थ्री-डाइमेंशन! दुनिया भर के क्रिकेटप्रेमी इस शब्द से तब परचित हुए, जब साल 2019 वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम घोषित हुई. तब के समय के चीफ सेलेक्टर रहे एमएसके प्रसाद ने विजय शंकर के चयन पर मीडिया में इस शब्द का इस्तेमाल किया! हां वह बात अलग है कि 'थ्री-डाइइमेंशन' चमकने से पहले नदारद हो गया! विजय शंकर जूझ रहे हैं, आईपीएल के जरिए खुद के वजूद के लिए संघर्ष कर रहे हैं. एक बार फिर से टम इडिया में इंट्री की कोशिशों में लगे हैं. इसके लिए वह 'सेकेंड रूट' (दूसरा रास्ता) अपनाने पर विचार कर रहे हैं. जरूरतें उनकी बदल गयी हैं. और अब विजय शंकर ने कहा है कि अगर उनकी मंजिल राज्य बदलने से मिलती है, तो वह तमिलनाडु का साथ भी छोड़ देंगे.
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विजय शंकर ने कहा कि मैंने भारत के लिए मिले सीमित मौकों में अच्छा प्रदर्शन किया. न्यूजीलैंड दौरे में आखिरी टी20 सीरीज के दौरान भी मैंने नंबर-3 और 4 पर अच्छे रन बनाए. बता दें कि शंकर ने नंबर तीन पर 27, 43 का स्कोर किया, तो नंबर चार पर 14 रन बनाए थे. शंकर ने कहा कि वह इस बात से निराश थे कि उन्हें पिछले साल लॉकडाउन से पहले भारत ए टीम से भी बाहर कर दिया गया. उन्हें इसके बाद हार्दिक पंड्या के फिट न होने पर ए टीम में शामिल किया गया.
Had a wonderful time at #WildPlanetResort in the Nilgiris. Great hospitality and a beautiful property. Thank you for having us. pic.twitter.com/e1zrUjogQh
— Vijay Shankar (@vijayshankar260) February 13, 2021
शंकर ने कहा कि निश्चि ही भारत ए की टीम से ड्रॉप होना और केवल स्थानापन्न खिलाड़ी के रूप में आना निराशाजनक था. उन्होंने कहा कि यह ऐसा नहीं था कि मैंने खराब प्रदर्शन किया था. मैंने अच्छा प्रदर्शन किया था. मेरा बैटिंग क्रम तय नहीं था. मैंने अलग-अलग नंबर पर बैटिंग की. आठ या नौ बार मुझे नंबर पांच पर तब भेजा गया, जब जरूरी रन औसत बहुत ही ज्यादा था. मैं जानता हूं कि क्रिकेट में आपको हर स्थिति में बेहतर करने में सक्षम होना चाहिए. लेकिन कभी-कभी ऐसा नहीं होता या मु्श्किल हो जाता है.
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हार्दिक की जगह इंग्लैंड दौरे में विजय शंकर को देने की कुछ लोगों की मांग पर इस लंबे कद के खिलाड़ी ने कहा कि मैं अपनी किसी के साथ तुलना नहीं करता. मैं अपनी फ्रेंचाइजी के लिए उम्दा गेंदबाजी कर रहा हूं. पिछले साल आईपीएल में मैं तब बैटिंग के लिए उतरा, जब जीत के लिए प्रति ओवर दस या बारह रन की दरकार थी. मैं हर समय गेम में बने रहना चाहता हूं. शंकर ने कहा कि मुझे भारतीय टीम में तब जगह मिली, जबब मैंने नंबर-5 पर बेहतर किया. मैं अपने राज्य टीम तमिलनाडु को छोड़ने पर विचार कर रहा हूं, जिससे मुझे नंबर-4 या 5 पर बैटिंग मिल सके. देखते हैं कि भविष्य में क्या होता है. उम्मीद है कि तमिलनाडु मुझे इस नंबर पर मौका देगा.
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