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This Article is From Nov 03, 2013

हमने 383 रन बनाने के बारे में नहीं सोचा था : धोनी

हमने 383 रन बनाने के बारे में नहीं सोचा था : धोनी
बेंगलूर:

भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने सातवें और अंतिम एक-दिवसीय क्रिकेट मैच में शनिवार को बेंगलूर में ऑस्ट्रेलिया को 57 रन से हराकर शृंखला 3-2 से जीतने के बाद कहा कि उन्होंने 383 रन का विशाल स्कोर खड़ा करने के बारे में नहीं सोचा था।

भारत ने रोहित के 209 रन की मदद से छह विकेट पर 383 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। इसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया जेम्स फाकनर (73 गेंद में 116 रन, 11 चौके, छह छक्के) के करियर के पहले शतक और क्लाइंट मैकाय (18) के साथ उनकी नौवें विकेट की 115 रन की साझेदारी के बावजूद 45.1 ओवर में 326 रन पर ढेर हो गया।

धोनी ने मैच के बाद कहा, ‘बल्लेबाजी करते हुए ऐसा समय आया था जब दो-तीन विकेट जल्दी गंवाने के बाद हम दबाव में थे। रन बनाना थोड़ा मुश्किल हो गया था। हम पहले 300 रन तक पहुंचने के बाद तेजी से रन बनाना चाहते थे। हमारे दिमाग में 383 रन नहीं थे लेकिन रोहित ने शानदार बल्लेबाजी की।’

भारतीय टीम को जीत दर्ज करने के लिए काफी पसीना बहाना पड़ा और धोनी ने कहा कि उनके गेंदबाजों को अपने प्रदर्शन में सुधार करना होगा।

उन्होंने कहा, ‘हमे अपनी गेंदबाजी में सुधार करना होगा और हमें एक टीम के रूप में ऐसा करना होगा। हम गेंदबाजों को दबाव में नहीं लाना चाहते। हमने दो बार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 350 रन से अधिक का लक्ष्य हासिल किया, लेकिन कोई उनकी गेंदबाजी के बारे में बात नहीं कर रहा।’

मैच के दौरान कुल रिकॉर्ड 38 छक्के लगे जिसमें दोनों टीमों ने 19-19 छक्के मारे। धोनी ने एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के बारे में कहा, ‘इस मैदान के बारे में कहा जाता है कि यहां बल्लेबाज चौकों से अधिक छक्के मारते हैं। विशेषकर जब आप यहां क्रिस गेल और विराट कोहली को आईपीएल में बल्लेबाजी करते हुए देखो। यहां बल्लेबाजों को रोकना आसान नहीं होता।’

टीम की बल्लेबाजी पर धोनी ने कहा, ‘हमारी बल्लेबाजी शानदार रही। सलामी बल्लेबाजों ने अच्छी शुरुआत दिलाई। विराट कोहली ने अच्छा प्रदर्शन किया। हमारे बल्लेबाजी क्रम ने अच्छा प्रदर्शन किया। एक मैच को छोड़कर हमने सभी मैचों में रन बनाए।’ ऑस्ट्रेलियाई कप्तान जार्ज बैली ने कहा कि उनकी टीम काफी करीब पहुंच गई थी।

बैली ने कहा, ‘हम काफी करीब पहुंच गए थे, लेकिन रोहित ने शानदार पारी खेली। एक समय संभवत: हम बेहतर स्थिति में थे लेकिन हमारे पास काफी विकेट नहीं थे। फाकनर और मैक्सवेल ने अच्छी पारियां खेली।’ रोहित को उनकी इस पारी के लिए मैच ऑफ द मैच चुना गया। उन्हें शृंखला में रिकॉर्ड 491 रन बनाने के लिए मैन ऑफ द सीरीज भी चुना गया।

वन-डे क्रिकेट में दोहरा शतक जड़ने वाले तीसरे बल्लेबाज बने रोहित ने 158 गेंद में रिकॉर्ड 16 छक्के और 12 चौके जड़े। दायें हाथ के इस बल्लेबाज ने कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (62) के साथ पांचवें विकेट के लिए 15.4 ओवर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रिकॉर्ड 167 रन की साझेदारी की। रोहित ने अपनी इस पारी के दौरान रिकॉडों की झड़ी लगाई। वह वन-डे क्रिकेट के इतिहास में दोहरा शतक जड़ने वाले दुनिया और भारत के तीसरे बल्लेबाज बने।
रोहित से पूर्व भारत के ही वीरेंद्र सहवाग (219) और सचिन तेंदुलकर (नाबाद 200) एक-दिवसीय क्रिकेट में दोहरा शतक जड़ चुके हैं।

रोहित ने कहा कि उन्होंने 200 रन के बारे में नहीं सोचा था। उन्होंने कहा, ‘मैंने शुरुआत में 200 रन के बारे में नहीं सोचा था। मैं शुरू से ही टिककर खेलना चाहता था। मैदान छोटा और आउटफील्ड तेज था। हमें पता था कि यह बड़ा स्कोर वाला मैच होगा इसलिए हमने विकेट बचाकर रखे।’

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