बैंगलौर:
कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के तूफानी अर्धशतक से विशाल स्कोर खड़ा करने के बाद अनुशासित गेंदबाजी की बदौलत चेन्नई सुपरकिंग्स ने इंडियन प्रीमियर लीग एलिमिनेटर में बुधवार को बेंगलुरु में मुंबई इंडियन्स को 38 रन से हराकर क्वालीफायर में जगह बनाई।
चेन्नई के 188 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए मुंबई की टीम नियमित अंतराल पर विकेट गंवाने के कारण नौ विकेट पर 149 रन ही बना सकी। चेन्नई की ओर से ड्वेन ब्रावो ने 10 जबकि एल्बी मोर्कल ने 31 रन देकर दो दो विकेट चटकाए। मुंबई के लिए ड्वेन स्मिथ ने सर्वाधिक 38 रन ही पारी खेली।
इससे पहले चेन्नई सुपरकिंग्स ने धोनी (20 गेंद में नाबाद 51, छह चौके और दो छक्के) और ब्रावो (14 गेंद में नाबाद 33, तीन चौके और दो छक्के) के साथ सिर्फ 4.5 ओवर में छठे विकेट के लिए 73 रन की अटूट साझेदारी करके टीम का स्कोर पांच विकेट पर 187 रन तक पहुंचाया। माइकल हसी (49) और एस बद्रीनाथ (47) ने भी उम्दा पारियां खेलते हुए उस समय 94 रन जोड़े जब टीम सिर्फ एक रन पर दो विकेट गंवा चुकी थी। धोनी ने तीन कैच भी लपके। चेन्नई की टीम एक समय नौ ओवर में दो विकेट पर सिर्फ 47 रन बनाकर जूझ रही थी लेकिन अंतिम 11 ओवर में उसने 140 रन बटोरे। इस जीत के साथ चेन्नई ने 25 मई को होने वाले दूसरे क्वालीफायर में जगह बना ली है जहां उसका सामना दिल्ली डेयरडेविल्स से होगा और इस मैच का विजेता 27 मई को होने वाले फाइनल में कोलकाता नाइट राइडर्स से भिड़ेगा।
स्मिथ और सचिन तेंदुलकर (11) ने पांच ओवर में 47 रन जोड़कर एक बार फिर मुंबई को तूफानी शुरूआत दिलाई लेकिन इस जोड़ी के टूटने के बाद मुंबई ने लगतार विकेट गंवाए। स्मिथ ने शादाब जकाती पर चौके के साथ खाता खोलने के बाद बेन हिल्फेंहास पर चौका और छक्का जड़ा। उन्होंने स्मिथ के अगले ओवर में भी दो चौके और एक छक्का मारा।
तेंदुलकर ने जकाती पर दो चौके मारे लेकिन वह स्मिथ के साथ गलतफहमी का शिकार होकर रन आउट हो गए। तेंदुलकर ने जकाती की गेंद पर कट शाट खेला लेकिन रविंद्र जडेजा ने बैकवर्ड प्वाइंट पर शानदार क्षेत्ररक्षण करते हुए उनका शाट रोक दिया। स्मिथ इस बीच रन के लिए दौड़ पड़े लेकिन तेंदुलकर क्रीज पर खड़े रहे। तेंदुलकर ने हालांकि स्मिथ की अच्छी फार्म में देखते हुए अपना विकेट कुरबान करने का फैसला किया और अपनी क्रीज से बाहर आ गए।
स्मिथ भी इसके बाद अधिक देर नहीं टिक पाए और जकाती की गेंद पर प्वाइंट में जडेजा को आसान कैच दे बैठे। उन्होंने 22 गेंद का सामना करते हुए पांच चौके और दो छक्के मारे। मोर्कल ने दिनेश कार्तिक (06) और रोहित शर्मा (14) को लगातार ओवरों में विकेटकीपर कप्तान धोनी के हाथों कैच कराके मुंबई की राह बेहद मुश्किल कर दी। इस समय टीम का स्कोर 10.1 ओवर में चार विकेट पर 77 रन था।
आर अश्विन ने इसके बाद अंबाती रायुडू (11) को डीप मिडविकेट पर मुरली विजय के हाथों कैच कराया जबकि ब्रावो ने जेम्स फ्रेंकलिन (13) की पारी का अंत किया। मुंबई को अंतिम छह ओवर में 85 रन की दरकार थी और उसके लिए यह लक्ष्य पहाड़ जैसा साबित हुआ। सुरेश रैना ने हिल्फेंहास की गेंद पर हरभजन सिंह (01) का शानदार कैच लपका। ब्रावो ने इसके बाद कीरोन पोलार्ड (16) को आउट करके मुंबई के ताबूत में अंतिम कील ठोकने का काम किया।
इससे पहले चेन्नई की शुरूआत काफी खराब रही। धवल कुलकर्णी ने दूसरे ओवर की पहली दो गेंद पर ही सलामी बल्लेबाज विजय (01) और रैना (00) को पवेलियन ही राह दिखा दी।
हरभजन 11वें ओवर में गेंदबाजी के लिए लौटे तो बद्रीनाथ और हसी ने उन पर छक्के जड़ते हुए 19 रन बटोरे। ब्रदीनाथ इसके बाद कीरोन पोलार्ड की गेंद को उठाकर मारने की कोशिश में रोहित शर्मा द्वारा लांग आन पर लपके गए। उन्होंने 39 गेंद की अपनी पारी में छह चौके और एक छक्का मारा।
धोनी ने पोलार्ड की गेंद को मिडविकेट बाउंड्री पर चार रन के लिए भेजकर खाता खोला और साथ ही 13.4 ओवर में टीम के रनों का सैकड़ा पूरा किया। हरभजन ने अगले ओवर में गेंद जेम्स फ्रेंकलिन को थमाई तो हसी ने उनकी पहली गेंद को ही बाउंड्री के दर्शन करा दिए। हसी हालांकि अगली गेंद को छह रन के लिए भेजने की कोशिश में बाउंड्री पर कुलकर्णी को कैच दे बैठे। उन्होंने 39 गेंद का सामना करते हुए आठ चौके और एक छक्का मारा।
कुलकर्णी ने जडेजा (01) को रोहित के हाथों कैच कराया। धोनी ने इसके बाद ब्रावो के साथ मिलकर ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की। धोनी ने 19वें ओवर में मलिंगा पर अपना पसंदीदा हेलीकाप्टर शाट खेलते हुए छक्का जड़ा जबकि कुलकर्णी के अंतिम ओवर में ब्रावो ने लगातार दो छक्के जड़े। धोनी ने पारी की अंतिम गेंद पर दो रन के साथ 20 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। मुंबई की ओर से धवल कुलकर्णी ने 46 रन देकर तीन विकेट चटकाए।
चेन्नई के 188 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए मुंबई की टीम नियमित अंतराल पर विकेट गंवाने के कारण नौ विकेट पर 149 रन ही बना सकी। चेन्नई की ओर से ड्वेन ब्रावो ने 10 जबकि एल्बी मोर्कल ने 31 रन देकर दो दो विकेट चटकाए। मुंबई के लिए ड्वेन स्मिथ ने सर्वाधिक 38 रन ही पारी खेली।
इससे पहले चेन्नई सुपरकिंग्स ने धोनी (20 गेंद में नाबाद 51, छह चौके और दो छक्के) और ब्रावो (14 गेंद में नाबाद 33, तीन चौके और दो छक्के) के साथ सिर्फ 4.5 ओवर में छठे विकेट के लिए 73 रन की अटूट साझेदारी करके टीम का स्कोर पांच विकेट पर 187 रन तक पहुंचाया। माइकल हसी (49) और एस बद्रीनाथ (47) ने भी उम्दा पारियां खेलते हुए उस समय 94 रन जोड़े जब टीम सिर्फ एक रन पर दो विकेट गंवा चुकी थी। धोनी ने तीन कैच भी लपके। चेन्नई की टीम एक समय नौ ओवर में दो विकेट पर सिर्फ 47 रन बनाकर जूझ रही थी लेकिन अंतिम 11 ओवर में उसने 140 रन बटोरे। इस जीत के साथ चेन्नई ने 25 मई को होने वाले दूसरे क्वालीफायर में जगह बना ली है जहां उसका सामना दिल्ली डेयरडेविल्स से होगा और इस मैच का विजेता 27 मई को होने वाले फाइनल में कोलकाता नाइट राइडर्स से भिड़ेगा।
स्मिथ और सचिन तेंदुलकर (11) ने पांच ओवर में 47 रन जोड़कर एक बार फिर मुंबई को तूफानी शुरूआत दिलाई लेकिन इस जोड़ी के टूटने के बाद मुंबई ने लगतार विकेट गंवाए। स्मिथ ने शादाब जकाती पर चौके के साथ खाता खोलने के बाद बेन हिल्फेंहास पर चौका और छक्का जड़ा। उन्होंने स्मिथ के अगले ओवर में भी दो चौके और एक छक्का मारा।
तेंदुलकर ने जकाती पर दो चौके मारे लेकिन वह स्मिथ के साथ गलतफहमी का शिकार होकर रन आउट हो गए। तेंदुलकर ने जकाती की गेंद पर कट शाट खेला लेकिन रविंद्र जडेजा ने बैकवर्ड प्वाइंट पर शानदार क्षेत्ररक्षण करते हुए उनका शाट रोक दिया। स्मिथ इस बीच रन के लिए दौड़ पड़े लेकिन तेंदुलकर क्रीज पर खड़े रहे। तेंदुलकर ने हालांकि स्मिथ की अच्छी फार्म में देखते हुए अपना विकेट कुरबान करने का फैसला किया और अपनी क्रीज से बाहर आ गए।
स्मिथ भी इसके बाद अधिक देर नहीं टिक पाए और जकाती की गेंद पर प्वाइंट में जडेजा को आसान कैच दे बैठे। उन्होंने 22 गेंद का सामना करते हुए पांच चौके और दो छक्के मारे। मोर्कल ने दिनेश कार्तिक (06) और रोहित शर्मा (14) को लगातार ओवरों में विकेटकीपर कप्तान धोनी के हाथों कैच कराके मुंबई की राह बेहद मुश्किल कर दी। इस समय टीम का स्कोर 10.1 ओवर में चार विकेट पर 77 रन था।
आर अश्विन ने इसके बाद अंबाती रायुडू (11) को डीप मिडविकेट पर मुरली विजय के हाथों कैच कराया जबकि ब्रावो ने जेम्स फ्रेंकलिन (13) की पारी का अंत किया। मुंबई को अंतिम छह ओवर में 85 रन की दरकार थी और उसके लिए यह लक्ष्य पहाड़ जैसा साबित हुआ। सुरेश रैना ने हिल्फेंहास की गेंद पर हरभजन सिंह (01) का शानदार कैच लपका। ब्रावो ने इसके बाद कीरोन पोलार्ड (16) को आउट करके मुंबई के ताबूत में अंतिम कील ठोकने का काम किया।
इससे पहले चेन्नई की शुरूआत काफी खराब रही। धवल कुलकर्णी ने दूसरे ओवर की पहली दो गेंद पर ही सलामी बल्लेबाज विजय (01) और रैना (00) को पवेलियन ही राह दिखा दी।
हरभजन 11वें ओवर में गेंदबाजी के लिए लौटे तो बद्रीनाथ और हसी ने उन पर छक्के जड़ते हुए 19 रन बटोरे। ब्रदीनाथ इसके बाद कीरोन पोलार्ड की गेंद को उठाकर मारने की कोशिश में रोहित शर्मा द्वारा लांग आन पर लपके गए। उन्होंने 39 गेंद की अपनी पारी में छह चौके और एक छक्का मारा।
धोनी ने पोलार्ड की गेंद को मिडविकेट बाउंड्री पर चार रन के लिए भेजकर खाता खोला और साथ ही 13.4 ओवर में टीम के रनों का सैकड़ा पूरा किया। हरभजन ने अगले ओवर में गेंद जेम्स फ्रेंकलिन को थमाई तो हसी ने उनकी पहली गेंद को ही बाउंड्री के दर्शन करा दिए। हसी हालांकि अगली गेंद को छह रन के लिए भेजने की कोशिश में बाउंड्री पर कुलकर्णी को कैच दे बैठे। उन्होंने 39 गेंद का सामना करते हुए आठ चौके और एक छक्का मारा।
कुलकर्णी ने जडेजा (01) को रोहित के हाथों कैच कराया। धोनी ने इसके बाद ब्रावो के साथ मिलकर ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की। धोनी ने 19वें ओवर में मलिंगा पर अपना पसंदीदा हेलीकाप्टर शाट खेलते हुए छक्का जड़ा जबकि कुलकर्णी के अंतिम ओवर में ब्रावो ने लगातार दो छक्के जड़े। धोनी ने पारी की अंतिम गेंद पर दो रन के साथ 20 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। मुंबई की ओर से धवल कुलकर्णी ने 46 रन देकर तीन विकेट चटकाए।
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