पाकिस्तान क्रिकेट टीम का इंग्लैंड में वनडे सीरीज में बुरा हाल, 42 साल बाद भी सीरीज जीत की आस अधूरी

पाकिस्तान क्रिकेट टीम का इंग्लैंड में वनडे सीरीज में बुरा हाल, 42 साल बाद भी सीरीज जीत की आस अधूरी

पाक कप्तान अजहर अली की धीमी बल्लेबाजी भी सवालों के घेरे में रही है (फाइल फोटो)

खास बातें

  • 1974 के पहले ही इंग्लैंड दौरे में ODI में 2-0 से किया था क्लीन स्वीप
  • पहली सीरीज के बाद खेल चुका 9 सीरीज, फिर भी नहीं मिली सीरीज जीत
  • वर्तमान सीरीज में पाकिस्तान पर मंडरा रहा है क्लीन स्वीप का खतरा
नई दिल्ली:

लीड्स में खेले गए चौथे वनडे में भी पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के लिए कुछ नहीं बदला और उसे इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में लगातार चौथी हार झेलनी पड़ी. इससे पहले टेंट ब्रिज में खेले गए वर्ल्ड रिकॉर्डों से भरपूर तीसरे वनडे में हार के साथ ही पाकिस्तान क्रिकेट टीम का 42 साल बाद इंग्लैंड की धरती पर एक बार फिर वनडे सीरीज जीतने का सपना टूट गया था. गौरतलब है कि यह वही पाकिस्तान टीम है, जिसने इंग्लैंड में हाल ही में टेस्ट मैचों में शानदार खेल दिखाते हुए उसे 2-2 से बराबरी पर रोक दिया था. हालांकि टेस्ट में पहले मैच में मिली जीत की बढ़त को पाक टीम बरकरार नहीं रख पाई थी. फिर भी अंत में सीरीज ड्रॉ करवाने में कामयाब हो गई, जिससे उसे आईसीसी की टेस्ट रैंकिंग में नंबर वन बनने का मौका मिल गया. इसमें टीम इंडिया और वेस्टइंडीज के बीच अंतिम टेस्ट मैच के बारिश के कारण धुल जाने का भी अहम योगदान रहा.

1974 में पहले दौरे में ही किया था इंग्लैंड का क्लीन स्वीप
पाकिस्तानी क्रिकेट टीम 1974 में पहली बार इंग्लैंड की धरती पर वनडे सीरीज खेलने गई थी. तब से अब तक उसने इंग्लैंड के साथ 2016 की वर्तमान सीरीज को मिलाकर 10 द्विपक्षीय सीरीज खेली हैं, लेकिन पहली सीरीज को छोड़कर वह आज भी सीरीज जीत के लिए तरस रही है. गौरतलब है कि1974 की वनडे सीरीज में दो मैच खेले गए थे, जिनमें पाकिस्तान ने क्लीन स्वीप कर दिया था. खास बात यह की सीरीज से पहले उसे 'अंडरडॉग' माना जा रहा था.

1974 की सीरीज में नॉटिंघम में खेले गए पहले मैच के हीरो रहे थे ओपनर माजिद खान. माजिद ने इंग्लैंड द्वारा डेविड लॉयड के शतक की मदद से 55 ओवर में रखे गए 244 रन के लक्ष्य का पीछा करने में अहम भूमिका निभाते हुए तूफानी शतक जड़ दिया था, जिसके लिए उन्होंने 93 गेंदें खेली थीं और 16 चौके और एक छक्का लगाया था. इसमें उनका साथ दिया था- सादिक मोहम्मद (41) और जहीर अब्बास (31) ने. पाक ने यह मैच तीन विकेट खोकर ही हासिल कर लिया था.

दूसरा मैच बर्मिंघम में खेला गया था. इसमें पाकिस्तान के गेंदबाजों ने कहर बरपाया था और इंग्लैंड को वर्षा बाधित मैच के 35 ओवर में 9 विकेट पर महज 81 रन ही बनाने दिए थे. इसमें सरफराज खान, आसिफ मसूद, इमरान खान और आसिफ इकबाल ने 2-2 विकेट झटके थे. जवाब में पाक ने 2 विकेट खोकर 18 ओवर में ही लक्ष्य हासिल कर लिया था.

अब 42 साल बीते, सीरीज जीत को तरसे
1974 के बाद से अब 42 साल बीत गए हैं, लेकिन पाक को सीरीज जीत नहीं नसीब हुई है. 1974 के बाद पाक टीम ने इंग्लैंड में 1978 में दो मैच खेले, दोनों हारी, 1982 में फिर दो मैच खेली और नतीजा पिछले जैसा ही रहा, 1987 में तीन मैचों की सीरीज में वह दो मैच हारी और एक जीत पाई, 1992 में 5 मैच खेली, लेकिन 4-1 से हार गई, 1996 और 2003 में 3-3 मैचों की सीरीज में दोनों बार केवल एक मैच ही अपने नाम कर सकी. 2010 में एक बार फिर 5 मैचों की सीरीज खेली और 3-2 से हार गई.

2006 में सीरीज जीतने का चांस बना, लेकिन मौका गंवाया
32 साल बाद 2006 में पाकिस्तान को इंग्लैंड की धरती पर वनडे सीरीज जीतने का मौका तो मिला, लेकिन उसने इसे गंवा दिया. वास्तव में पहला मैच बारिश के धुल गया और दूसरे-तीसरे मैच में पाक टीम ने जीत दर्जकर सीरीज में 2-0 की बढ़त हासिल कर ली थी, लेकिन अंतिम दो मैचों में हार गई और सीरीज 2-2 से बराबरी पर खत्म हो गई.

2016 में तो और बुरा हाल, क्लीन स्वीप के करीब
पाकिस्तान टीम ने वर्तमान इंग्लैंड दौरे में टेस्ट मैचों में जिस तरह से शुरुआत की थी, उसे देखते हुए माना जा रहा था, कि वह वनडे में इंग्लैंड को कड़ी टक्कर देगी, लेकिन उसने अब तक के चारों मैचों में सरेंडर कर दिया है और सीरीज में 4-0 से पीछे है. मतलब अब उस पर इंग्लैंड के खिलाफ 1978 और 1982 के बाद तीसरी बार वनडे में क्लीन स्वीप का खतरा मंडरा रहा है. पांचवां और अंतिम वनडे 4 सितंबर को कार्डिफ में खेला जाएगा, जिसमें उसकी इज्जत दांव पर होगी.


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