
- रिकी पोंटिंग ने मिचेल स्टार्क को दुनिया का सबसे मेंटली फिट और वर्तमान क्रिकेट का सबसे महान गेंदबाज बताया है.
- पोंटिंग के अनुसार स्टार्क के अंदर विकेट लेने की अतृप्त भूख है, जो उन्हें हर मैच में और अधिक खतरनाक बनाती है.
- स्टार्क ने पिछले कुछ वर्षों में अपनी गेंदबाजी में सीम और वोबल सीम जैसी नई तकनीकें शामिल की हैं, जिससे उनकी विविधता बढ़ी है.
Ricky Ponting on Mitchell Starc: रिकी पोंटिंग (Ricky Ponting) ने उस गेंदबाज के बारे में बात की है जिसे वो दुनिया का सबसे मेंटली फिट गेंदबाज मानते हैं. पोंटिंग ने 'आईीसीसी रिव्यू' पर बात करते हुए उस गेंदबाज के बारे में अपनी राय दी है. पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने मिचेल स्टार्क को वह गेंदबाज करार दिया है जिसके अंदर विकेट लेने की भूख लगातार बढ़ रही है और उसके अंदर 'अतृप्त' भूख है, जिसके काऱण वह अपने हर एक गेम के साथ और भी खतरनाक होते जा रहा है. पूर्व आस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग, जिन्होंने स्टार्क के शुरुआती दिनों से ही उनके सफर को देखा है, उन्होंने उनकी महान करियर की तारीफ की है और उनका मानना था कि बाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज को देखकर शुरू से ही उन्हें अंदाजा था कि यह गेंदबाज दुनिया का महान बॉलर बनेगा. पोंटिंग ने स्टार्क (Ricky Ponting on Mitchell Starc says bona fide modern-day great) को वर्तमान क्रिकेट का सबसे महान गेंदबाज भी करार दिया है. उनका मानना है कि स्टार्क ने यह साबित कर दिया है.
पोंटिंग ने स्टार्क को लेकर कहा कि, "मुझे लगता है कि जिस किसी ने भी उन्हें एक युवा खिलाड़ी के रूप में देखा था, वह यह समझ गया था कि वह ऑस्ट्रेलिया के लिए 100 टेस्ट मैच खेलेगा और 400 या 500 विकेट लेने वाला तेज गेंदबाज एक दिन बनेगा"

तेंदुलकर को भी कर दिया था परेशान
पोंटिंग ने 2012 के भारत-ऑस्ट्रेलिया दौरे का जिक्र किया, खासकर पर्थ टेस्ट में स्टार्क के स्पैल को याद करते हुए, जहां उन्होंने सचिन तेंदुलकर जैसे दिग्गज को अपनी गेंदबाजी से प्रभावित किया था. पोंटिंग ने कहा कि उस स्पैल ने स्टार्क की असाधारण प्रतिभा और भविष्य में महानता की क्षमता को स्पष्ट कर दिया था.
स्टार्क लगातार बेहतर होते जा रहे हैं.
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने कहा, "वह लगातार बेहतर होता जा रहा है.. कौशल और मानसिक रूप से, मुझे लगता है कि वह अपने शरीर और खेल को पहले से कहीं बेहतर समझता है, खासकर पिछले कुछ सालों में." रिकी पोंटिंग ने आगे कहा, "उन्होंने पिछले दो या तीन सालों में कुछ अलग कौशल जोड़े हैं जो बहुत बड़ी बात नहीं लगती, लेकिन उन्होंने तीन-चौथाई सीम, वोबल सीम डिलीवरी को शामिल किया है, जिसने उनकी इन-स्विंग को थोड़ा और अधिक शक्तिशाली बना दिया है और उन्हें थोड़ा और विविधता प्रदान की."
मानसिक रूप से मजबूत हो गए हैं स्टार्क
दुनिया का सबसे सफल कप्तान में से एक पोंटिंग ने स्टार्क को लेकर आगे ये भी कहा कि, "जब मैं उनके अपने खेल पर काम करने की बात करता हूं, तो आपने शायद इसे पहले भी देखा और सुना होगा, लेकिन वह अपनी दाहिनी कलाई पर, शायद अपने उस हाथ पर जो गेंदबाज़ी नहीं करता, थोड़ा सा टेप बांधते हैं.. और उनके पास बस कुछ शब्द हैं, जो उन्हें याद दिलाते हैं कि उन्हें क्या करना है और उन्हें मानसिक रूप से इसके बारे में कैसे सोचना है. तो मुझे लगता है कि ये छोटी-छोटी बातें, जैसे-जैसे आपका अनुभव बढ़ता है, आप सीखते जाते हैं."
स्टार्क के मानसिक पक्ष पर बोलते हुए, पोंटिंग ने कहा कि "बाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज ने पिछले कुछ सालों में छोटे लेकिन सार्थक अभ्यास विकसित किए हैं, जिससे वह मैदान पर खुद को केंद्रित रख सकें और सही मानसिकता के साथ खेल पा रहे हैं."

पोंटिंग ने स्टार्क को लेकर ये भी कहा कि, "वह शारीरिक रूप से पहले की तरह ही अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. सभी तेज़ गेंदबाज़ों की तरह उन्हें भी हमेशा छोटी-मोटी दिक्कतें होती रही हैं, लेकिन वह उनसे उबरने का रास्ता निकाल ही लेते हैं. वह छोटी-मोटी दिक्कतों के साथ भी मैच खेलते हैं और इसीलिए अब उनके नाम के आगे 400 टेस्ट विकेट दर्ज हैं."
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