
- आकाश दीप ने ओवल टेस्ट में अपनी पहली हाफ़ सेंचुरी लगाई, जो उनके टेस्ट करियर का सर्वश्रेष्ठ स्कोर है
- उन्होंने यशस्वी जायसवाल के साथ तीसरे विकेट के लिए 107 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी निभाई
- नाइट वॉचमैन के रूप में आकाश दीप ने टिककर खेलते हुए टीम को संकट से बाहर निकाला
द ओवल पर आकाश दीप ने अपने टेस्ट क्रिकेट के पहली हॉफ सेंचुरी लगाई, मुट्ठी भींची और फिर बल्ला उठाकर ड्रेसिंग रूम की ओर इशारा किया. पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने तारीफ करते हुए कहा, “बहुत अच्छा, शाबाश यंगमैन!”
बैटर की तरह हुई शुरुआत
आकाशदीप ने NDTV से एक इंटरव्यू में ये बताया था, 'बिहार में 3-4 दिनों के लिए रेड बॉल क्रिकेट होती थी. मैंने उसमें हिस्सा लिया था और तब मैं बैटिंग करता था.' उनके जानने वाले कोच बताते हैं कि वो लोकल लेवल पर एक अच्छे बैटर थे और बड़े छक्के लगाते थे.
Akash Deep departs after a brilliant knock 👏⁰He came in as a nightwatchman and walked out like a top-order batter!⁰A standing ovation well deserved 🙌⁰~ What's your take on this 🤔 #INDvsENG #ENGvIND
— Kavya Maran (@Kavya_Maran_SRH) August 2, 2025
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यादगार हाफ़ सेंचुरी
ओवल पर आकाश दीप एक ज़िम्मेदारी के साथ उतरे और उससे कहीं आगे बढ़कर अपना रोल अदा कर दिया. आकाश के 10वें टेस्ट में ये उनका बेस्ट स्कोर है. 70 गेंदों की इस हाफ़ सेंचुरी में सासाराम एक्सप्रेस अर्द्धशतक, 9 चौके लगाए. इससे पहले आकाश का टेस्ट में बेस्ट 31 रनों की उनकी पारी थी.
परफेक्ट नाइटवचॉमैन
ओवल टेस्ट का तीसरा दिन सीरीज़ का निर्णायक दिन साबित हो सकता है. भारतीय टीम 75/2 से आगे खेलने उतरी तो ड्रेसिंग रूम से कम से कम आकाश दीप के लिए संदेश साफ़ था. वो विकेट पर टिककर यशस्वी का साथ निभाएं. आकाश एक नाइट वॉचमैन बनकर दूसरे दिन मैदान पर उतरे और बिना आउट हुए 4 रनों के साथ बिना आउट हुए वापस लौटे. बर्मिंघम और लॉर्ड्स पर आकाश दीप ने 6,7 और 1 रनों की पारियां खेली थीं. लेकिन द ओवल पर बुमराह एक अलग ज़िम्मेदारी के साथ उतरे. जॉश टंग और गस एटकिनसन जैसे गेंदबाज़ों के प्लान को फेल करते रहे. बड़ी बात ये भी है कि अमित मिश्रा के एक दशक बाद किसी नाइटवॉचमैन की भारतीय टीम के लिए ये पहली हाफ़ सेंचुरी है.
यशस्वी के साथ बड़ी पार्टनरशिप
तीसरे दिन ओवल आकाश ने टिककर आकाश ने ना सिर्फ यशस्वी जायसवाल का साथ निभाया. टीम इंडिया को क-एक इंच जीत की दहलीज़ तक ले जाने में मदद की. आकाश दीप ने यशस्वी के साथ तीसरे विकेट के लिए बेहद अहम 107 रनों की पार्टनरशिप की. आकाश ने 94 गेंदों पर 12 चौकों के सहारे 66 रन बनाए.
फोकस और ज़िम्मेदारी
आकाशदीप ने अगले दिन भी अपना फोकस नहीं खोया. लोकल क्रिकेट में उनकी शुरुआत एक बैटर के तौर पर ही हुई थी. अपनी बैटिंग और उससे भी ज़्यादा टीम की ज़रूरत को वो कितनी अहमियत देते हैं, इसे वो कई बार साबित कर चुके हैं. 107 रनों की साझेदारी तक उनकी रफ्तार ना सिर्फ यशस्वी से तेज़ रही बल्कि वो अपने फोकस के साथ वो एक सधे बैटर की तरह भी नज़र आए.
अब बॉलिंग में भी बड़ी उम्मीद
उनकी ये पारी टीम इंडिया के लिए बिलाशक बेहद कारगर साबित होने वाली है. उन्हें जो रोल दिया गया था उन्होंने उसे संजीदगी से निभाया और ड्रेसिंग रूम का भरोसा और फ़ैन्स का दिल जीत लिया. आकाशदीप ने पिछले दो टेस्ट में 11 विकेट अपने नाम किये हैं. बर्मिंघम में 4/88 और 6/99 रनों की पारियां खेलकर उन्होंने टीम इंडिया. को जीत दिलवाने में बेहद अहम रोल अदा किया. ओवल पर टीम और फ़ैन्स एक बार फिर कुछ वैसी ही उम्मीद पाल रहे हैं.
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