भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने हार को निराशाजनक बताया.
धर्मशाला:
धर्मशाला में खेले गए पहले वनडे मैच में श्रीलंका ने भारत को करारी शिकस्त दी है. श्रीलंका ने भारत को इस मैच में 7 विकेट से हराया. भारतीय टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए ताश के पत्तों की तरह बिखर गई और सिर्फ 112 रन ही बना पाई. श्रीलंकाई टीम ने 20.4 ओवर में तीन विकेट खोकर लक्ष्य को आसानी से हासिल कर लिया.
यह भी पढ़ें : 'यह' है महेंद्र सिंह धोनी के सबसे बड़े संकटमोचक होने का 'सबसे बड़ा सबूत'!
हार के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने इस प्रदर्शन को निराशाजनक बताया और कहा कि उनकी टीम के लिए यह आंख खोलने वाला है. रोहित ने कहा, 'हमने बल्लेबाजी में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया. अगर हमने 70-80 रन और बनाए होते तो स्थिति अलग होती. इन परिस्थितियों में अच्छा प्रदर्शन करना महत्वपूर्ण है. यह हम सबके लिए आंख खोलने वाला है. भारत की तरफ से केवल महेंद्र सिंह धोनी (65) ही गेंदबाजों का डटकर सामना कर पाए.
यह भी पढ़ें : पर इन 'चार बड़ी शर्मिंदगियों' से बचा लिया महेंद्र सिंह धोनी ने!
रोहित ने कहा कि वह धोनी के प्रयास से हैरान नहीं थे. उन्होंने कहा, 'वह जानते हैं कि इन परिस्थितियों में क्या करना है. मुझे कोई हैरानी नहीं. अगर उनका साथ देने वाला कोई और होता तो इससे बड़ा अंतर पैदा होता. जब हम गेंदबाजी कर रहे थे तब भी पिच से कुछ मदद मिल रही थी, लेकिन 112 रन पर्याप्त नहीं थे. ' विराट कोहली की अनुपस्थिति में वनडे में कप्तानी करने के बारे में रोहित ने कहा, 'बहुत अच्छा अनुभव नहीं रहा. कोई भी मैच नहीं हारना चाहता. हमें अब अगले दो मैचों पर ध्यान केंद्रित करके वापसी करनी होगी.
VIDEO : मैदान पर की बदसलूकी तो पड़ेगा महंगा
वहीं, श्रीलंका के कप्तान तिसारा परेरा ने अपने गेंदबाजों की तारीफ की. हालांकि उन्होंने स्वीकार किया कि इस पिच पर बल्लेबाजी करना आसान नहीं था. परेरा ने कहा, 'पहले हमें अपने गेंदबाजों को 200 प्रतिशत श्रेय देना होगा. उन्होंने हमारे लिए सब कुछ सही किया. सही लेंथ से सही क्षेत्र में गेंदबाजी की.'
उन्होंने कहा, 'गेंदबाजों ने बेहद अनुशासित गेंदबाजी की और यह हमारी सफलता का कारण है. इस विकेट पर खेलना आसान नहीं था. हमने ऐसे विकेट की उम्मीद नहीं की थी. हमने 250 से 260 रन के स्कोर की उम्मीद की थी, लेकिन जब हमने गेंदबाजी शुरू की तो हमें लग गया था कि हम उन्हें 220 रन के अंदर रोक सकते हैं.'
यह भी पढ़ें : 'यह' है महेंद्र सिंह धोनी के सबसे बड़े संकटमोचक होने का 'सबसे बड़ा सबूत'!
हार के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने इस प्रदर्शन को निराशाजनक बताया और कहा कि उनकी टीम के लिए यह आंख खोलने वाला है. रोहित ने कहा, 'हमने बल्लेबाजी में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया. अगर हमने 70-80 रन और बनाए होते तो स्थिति अलग होती. इन परिस्थितियों में अच्छा प्रदर्शन करना महत्वपूर्ण है. यह हम सबके लिए आंख खोलने वाला है. भारत की तरफ से केवल महेंद्र सिंह धोनी (65) ही गेंदबाजों का डटकर सामना कर पाए.
यह भी पढ़ें : पर इन 'चार बड़ी शर्मिंदगियों' से बचा लिया महेंद्र सिंह धोनी ने!
रोहित ने कहा कि वह धोनी के प्रयास से हैरान नहीं थे. उन्होंने कहा, 'वह जानते हैं कि इन परिस्थितियों में क्या करना है. मुझे कोई हैरानी नहीं. अगर उनका साथ देने वाला कोई और होता तो इससे बड़ा अंतर पैदा होता. जब हम गेंदबाजी कर रहे थे तब भी पिच से कुछ मदद मिल रही थी, लेकिन 112 रन पर्याप्त नहीं थे. ' विराट कोहली की अनुपस्थिति में वनडे में कप्तानी करने के बारे में रोहित ने कहा, 'बहुत अच्छा अनुभव नहीं रहा. कोई भी मैच नहीं हारना चाहता. हमें अब अगले दो मैचों पर ध्यान केंद्रित करके वापसी करनी होगी.
VIDEO : मैदान पर की बदसलूकी तो पड़ेगा महंगा
वहीं, श्रीलंका के कप्तान तिसारा परेरा ने अपने गेंदबाजों की तारीफ की. हालांकि उन्होंने स्वीकार किया कि इस पिच पर बल्लेबाजी करना आसान नहीं था. परेरा ने कहा, 'पहले हमें अपने गेंदबाजों को 200 प्रतिशत श्रेय देना होगा. उन्होंने हमारे लिए सब कुछ सही किया. सही लेंथ से सही क्षेत्र में गेंदबाजी की.'
उन्होंने कहा, 'गेंदबाजों ने बेहद अनुशासित गेंदबाजी की और यह हमारी सफलता का कारण है. इस विकेट पर खेलना आसान नहीं था. हमने ऐसे विकेट की उम्मीद नहीं की थी. हमने 250 से 260 रन के स्कोर की उम्मीद की थी, लेकिन जब हमने गेंदबाजी शुरू की तो हमें लग गया था कि हम उन्हें 220 रन के अंदर रोक सकते हैं.'
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं