
- मैनचेस्टर टेस्ट के दूसरे दिन ऋषभ पंत ने चोट के बावजूद मैदान पर उतरकर साहसिक पारी खेली और सभी को चौंका दिया.
- कुंबले ने 2002 के एंटिगा में सिर पर पट्टी बांधकर गेंदबाजी की और मैच ड्रॉ करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
- रोहित शर्मा ने अंगूठा टूटने के बाद भी 2022 की वनडे सीरीज में बल्लेबाजी की और टीम को मजबूती दी थी.
Rishabh Pant, India vs England: मैनचेस्टर टेस्ट के दूसरे दिन जब पूरी दुनिया और दोनों टीमें यह सोच रही थीं कि ऋषभ पंत चोटिल हैं और मैदान पर उतर नहीं सकते, पंत के हौसले ने साइंस, मनोविज्ञान और सबकी सोच को पीछे छोड़ दिया. पंत सबको चौकाते हुए मैदान पर उतर गए. जिसके बाद उन्होंने एक साहसिक पारी खेली और हर किसी को अपना दीवाना बना दिया.
आपको बता दें पंत अकेले बल्लेबाज नहीं हैं जिन्होंने चोट के बावजूद मैदान में कदम रखा है. उनसे पहले भी इन भारतीय क्रिकेटरों ने दर्द को मात देते हुए मैदान में कदम रखा है. जिनकी आज भी दुनिया मिसाल देती है.
अनिल कुंबले
2002 के एंटिगा टेस्ट में वेस्ट इंडीज के खिलाफ अनिल कुंबले ने वेस्टइंडीज के खिलाफ सिर पर पट्टी बांधकर जो गेंदबाजी की थी वो आज भी एक मिसाल है. कुंबले ने उस मैच में ब्रायन लारा को एलबीडब्ल्यू आउट किया था और मैच ड्रॉ करवाने में अहम रोल भूमिका निभाई थी.

Photo Credit: @X(Twitter)
रोहित शर्मा
रोहित शर्मा ने कई बार चोट के बावजूद मैच खेले हैं और अपनी टीम को जीताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. 2022 की वनडे सीरीज में भारत को हालांकि, बांग्लादेश से हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन कप्तान रोहित शर्मा ने अंगूठा टूटने के बावजूद नौवें नंबर पर आकर बल्लेबाजी की थी. इस मुकाबले में जरुर ब्लू टीम को शिकस्त मिली थी, लेकिन रोहित ने सबका दिल जीत लिया था.
सचिन तेंदुलकर
सचिन तेंदुलकर ने अपने करियर में कई बार चोट के बावजूद मैच खेले और अपनी टीम को जीताने में अहम रोल अदा किया. सचिन ने पाकिस्तान के खिलाफ अपने करियर की पहली ही पारी में वकार यूनुस की गेंद, नाक पर खाई. नाक से झरझर खून बहने लगा. लेकिन सचिन ने कहा, 'मैं खेलेगा..!' और फिर अगले 24 साल सचिन क्या खूब खेले!

युवराज सिंह
युवराज सिंह ने कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के बाद क्रिकेट में वापसी की और 2011 का विश्व कप जीतने में जोरदार भूमिका निभाई. टीम वर्ल्ड चैंपियन बनी और युवराज 'मैन ऑफ द सीरीज'. युवी की कहानी बेहद प्रेरणा देनेवाली है.
ऋषभ पंत
मैनचेस्टर टेस्ट के पहले ही दिन क्रिस वोक्स की गेंद उनके दांए पांव के अंगूठे पर लगी और लगा कि भारतीय टीम का एक्सीडेंट हो गया है. डॉक्टरों ने स्कैन के बाद उन्हें छह हफ्ते के लिए मैदान से बाहर रहने का सुझाव दिया, लेकिन भारतीय समय के मुताबिक दुनिया ने 24 जुलाई, 5:01PM पर मैनचेस्टर के मैदान पर बड़ा जादू देखा.

टाइगर की चाल लेकर पंत इंग्लैंड के चक्रव्यूह को भेदने के लिए अभिमन्यु बन गए. इससे पहले भी इसी सीरीज में ऋषभ पंत ने इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स टेस्ट में उंगली में चोट लगने के बावजूद बल्लेबाजी की और 74 रन बनाए.
पंत ना जाने किस मिट्टी के बने हैं. 30 दिसम्बर, 2022 के एक्सीडेंट के बाद उनकी वापसी ही अपने आप मे बड़ा करिश्मा है.
पंत के jazba को शतकीय सलाम!
इन जाबाजों की कहानियां मैच में हार-जीत से ज्यादा जिंदगी से जीत के जज्बे के लिए दोहरायी जाती रहेंगी.
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