ऑकलैंड : 151 रनों पर ऑल आउट होने के बाद बहुत कम टीमें ही मैच में वापसी करने का माद्दा रख सकती हैं। न्यूज़ीलैंड के खिलाफ़ मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया की पूरी टीम 32.2 ओवरों के भीतर 151 रन पर आउट हो गई। इसके बाद मैक्कुलम और मार्टिन गुप्तिल की जोड़ी ने 4 ओवर के भीतर ही 40 रन बना दिए तो लगा कि शायद मैच लंच से पहले ही खत्म हो जाएगा।
लेकिन लंच के बाद मिचेल स्टार्क की शानदार स्विंग गेंदबाज़ी ने न्यूज़ीलैंड के बल्लेबाज़ों को चारों खाने चित कर दिया। 145 पर 6 विकेट से स्कोर 146 पर 9 विकेट पहुंच गया और ऑस्ट्रेलिया जीत से बस एक विकेट दूर था। लेकिन एक छोर संभालने वाले केन विलियमसन ने छक्का लगाकर न्यूज़ीलैंड को जीत दिला दी। ऐसा लग रहा था कि ऑस्ट्रेलिया यह मैच जीत लेगा लेकिन विलियमस ने ऐसा नहीं होने दिया।
विलियमसन ने अपनी 42 गेंदों की नाबाद पारी में पांच चौके और एक छक्का लगाया। मैक्कुलम ने 24 गेंदों पर सात चौके और तीन छक्के लगाए। मार्टिन गुप्टिल (11) के साथ उन्होंने पहले विकेट के लिए 23 गेंदों पर 40 रनों की साझेदारी की। इसके बाद विलियमसन ने मैक्कुलम के साथ दूसरे विकेट के लिए 38 रन जोड़े। मैक्कुलम 78 के कुल योग पर आउट हुए।
रॉस टेलर (1) और ग्रांट इलियट (0) को एक के बाद एक गेंदों पर आउट करके मिशेल स्टार्क (28-6) ने मैच में रोमांच ला दिया, लेकिन इसके बाद विलियमसन और कोरी एंडरसन (26) ने पांचवें विकेट के लिए 52 रन जोड़ते हुए अपनी टीम को जीत के करीब पहुंचाने का काम किया।
एंडरसन हालांकि 131 रनों के कुल योग पर ग्लेन मैक्सवेल द्वारा आउट किए गए। एंडरसन ने 42 गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाया। 139 के कुल योग पर स्टार्क ने ल्यूक रोंची (6) को आउट करके फिर से मैच में रोमांच ला दिया। रोंची के रूप में स्टार्क ने चौथा शिकार किया।
इसके बाद कुमिंस ने डेनियल विटोरी (2) को 145 के कुल योग पर चलता किया, फिर स्टार्क ने 146 के कुल योग पर एडम मिलने (0) और टिम साउदी (0) को आउट करके ऑस्ट्रेलिया को जीत की स्थिति में ला दिया। साउदी का विकेट 23वें ओवर की चौथी गेंद पर गिरा। आगे की दो गेंद बाउल्ट (नाबाद 0) झेलने में सफल रहे। 24वें ओवर की पहली गेंद लेकर कुमिंस आए और विलियमसन ने छक्के के साथ कीवी टीम को जीत दिला दी।
ऑस्ट्रेलिया की ओर से कुमिंस ने दो तथा मैक्सवेल ने एक विकेट लिया। न्यूजीलैंड के बाउल्ट को मैन ऑफ द मैच चुना गया। न्यूजीलैंड का यह चौथा मैच था जबकि ऑस्ट्रेलिया तीसरा मैच खेल रहा था। कीवी टीम सभी मैच जीतकर अपने पूल में शीर्ष पर है। ऑस्ट्रेलिया ने एक मैच जीता है और उसका एक मैच बारिश में धुल गया था। इस कारण उसे एक अंक मिला था। वह तालिका में तीसरे स्थान पर है।
इससे पहले, ऑस्ट्रेलियाई टीम टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 32.2 ओवरों में सभी विकेट गंवाकर 151 रन ही बना सकी। यह विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया का दूसरा न्यूनतम स्कोर है। बाउल्ट के अलावा डेनियल विटोरी और टिम साउदी ने दो-दो विकेट लिए। एक विकेट कोरी एंडरसन को मिला। एकदिवसीय क्रिकेट में बाउल्ट का यह अब तक का श्रेष्ठ प्रदर्शन है।
ब्रैड हैडिन ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 41 गेंदों का सामना कर चार चौकों और दो छक्के लगाते हुए 43 रन बनाए। 106 रनों पर नौ विकेट गिर जाने के बाद हेडिन और पैट कुमिंस (नाबाद 7) ने अंतिम विकेट के लिए 45 रनों की साझेदारी की, जो ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे बड़ी साझेदारी साबित हुई।
इससे पहले विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया का न्यूनतम स्कोर 129 रन था, जो उसने 1983 विश्व कप के दौरान भारत के खिलाफ चेल्म्सफोर्ड में बनाया था। वैसे यह सामना किए गए ओवरों के लिहाज से विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया की दूसरी सबसे छोटी पारी है। 1983 में भारत के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया ने 38.2 ओवरों का सामना किया था और फिर 1983 विश्व कप में ही वेस्टइंडीज के खिलाफ उसने 151 रनों की पारी के दौरान 30.3 ओवरों का ही सामना किया था।
ऑस्ट्रेलिया के कुल योग को देखते हुए उसकी शुरुआत को अपेक्षाकृत अच्छा कहा जा सकता है। एरॉन फिंच (14) और डेविड वार्नर (34) ने पहले विकेट के लिए 14 गेंदों पर ही 30 रन जुटा लिए। फिंच को साउदी ने बोल्ड किया। फिंच ने सात गेंदों का सामना कर एक चौका और एक छक्का लगाया। इसके बाद वार्नर और शेन वॉटसन (23) ने दूसरे विकेट के लिए 50 रनों की साझेदारी की। उस समय तक ऑस्ट्रेलिया काफी अच्छी स्थिति में था लेकिन विटोरी द्वारा वॉटसन को 80 के कुल योग पर आउट करने के साथ खेल का रुख ही पलट गया। वॉटसन ने 30 गेंदों का सामना कर दो चौके लगाए। 80 के कुल योग पर ही साउदी ने वार्नर को चलता किया। वार्नर ने 42 गेंदों पर दो चौके जड़े।
वार्नर का आउट होना था कि विकेटों की झड़ी लग गई। स्टीवन स्मिथ (4) का विकेट 95, ग्लेन मैक्सवेल (1) का विकेट 96, मिशेल मार्श (0) का विकेट 97, माइकल क्लार्क (12) का विकेट 104, मिशेल जॉनसन (1) का विकेट 106 और मिशेल स्टार्क (0) का विकेट 106 के कुल योग पर ही गिरा।