महेंद्र सिंह धोनी (फाइल फोटो)
टीम इंडिया की हार से फिर कई तरह के सवाल और विवाद खड़े होने लगे हैं. एक बार फिर कप्तान एमएस धोनी की बैटिंग पोज़ीशन को लेकर भी बातें शुरू हो गई हैं, लेकिन पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर इन सबके लिए 5वें और छठे नंबर के बल्लेबाज़ मनीष पांडेय और केदार जाधव जैसे बल्लेबाज़ों को दबाव से ऊपर उठकर खेलने पर ज़ोर डाला है.
भारत-न्यूज़ीलैंड वनडे सीरीज़ के बराबरी पर आते ही टीम इंडिया के खिलाड़ी, टीम मैनेजमेंट और टीम के कप्तान एमएस धोनी की ओर उंगलियां उठने लगी हैं. कई जानकार धोनी के बैटिंग पोज़ीशन को लेकर भी दबी ज़ुबान में इशारा कर रहे हैं. लेकिन पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर का मानना है कि टीम में कम अनुभवी होने की वजह से 5वें और छठे नंबर के बल्लेबाज़ अपनी ज़िम्मेदारी नहीं निभा पा रहे जिसका ख़ामियाज़ा टीम को उठाना पड़ रहा है. उनके मुताबिक धोनी और रोहित शर्मा ने भी पहले कई बार अपनी काबिलियतसाबित की है.
पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर कहते हैं, "छठे और सातवें नंबर के बल्लेबाज़ों को अपनी ज़िम्मेदारी निभानी चाहिए. हम रोहित शर्मा और धोनी पर सवाल उठा रहे हैं. लेकिन इन्होंने अपनी काबिलियत पहले साबित की है. इन्होंने पहले भी रन बनाए हैं. टीम मैनेजमेंट को मनीष पांडेय और केदार जाधव को भरोसा दिलवाना चाहिए कि वो रन बना सकें."
कुछ ऐसी ही राय पूर्व कीवी कप्तान ब्रेंडन मैक्कलम भी रखते हैं. वो कहते हैं कि विराट कोहली और एमएस धोनी की जोड़ी एक साथ बल्लेबाज़ी करे तो विपक्षी टीम के लिए फ़ील्डर्स सेट करना मुश्किल हो जाता है. वो मानते हैं कि इन दोनों अनुभवी खिलाड़ियों का एक साथ बल्लेबाज़ी करना किसी भी विपक्षी टीम के लिए मुश्किल पैदा कर सकता है. धोनी चौथे नंबर पर आकर मोहाली में अपना जलवा दिखा चुके हैं. ये और बात है कि वो खुद भी कह चुके हैं कि वो पहले की तरह बैटिंग रोटेट नहीं कर पा रहे. टीम के लिए एक मैच फ़िनिशर को ढूंढना वाकई फिर भी एक बड़ा काम बनता जा रहा है.
भारत-न्यूज़ीलैंड वनडे सीरीज़ के बराबरी पर आते ही टीम इंडिया के खिलाड़ी, टीम मैनेजमेंट और टीम के कप्तान एमएस धोनी की ओर उंगलियां उठने लगी हैं. कई जानकार धोनी के बैटिंग पोज़ीशन को लेकर भी दबी ज़ुबान में इशारा कर रहे हैं. लेकिन पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर का मानना है कि टीम में कम अनुभवी होने की वजह से 5वें और छठे नंबर के बल्लेबाज़ अपनी ज़िम्मेदारी नहीं निभा पा रहे जिसका ख़ामियाज़ा टीम को उठाना पड़ रहा है. उनके मुताबिक धोनी और रोहित शर्मा ने भी पहले कई बार अपनी काबिलियतसाबित की है.
पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर कहते हैं, "छठे और सातवें नंबर के बल्लेबाज़ों को अपनी ज़िम्मेदारी निभानी चाहिए. हम रोहित शर्मा और धोनी पर सवाल उठा रहे हैं. लेकिन इन्होंने अपनी काबिलियत पहले साबित की है. इन्होंने पहले भी रन बनाए हैं. टीम मैनेजमेंट को मनीष पांडेय और केदार जाधव को भरोसा दिलवाना चाहिए कि वो रन बना सकें."
कुछ ऐसी ही राय पूर्व कीवी कप्तान ब्रेंडन मैक्कलम भी रखते हैं. वो कहते हैं कि विराट कोहली और एमएस धोनी की जोड़ी एक साथ बल्लेबाज़ी करे तो विपक्षी टीम के लिए फ़ील्डर्स सेट करना मुश्किल हो जाता है. वो मानते हैं कि इन दोनों अनुभवी खिलाड़ियों का एक साथ बल्लेबाज़ी करना किसी भी विपक्षी टीम के लिए मुश्किल पैदा कर सकता है. धोनी चौथे नंबर पर आकर मोहाली में अपना जलवा दिखा चुके हैं. ये और बात है कि वो खुद भी कह चुके हैं कि वो पहले की तरह बैटिंग रोटेट नहीं कर पा रहे. टीम के लिए एक मैच फ़िनिशर को ढूंढना वाकई फिर भी एक बड़ा काम बनता जा रहा है.
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