इंदौर:
पिछले दिनों एक समाचार चैनल के स्टिंग आपरेशन में फंसने के बाद निलंबित हुए पांच क्रिकेटरों में शामिल मोहनीश मिश्रा और टीपी सुधींद्र को यहां पांच जून से होने वाली एक घरेलू टी-20 स्पर्धा में हिस्सा लेने से भी रोक दिया गया है।
इंदौर संभागीय क्रिकेट संगठन (आईडीसीए) के सचिव अमिताभ विजयवर्गीय ने रविवार को बताया, ‘‘हमें मध्यप्रदेश क्रिकेट संगठन (एमपीसीए) से खबर मिली है कि फिलहाल सुधींद्र और मिश्रा के खेलने पर प्रतिबंध जारी है। लिहाजा ये दोनों क्रिकेटर आगामी जेएन भाया मेमोरियल अंतर संभागीय टी-20 स्पर्धा में हिस्सा नहीं ले सकेंगे।’’
समाचार चैनल के स्टिंग ऑपरेशन के मुताबिक आईपीएल में डेक्कन चार्जर्स की ओर से खेलने वाले तेज गेंदबाज सुधींद्र मध्यप्रदेश की इसी घरेलू प्रतियोगिता के पिछले साल आयोजित संस्करण में जानबूझकर नोबाल फेंकने के लिये कथित तौर पर रिश्वत लेने को राजी हो गये थे।
बहरहाल स्पॉट फिक्सिंग विवाद के सामने आने के बाद आयोजकों ने टी-20 स्पर्धा के पांच जून से शुरू होने वाले चौथे संस्करण में खिलाड़ियों पर कड़ी निगरानी के हरसंभव इंतजामों का दावा किया है। इसमें ड्रेसिंग रूम में क्रिकेटरों के मोबाइल ले जाने पर पाबंदी शामिल है।
विजयवर्गीय ने बताया कि स्पाट फिक्सिंग विवाद के मद्देनजर एमपीसीए ने भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआई) को पत्र भी लिखा है। इसके बाद बीसीसीआई अपने भ्रष्टाचार निरोधक दस्ते को टूर्नामेंट पर नजर रखने के लिये भेज सकता है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि आईडीसीए इस दस्ते को पूरा सहयोग देगा। इसके साथ ही, खिलाड़ियों को जिन होटलों में ठहराया जायेगा, उनके क्लोज सर्किट टीवी (सीसीटीवी) फुटेज पर भी पैनी नजर रखी जायेगी ताकि पता चल सके कि उनसे कौन लोग मिल रहे हैं। विजयवर्गीय ने बताया कि छह दिवसीय घरेलू टी-20 प्रतियोगिता के आयोजन के लिये आईडीसीए ने करीब एक करोड़ रुपये का बजट रखा है। इसमें इंदौर के अलावा उज्जैन, नर्मदापुरम, सागर, रीवा, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर और भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचईएल) की टीमें हिस्सा लेंगी।
इंदौर संभागीय क्रिकेट संगठन (आईडीसीए) के सचिव अमिताभ विजयवर्गीय ने रविवार को बताया, ‘‘हमें मध्यप्रदेश क्रिकेट संगठन (एमपीसीए) से खबर मिली है कि फिलहाल सुधींद्र और मिश्रा के खेलने पर प्रतिबंध जारी है। लिहाजा ये दोनों क्रिकेटर आगामी जेएन भाया मेमोरियल अंतर संभागीय टी-20 स्पर्धा में हिस्सा नहीं ले सकेंगे।’’
समाचार चैनल के स्टिंग ऑपरेशन के मुताबिक आईपीएल में डेक्कन चार्जर्स की ओर से खेलने वाले तेज गेंदबाज सुधींद्र मध्यप्रदेश की इसी घरेलू प्रतियोगिता के पिछले साल आयोजित संस्करण में जानबूझकर नोबाल फेंकने के लिये कथित तौर पर रिश्वत लेने को राजी हो गये थे।
बहरहाल स्पॉट फिक्सिंग विवाद के सामने आने के बाद आयोजकों ने टी-20 स्पर्धा के पांच जून से शुरू होने वाले चौथे संस्करण में खिलाड़ियों पर कड़ी निगरानी के हरसंभव इंतजामों का दावा किया है। इसमें ड्रेसिंग रूम में क्रिकेटरों के मोबाइल ले जाने पर पाबंदी शामिल है।
विजयवर्गीय ने बताया कि स्पाट फिक्सिंग विवाद के मद्देनजर एमपीसीए ने भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआई) को पत्र भी लिखा है। इसके बाद बीसीसीआई अपने भ्रष्टाचार निरोधक दस्ते को टूर्नामेंट पर नजर रखने के लिये भेज सकता है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि आईडीसीए इस दस्ते को पूरा सहयोग देगा। इसके साथ ही, खिलाड़ियों को जिन होटलों में ठहराया जायेगा, उनके क्लोज सर्किट टीवी (सीसीटीवी) फुटेज पर भी पैनी नजर रखी जायेगी ताकि पता चल सके कि उनसे कौन लोग मिल रहे हैं। विजयवर्गीय ने बताया कि छह दिवसीय घरेलू टी-20 प्रतियोगिता के आयोजन के लिये आईडीसीए ने करीब एक करोड़ रुपये का बजट रखा है। इसमें इंदौर के अलावा उज्जैन, नर्मदापुरम, सागर, रीवा, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर और भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचईएल) की टीमें हिस्सा लेंगी।
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MP T-20 Cricket Tournament, Mohnish-Sudhindhra Banned, मध्य प्रदेश, टी20 टूर्नामेंट, मोहनीश मिश्रा, टीपी सुधींद्र, प्रतिबंध