यह ख़बर 24 दिसंबर, 2012 को प्रकाशित हुई थी

ट्वेंटी-20 मैच : रोमांचक मुकाबले में पाकिस्तान ने भारत को हराया

खास बातें

  • एकदम वही नजारा जिसका कि भारत और पाकिस्तान के खिलाफ होने वाले किसी भी मैच में मैदान पर होता है। गरमागरम माहौल, खिलाड़ियों के बीच आपस में टकराव और जोश व जज्बे के बीच अंत तक रोमांच...
बेंगलुरु:

एकदम वही नजारा जिसका कि भारत और पाकिस्तान के खिलाफ होने वाले किसी भी मैच में मैदान पर होता है। गरमागरम माहौल, खिलाड़ियों के बीच आपस में टकराव और जोश व जज्बे के बीच अंत तक रोमांच। स्थानीय एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में मंगलवार को खेले गए ट्वेंटी-20 मुकाबले में भले ही भारत को पाकिस्तान के हाथों पांच विकेट से करारी शिकस्त का सामना पड़ा लेकिन इस मुकाबले ने दोनों मुल्कों के बीच लम्बे समय से सुस्त पड़ा क्रिकेट का रोमांच एक बार फिर से जिंदा हो गया।

पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने पाकिस्तान के सामने जीत के लिए 134 रनों की चुनौती रखी, जिसके जवाब में पाकिस्तान के बल्लेबाजों ने दो गेंदें शेष रहते ही हासिल कर ली।

पाकिस्तान की ओर से कप्तान मोहम्मद हाफीज ने सर्वाधिक 61 रन बनाए वहीं पूर्व कप्तान शोएब मलिक ने 57 रनों का योगदान दिया। दोनों के बीच चौथे विकेट के लिए 106 रनों की साझेदारी हुई। हाफीज ने 44 गेंदों का सामना किया और छह चौके और दो छक्के लगाए।

शोएब ने 50 गेंदों का सामना किया और तीन चौके और तीन चौके लगाए। हाफीज को उनके इस प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया।

पाकिस्तान के ये दोनों बल्लेबाज उस विषम परिस्थिति में मैदान पर बल्लेबाजी करने उतरे थे जब उसने सिर्फ 12 रन पर चोटी के तीन बल्लेबाजों के विकेट गंवा दिए थे। शोएब तो अंत तक नाबाद रहे और छक्का लगाकर अपनी टीम को जीत दिलाने के बाद ही लौटे।

ये तीनों विकेट भारत के लिए पदार्पण मैच खेल रहे भुवनेश्वर कुमार ने लिए। इसके बाद तो एक मौके पर लगा कि पाकिस्तान की टीम के लिए मैच में वापसी आसान नहीं होगी लेकिन हाफीज और शोएब ने संयम व सूझबूझ से बल्लेबाजी की और टीम को जीत की दहलीज तक ले गए।

इसके बाद मैच में रोमांच उस वक्त फिर लौटा जब हाफीज के आउट होने के बाद पाकिस्तान ने जल्दी-जल्दी दो बल्लेबाजों के विकेट गंवा दिए और मैच अंतिम ओवर में पहुंच गया। अंतिम ओवर में पाकिस्तान को मैच जीतने के लिए 10 रन बनाने थे, जिसे उसने आसानी से चौथी गेंद तक हासिल कर लिया।

इससे पहले, मैच में ईशांत शर्मा और कामरान अकमल के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई और मैदान का माहौल गरम हो गया। ईशांत की एक ऊंची उठती गेंद पर अकमल आउट हो गए लेकिन उन्होंने अम्पायर से फैसले पर पुनर्विचार करने को कहा। अम्पायर ने तीसरे अम्पायर की मदद ली और उस गेंद को नो बॉल करार दिया जिस पर वह आउट हुए थे।

अगली ही गेंद पर ईशांत और अकमल के बीच जोरदार झड़प हुई जिसमें बीच बचाव के लिए सारे खिलाड़ियों और अम्पायर तक को आना पड़ा। अगले ही ओवर में अशोक डिंडा की गेंद पर ईशांत ने अकमल का कैच लपका और भारत फिर से मैच में लौट आया। लेकिन रोमांच से भरे इस मुकाबले में काम आया शोएब मलिक का धैर्य। उन्होंने अंतिम ओवर फेंक रहे रवींद्र जडेजा की चौथी गेंद पर छक्का लगाया और मैच वहीं खत्म कर दिया।

पूर्व में, भारतीय टीम निर्धारित 20 ओवरों में नौ विकेट के नुकसान पर 133 रन ही बना सकी। सलामी बल्लेबाजों को छोड़ दिया जाए तो शेष के सारे बल्लेबाज फिसड्डी साबित हुए और निर्धारित 20 ओवरों में वह नौ विकेट के नुकसान पर सिर्फ 133 रन ही बना सकी।

पाकिस्तान क्रिकेट टीम द्वारा टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किए जाने के बाद भारत के के सलामी बल्लेबाजों गौतम गंभीर और अंजिक्य रहाणे ने शानदार शुरुआत दी। दोनों ने पहले विकेट के लिए 77 रनों की साझेदारी की। लेकिन इसके बाद तो जैसे भारतीय बल्लेबाजों में 'तू चल, मै आया' की होड़ लग गई। भारतीय टीम के शेष के सात बल्लेबाज सिर्फ 47 रनों पर ढेर हो गए। इनमें से सिर्फ दो ही बल्लेबाज 10 के आंकड़े को छू सके।

रहाणे के रूप में 11वें ओवर में भारत को पहला झटका लगा। पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने अपनी टीम को यह सफलता दिलाई। रहाणे ने 31 गेंदों का सामना किया और 42 रन बनाए। उन्होंने पांच चौके और एक छक्का लगाया।

13वें ओवर में गंभीर को भी रन आउट होकर पवेलियन लौटना पड़ा। गंभीर ने 41 गेंदों पर 43 रनों की पारी खेली। उन्होंने दो चौके और एक छक्का लगाया।

गंभीर की जगह लेने और विराट कोहली का साथ देने आए युवराज सिंह ने पहली ही गेंद पर छक्का जड़कर अपना खाता खोला। इसी बीच, कोहली तेज गेंदबाज मोहम्मद इरफान की गेंद पर कोहली विकेटकीपर कामरान अकमल को कैच थमा बैठे। उन्होंने 11 गेंदों पर एक चौके की मदद से नौ रन बनाए।

कोहली की जगह लेने खुद कप्तान महेंद्र सिंह धोनी मैदान पर उतरे लेकिन दूसरी ही गेंद पर बोलड होकर उन्हें मैदान से बाहर जाना पड़ा। वह सिर्फ एक रन ही बना सके। धोनी का विकेट सईद अजमल के खाते में गया।

धोनी के विदा होने के बाद युवराज भी अधिक देर मैदान पर नहीं टिक सके। एक और जोरदार छक्का लगाने के प्रयास में वह बाउंड्रीलाइन के समीप लपके गए। युवराज ने नौ गेंदों पर 10 रन बनाए।

सुरेश रैना भी कोहली, धोनी और युवराज की तरह मैदान पर आए और चल दिया। रोहित शर्मा और रवींद्र जडेजा का भी यही हाल रहा। रैना ने 10, शर्मा ने दो और जडेजा ने भी दो ही रन बनाए।

भुवनेश्वर कुमार छह और अशोक डिंडा तीन रन बनाकर नाबाद लौटे।

पाकिस्तान की ओर से उमर गुल सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने भारत के तीन विकेट चटकाए। अजमल के खाते में दो विकेट गया जबकि अफरीदी और इरफान को एक-एक विकेट से संतोष करना पड़ा।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

दोनों टीमों के बीच पांच साल से भी अधिक समय के बाद द्विपक्षीय शृंखला खेली जा रही है। इस शृंखला के अंतर्गत दोनों टीमें दो ट्वेंटी-20 और तीन एकदिवसीय मैच खेलेंगी।