ऋषभ पंत ने अंडर-19 वर्ल्डकप में भी शानदार प्रदर्शन किया था (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
दिल्ली के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत मंगलवार को झारखंड के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच में केवल 48 गेंदों पर शतक ठोककर भारत की तरफ से प्रथम श्रेणी मैचों में सबसे तेज बनाने वाले बल्लेबाज बने.
केरल के थुम्बा में खेले जा रहे इस मैच में पंत आखिर में 67 गेंदों पर आठ चौकों अैर 13 छक्कों की मदद से 135 रन बनाकर आउट हुए. इस युवा खिलाड़ी ने अब तक इस सत्र में बेहतरीन प्रदर्शन किया है. उन्होंने सात पारियों में 133.16 की औसत और 113 . 17 के स्ट्राइक रेट से 799 रन बनाए हैं. यह उनका इस सत्र में चौथा शतक है. वह अब तक पांच मैचों में 44 छक्के जड़ चुके हैं.(पढ़ें, गिलक्रिस्ट रहे हैं ऋषभ पंत के पसंदीदा प्लेयर, 'गिली' की ही तरह मैदान में करते हैं धूमधड़ाका)
पंत ने इस सत्र में अब तक 146, 308, 24, 09, 60, 117 और 135 रन की पारियां खेली हैं. अपनी धमाकेदार पारी के दौरान पंत ने तमिलनाडु के पूर्व बल्लेबाज वीबी चंद्रशेखर और असम के बल्लेबाज राजेश बोरा का 28 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा जिन्होंने समान 56 गेंदों पर शतक जड़ा था. बोरा ने फरवरी 1988 में त्रिपुरा के खिलाफ गुवाहाटी में रणजी मैच में जबकि चंद्रशेखर ने उसी वर्ष के आखिर में तमिलनाडु की तरफ से शेष भारत के खिलाफ यह कारनामा किया था.
दिलचस्प बात यह है कि इस पारी से चंद्रशेखर ने 1990 में न्यूजीलैंड दौरे पर जाने वाली भारतीय टीम में जगह बनाई थी. विश्वस्तर पर प्रथम श्रेणी मैचों में सबसे कम गेंदों पर शतक का रिकार्ड ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज डेविड हुक्स के नाम पर है जिन्होंने 1982 में शैफील्ड शील्ड के मैच में साउथ ऑस्ट्रेलिया की तरफ से विक्टोरिया के खिलाफ एडिलेड ओवल में केवल 34 गेंदों पर शतक ठोक दिया था.
इस युवा बल्लेबाज ने आज तब क्रीज पर कदम रखा जब दिल्ली का स्कोर तीन विकेट पर 214 रन था और इसके बाद झारखंड के गेंदबाजों के धुर्रे उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. पंत ने बाएं हाथ के स्पिनर शाहबाज नदीम और आफ स्पिनर सन्नी गुप्ता को खास निशाने पर रखा और इन दोनों के खिलाफ सबसे अधिक छक्के लगाए. उन्होंने अपने अधिकतर छक्के लांग ऑन और लांग ऑफ क्षेत्र में लगाए. मैच में झारखंड ने पहली पारी में 493 रन बनाए थे. जवाब में दिल्ली की पहली पारी 334 रन पर खत्म हुई थी और उसे फॉलोआन करना पड़ा था. मैच के चौथे दिन दिल्ली ने पंत के शतक की मदद से दूसरी पारी में 6 विकेट पर 480 रन बनाए और मैच ड्रॉ कराने में सफल रहा.
पंत ने आईपीएल के पिछले सत्र में दिल्ली डेयरडेविल्स की तरफ से भी कुछ तूफानी पारियां खेली थी. उन्हें इस साल के शुरू में ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए भारत ‘ए’ टीम में नहीं चुना गया था और बाद में उन्होंने स्वीकार किया इससे वह इस सत्र में अधिक से अधिक रन बनाने के लिये प्रेरित हुए. चयन समिति के अध्यक्ष एमएसके प्रसाद ने एक बार टीम चयन के बाद संवाददाताओं से कहा था कि वह सीमित ओवरों की क्रिकेट के लिये संजू सैमसन को तैयार करने पर ध्यान दे रहे हैं लेकिन जिस तरह से पंत धुआंधार पारियां खेल रहा है, उसे देखते हुए उन्हें नजरअंदाज करना बहुत मुश्किल होगा..
केरल के थुम्बा में खेले जा रहे इस मैच में पंत आखिर में 67 गेंदों पर आठ चौकों अैर 13 छक्कों की मदद से 135 रन बनाकर आउट हुए. इस युवा खिलाड़ी ने अब तक इस सत्र में बेहतरीन प्रदर्शन किया है. उन्होंने सात पारियों में 133.16 की औसत और 113 . 17 के स्ट्राइक रेट से 799 रन बनाए हैं. यह उनका इस सत्र में चौथा शतक है. वह अब तक पांच मैचों में 44 छक्के जड़ चुके हैं.(पढ़ें, गिलक्रिस्ट रहे हैं ऋषभ पंत के पसंदीदा प्लेयर, 'गिली' की ही तरह मैदान में करते हैं धूमधड़ाका)
पंत ने इस सत्र में अब तक 146, 308, 24, 09, 60, 117 और 135 रन की पारियां खेली हैं. अपनी धमाकेदार पारी के दौरान पंत ने तमिलनाडु के पूर्व बल्लेबाज वीबी चंद्रशेखर और असम के बल्लेबाज राजेश बोरा का 28 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा जिन्होंने समान 56 गेंदों पर शतक जड़ा था. बोरा ने फरवरी 1988 में त्रिपुरा के खिलाफ गुवाहाटी में रणजी मैच में जबकि चंद्रशेखर ने उसी वर्ष के आखिर में तमिलनाडु की तरफ से शेष भारत के खिलाफ यह कारनामा किया था.
दिलचस्प बात यह है कि इस पारी से चंद्रशेखर ने 1990 में न्यूजीलैंड दौरे पर जाने वाली भारतीय टीम में जगह बनाई थी. विश्वस्तर पर प्रथम श्रेणी मैचों में सबसे कम गेंदों पर शतक का रिकार्ड ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज डेविड हुक्स के नाम पर है जिन्होंने 1982 में शैफील्ड शील्ड के मैच में साउथ ऑस्ट्रेलिया की तरफ से विक्टोरिया के खिलाफ एडिलेड ओवल में केवल 34 गेंदों पर शतक ठोक दिया था.
इस युवा बल्लेबाज ने आज तब क्रीज पर कदम रखा जब दिल्ली का स्कोर तीन विकेट पर 214 रन था और इसके बाद झारखंड के गेंदबाजों के धुर्रे उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. पंत ने बाएं हाथ के स्पिनर शाहबाज नदीम और आफ स्पिनर सन्नी गुप्ता को खास निशाने पर रखा और इन दोनों के खिलाफ सबसे अधिक छक्के लगाए. उन्होंने अपने अधिकतर छक्के लांग ऑन और लांग ऑफ क्षेत्र में लगाए. मैच में झारखंड ने पहली पारी में 493 रन बनाए थे. जवाब में दिल्ली की पहली पारी 334 रन पर खत्म हुई थी और उसे फॉलोआन करना पड़ा था. मैच के चौथे दिन दिल्ली ने पंत के शतक की मदद से दूसरी पारी में 6 विकेट पर 480 रन बनाए और मैच ड्रॉ कराने में सफल रहा.
पंत ने आईपीएल के पिछले सत्र में दिल्ली डेयरडेविल्स की तरफ से भी कुछ तूफानी पारियां खेली थी. उन्हें इस साल के शुरू में ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए भारत ‘ए’ टीम में नहीं चुना गया था और बाद में उन्होंने स्वीकार किया इससे वह इस सत्र में अधिक से अधिक रन बनाने के लिये प्रेरित हुए. चयन समिति के अध्यक्ष एमएसके प्रसाद ने एक बार टीम चयन के बाद संवाददाताओं से कहा था कि वह सीमित ओवरों की क्रिकेट के लिये संजू सैमसन को तैयार करने पर ध्यान दे रहे हैं लेकिन जिस तरह से पंत धुआंधार पारियां खेल रहा है, उसे देखते हुए उन्हें नजरअंदाज करना बहुत मुश्किल होगा..
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