता है कि उन्होंने सर्वश्रेष्ठ टीम चुनी है। अंतिम 11 खिलाड़ियों का चयन उन पर निर्भर करता है। हम कुछ चीजों को लेकर चिंतित हैं और हमें उम्मीद है कि भविष्य में इस मुद्दे को सुलझा लिया जाएगा।’’