खराब फॉर्म में चल रहे गौतम गंभीर और वीरेंद्र सहवाग एक बार फिर जरूरत के समय नाकाम रहे और पंजाब ने रणजी ट्रॉफी ग्रुप लीग मैच में दिल्ली पर 98 रन से चमत्कारिक जीत दर्ज करके क्वार्टर फाइनल की उम्मीदें कायम रखी।
जीत के लिए 327 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए दिल्ली की टीम आखिरी दिन 228 रन पर आउट हो गई। रजत भाटिया ने कठिन विकेट पर शतक जमाया। पंजाब की टीम पहली पारी में सिर्फ 74 रन पर आउट हो गई थी, लेकिन जिस तरीके से उसने वापसी करके जीत दर्ज की, उसके खिलाड़ियों का मनोबल कई गुना बढ़ा होगा।
अब पंजाब के सात मैचों में 23 अंक हैं और अंतिम आठ में पहुंचने के लिए उसका इरादा छह अंक हासिल करने का होगा। वहीं दिल्ली के रास्ते लगभग बंद हो चुके हैं, जो 19 अंक लेकर पांचवें स्थान पर है। कर्नाटक के खिलाफ बोनस अंक के साथ जीत भी उसे अंतिम आठ में नहीं पहुंचा सकेगी।
दिल्ली ने तीन विकेट पर 60 रन से आगे खेलना शुरू किया। गौतम गंभीर (30) को मनप्रीत गोनी ने स्लिप में गुरकीरत सिंह के हाथों लपकवाया। सहवाग (12) ने गोनी की शॉर्टपिच गेंद पर बेहतरीन शॉट खेला, लेकिन जसकरण सिंह को मिडऑन पर मारने के चक्कर में वह अपना विकेट गंवा बैठे। पहले सत्र में सहवाग और गंभीर के आउट होने के बाद दिल्ली का स्कोर पांच विकेट पर 82 रन रह गया। रात्रिप्रहरी आशीष नेहरा ने 128 गेंद में 16 रन बनाए। उन्होंने पांचवें विकेट के लिए भाटिया के साथ 82 रन जोड़े।
अपना 14वां प्रथम श्रेणी शतक जड़ने वाले भाटिया ने 182 गेंद खेलकर 16 चौके लगाए। ऑफ स्पिनर गुरकीरत सिंह ने नेहरा और विकेटकीपर राहुल यादव (0) को लगातार गेंदों पर आउट करके दिल्ली की हार तय कर दी। भाटिया के रूप में आखिरी विकेट गिरा, जिन्होंने गोनी की गेंद पर विकेटकीपर गीतांश खेरा को कैच थमाया।
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