चेतेश्वर पुजारा (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
भारत ए टीम के कोच राहुल द्रविड़ ने उम्मीद जताई है कि चेतेश्वर पुजारा का टेस्ट करियर जल्दी ही पटरी पर लौट आएगा। द्रविड़ के मुताबिक पुजारा की बल्लेबाज़ी में तकनीकी तौर पर कोई खामी नहीं है।
चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ खेले गए चार दिवसीय मुक़ाबले में पुजारा ने पहली पारी में 55 रन और दूसरी पारी में 42 रन बनाए।
हालांकि चेतेश्वर पुजारा पिछले कुछ समय से खराब फॉर्म से गुजर रहे हैं। न्यूज़ीलैंड, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर पुजारा ने 10 टेस्ट मैच में हिस्सा लिया है, इस दौरान उनकी बल्लेबाज़ी का औसत 24.15 रहा। उनके खराब प्रदर्शन के चलते ऑस्ट्रेलियाई दौरे के अंतिम टेस्ट में उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था।
इसके बाद बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट मुकाबले के दौरान भी पुजारा प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं थे। हालांकि द्रविड़ के संन्यास के बाद चेतेश्वर पुजारा को नंबर तीन बल्लेबाज के तौर पर उनका उपयुक्त दावेदार बताया गया था, लेकिन बीते 10 टेस्ट मैचों के दौरान उनकी कमजोर बल्लेबाजी के चलते अब टीम में उनकी जगह को ही पैदा खतरा हो गया है।
लेकिन द्रविड़ को उम्मीद है कि पुजारा इस खराब दौर से उबरने में कामयाब रहेंगे। हालांकि द्रविड़ ने पुजारा की दूसरी मुश्किल का जिक्र करते हुए कहा, "केवल टेस्ट टीम में शामिल होने के चलते पुजारा को लंबे समय तक टीम से बाहर रहना होता है, इसके बाद टीम के साथ तालमेल बिठाने में मुश्किल होती है, लेकिन उन्हें तालमेल बिठाना सीखना होगा।"
ऐसे में श्रीलंका का दौरा चेतेश्वर पुजारा के लिए बेहद अहम साबित होने वाला है। उन्हें मिले हर मौके पर बड़ी पारी खेलकर नंबर तीन बल्लेबाज के तौर पर अपनी जगह सुनिश्चित करना होगा।
इस बारे में द्रविड़ ने कहा, "उनके पास खेल है और तकनीक भी। टेम्पारमेंट भी है। जमने के बाद उनका स्ट्राइक रेट भी अच्छा है। वे स्पिनरों पर आसानी से स्ट्राइक रोटेट करते हुए खेलते हैं। ऐसे में मुझे लगता है कि जल्दी ही उनकी बल्लेबाजी बेहतर हो जाएगी।"
चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ खेले गए चार दिवसीय मुक़ाबले में पुजारा ने पहली पारी में 55 रन और दूसरी पारी में 42 रन बनाए।
हालांकि चेतेश्वर पुजारा पिछले कुछ समय से खराब फॉर्म से गुजर रहे हैं। न्यूज़ीलैंड, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर पुजारा ने 10 टेस्ट मैच में हिस्सा लिया है, इस दौरान उनकी बल्लेबाज़ी का औसत 24.15 रहा। उनके खराब प्रदर्शन के चलते ऑस्ट्रेलियाई दौरे के अंतिम टेस्ट में उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था।
इसके बाद बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट मुकाबले के दौरान भी पुजारा प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं थे। हालांकि द्रविड़ के संन्यास के बाद चेतेश्वर पुजारा को नंबर तीन बल्लेबाज के तौर पर उनका उपयुक्त दावेदार बताया गया था, लेकिन बीते 10 टेस्ट मैचों के दौरान उनकी कमजोर बल्लेबाजी के चलते अब टीम में उनकी जगह को ही पैदा खतरा हो गया है।
लेकिन द्रविड़ को उम्मीद है कि पुजारा इस खराब दौर से उबरने में कामयाब रहेंगे। हालांकि द्रविड़ ने पुजारा की दूसरी मुश्किल का जिक्र करते हुए कहा, "केवल टेस्ट टीम में शामिल होने के चलते पुजारा को लंबे समय तक टीम से बाहर रहना होता है, इसके बाद टीम के साथ तालमेल बिठाने में मुश्किल होती है, लेकिन उन्हें तालमेल बिठाना सीखना होगा।"
ऐसे में श्रीलंका का दौरा चेतेश्वर पुजारा के लिए बेहद अहम साबित होने वाला है। उन्हें मिले हर मौके पर बड़ी पारी खेलकर नंबर तीन बल्लेबाज के तौर पर अपनी जगह सुनिश्चित करना होगा।
इस बारे में द्रविड़ ने कहा, "उनके पास खेल है और तकनीक भी। टेम्पारमेंट भी है। जमने के बाद उनका स्ट्राइक रेट भी अच्छा है। वे स्पिनरों पर आसानी से स्ट्राइक रोटेट करते हुए खेलते हैं। ऐसे में मुझे लगता है कि जल्दी ही उनकी बल्लेबाजी बेहतर हो जाएगी।"
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