एन श्रीनिवासन का फाइल फोटो...
नई दिल्ली:
एक दशक से बीसीसीआई में दबदबा रखने वाले क्रिकेट प्रशासक एन श्रीनिवासन की पारी का अंत हो सकता है। सत्ता में बदलाव के बाद अब कयास लगाए जा रहे हैं कि विरोधी खेमा उन्हें आईसीसी से बाहर निकालने की फिराक में हैं।
सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक, 9 नवंबर को बीसीसीआई की AGM में श्रीनिवासन को आईसीसी के बाहर करने पर फैसला हो सकता है। ज़्यादातर सदस्य इस बात पर राज़ी है कि श्रीनिवासन ICC में बोर्ड के नुमाइंदे नहीं होने चाहिए।
विरोधी खेमा BCCI चीफ़ शशांक मनोहर को ही ICC में बोर्ड का नुमाइंदा बनाना चाहता है। गौरतलब है कि जून 2016 तक ICC में चेयरमैन बनने की बारी BCCI के नुमाइंदे की है।
बताया जाता है कि श्रीनिवासन को हटाने की कवायद तब शुरू हुई जब अगले साल भारत में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप में मैचों की जगह को लेकर शशांक और श्रीनिवासन में मतभेद पैदा हुए।
कमेंटेटर्स के मुद्दे पर भी बोर्ड पुरानी नीति पर लौटता दिख रहा है, यानि रवि शास्त्री, सुनील गावस्कर और लक्ष्मण शिवरामाकृष्णन के कमेंट्री कॉन्ट्रेक्ट ख़त्म किए जा सकते हैं। हितों के टकराव को ध्यान में रखते हुए बोर्ड अब ब्रॉडकास्टर को ही कमेंट्री टीम चुनने का अधिकार दे सकता है।
साथ ही राजीव शुक्ला की जगह शशांक के करीबी अजय शिर्के को IPL का नया चेयरमैन बनाया जा सकता है।
सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक, 9 नवंबर को बीसीसीआई की AGM में श्रीनिवासन को आईसीसी के बाहर करने पर फैसला हो सकता है। ज़्यादातर सदस्य इस बात पर राज़ी है कि श्रीनिवासन ICC में बोर्ड के नुमाइंदे नहीं होने चाहिए।
विरोधी खेमा BCCI चीफ़ शशांक मनोहर को ही ICC में बोर्ड का नुमाइंदा बनाना चाहता है। गौरतलब है कि जून 2016 तक ICC में चेयरमैन बनने की बारी BCCI के नुमाइंदे की है।
बताया जाता है कि श्रीनिवासन को हटाने की कवायद तब शुरू हुई जब अगले साल भारत में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप में मैचों की जगह को लेकर शशांक और श्रीनिवासन में मतभेद पैदा हुए।
कमेंटेटर्स के मुद्दे पर भी बोर्ड पुरानी नीति पर लौटता दिख रहा है, यानि रवि शास्त्री, सुनील गावस्कर और लक्ष्मण शिवरामाकृष्णन के कमेंट्री कॉन्ट्रेक्ट ख़त्म किए जा सकते हैं। हितों के टकराव को ध्यान में रखते हुए बोर्ड अब ब्रॉडकास्टर को ही कमेंट्री टीम चुनने का अधिकार दे सकता है।
साथ ही राजीव शुक्ला की जगह शशांक के करीबी अजय शिर्के को IPL का नया चेयरमैन बनाया जा सकता है।
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