भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए एकतरफा मुकाबले में इंग्लैंड को एजबेस्टन में मंगलवार को हुए चौथे एकदिवसीय मुकाबले में नौ विकेटों से मात दे दी। इसके साथ ही भारत ने पांच मैचों की एकदिवसीय शृंखला पर कब्जा कर लिया।
अजिंक्य रहाणे (106) और शिखर धवन (नाबाद 97) की शानदार बल्लेबाजी की बदौलत भारतीय टीम ने इंग्लैंड से मिले 207 रनों के लक्ष्य का बड़ी आसानी से 30.3 ओवरों में हासिल कर लिया।
रहाणे और धवन ने सलामी जोड़ी के रूप में 183 रनों की साझेदारी निभाई। हैरी गर्नी इंग्लैंड के लिए रहाणे के रूप में एकमात्र विकेट हासिल कर सके। रहाणे ने इस बीच अपने एकदिवसीय करियर का पहला शतक लगाया।
रहाणे ने क्रिस वोक्स द्वारा फेंकी गई 28वें ओवर की पांचवीं गेंद पर दो रन लेने के साथ ही अपना शतक पूरा किया। उन्होंने शतक बनाने के लिए कुल 96 गेंदों का इस्तेमाल किया। रहाणे ने 100 गेंदों की अपनी शानदार पारी में 10 चौके और चार छक्के लगाए।
रहाणे के जाने के बाद क्रीज पर जम चुके धवन ने जीत के लिए जरूरी शेष 24 रन हासिल करने में तीन चौके और दो छक्के लगाए। धवन ने 81 गेंदों की अपनी नाबाद पारी में कुल 11 चौके और चार छक्के जमाए।
इससे पहले, भारत की बेहद कसी हुई गेंदबाजी के आगे बेबस इंग्लैंड टीम एजबेस्टन में मंगलवार को चल रहे चौथे एकदिवसीय मैच में निर्धारित 50 ओवर नहीं खेल सकी और 46.3 ओवरों में 206 रन बनाकर धराशायी हो गई।
बेन स्टोक्स की जगह गेंदबाजी परिवर्तन के रूप में लाए गए मोइन अली (67) ने बल्ले से शानदार प्रदर्शन करते हुए इंग्लैंड के स्कोर को 200 के सम्मानजनक आंकड़े से ऊपर पहुंचाया।
भुवनेश्वर कुमार ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनने के अपने कप्तान महेंद्र सिंह धौनी के निर्णय को सही ठहराते हुए बेहद कसी हुई गेंदबाजी के साथ शुरुआत की। भुवनेश्वर ने लगातार दो मेडेन ओवर फेंकने के बाद अपने तीसरे ओवर में एलिस्टर कुक (9) और एलेक्स हेल्स (6) के विकेट चटकाकर इंग्लैंड को करारा झटका दिया।
भुवनेश्वर के इस दोहरे झटके से अभी इंग्लैंड उबर भी नहीं पाया था कि मोहम्मद समी ने आठवें ओवर की आखिरी गेंद पर गैरी बैलेंस (7) को भी पवेलियन की राह दिखा दी।
मात्र 23 रन के कुल योग पर तीन विकेट गंवा चुकी इंग्लैंड को इसके बाद जोए रूट (44) और इयान मोर्गन (32) ने 80 रनों की साझेदारी कर संभालने की भरपूर कोशिश की हालांकि शुरुआती झटकों के कारण इंग्लैंड इस दौरान बैकफुट पर ही रहा।
रविंद्र जडेजा ने सुरेश रैना के हाथों मोर्गन को लपकवा कर इस साझेदारी को तोड़ा। मोर्गन के जाने के बाद रूट भी ज्यादा देर नहीं टिक सके और रैना की गेंद पर पदार्पण मैच खेल रहे धवल कुलकर्णी के हाथों कैच आउट हुए। रूट ने इस बीच संयमभरी पारी खेलते हुए 81 गेंदों में दो चौके लगाए।
32.5 ओवरों में 114 रन पर पांच मुख्य बल्लेबाज गंवा चुकी इंग्लैंड की हालत काफी पतली नजर आने लगी थी। लेकिन मोइन अली एक छोर से शानदार बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड को 200 के पार पहुंचाया। इस बीच जोस बटलर (11) और क्रिस वोक्स (10) पवेलियन लौट चुके थे।
मोइन की 50 गेंदों में चार चौके और तीन छक्के की मदद से खेली गई अर्धशतकीय पारी को रविचंद्रन अश्विन ने विराम दिया। अश्विन की गेंद पर मोइन क्लीन बोल्ड होकर पवेलियन लौटे तो इंग्लैंड का स्कोर 46.5 ओवरों में 201 रन था।
भुवनेश्वर भारत के सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने आठ ओवरों में 1.75 की इकॉनमी से मात्र 14 रन देकर दो विकेट चटकाए। हालांकि समी को सर्वाधिक तीन विकेट मिले। जडेजा भी दो विकेट चटकाने में कामयाब रहे, जबकि अश्विन और रैना को एक-एक विकेट मिला।
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