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'व्हाइट-बॉल क्रिकेट में एक अच्छे कोच हैं लेकिन', गौतम गंभीर के टेस्ट कोचिंग पर इंग्लैंड स्टार ने उठाया सवाल

Monty Panesar on Gautam Gambhir as Test Coach: अभी, भारतीय टीम टेस्ट क्रिकेट में कमजोर है. यह सच्चाई है. यह उतनी मजबूत नहीं है. इसमें समय लगेगा. जब आप तीन बड़े खिलाड़ियों को रिटायर करते हैं, तो बाकी खिलाड़ियों को तैयार रखना मुश्किल हो जाता है,

'व्हाइट-बॉल क्रिकेट में एक अच्छे कोच हैं लेकिन', गौतम गंभीर के टेस्ट कोचिंग पर इंग्लैंड स्टार ने उठाया सवाल
Gautam Gambhir as Team India Test Coach

Monty Panesar on Gautam Gambhir as Test Coach: हेड कोच गौतम गंभीर के अंडर टीम इंडिया टेस्ट क्रिकेट में संघर्ष कर रही है. एशियन दिग्गजों को हेड कोच गंभीर के अंडर दो बार क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा है - न्यूजीलैंड (3-0) और दक्षिण अफ्रीका (2-0) के खिलाफ. जब पनेसर से गौतम गंभीर के हेड कोच के कार्यकाल के बारे में पूछा गया, तो इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि गंभीर एक अच्छे व्हाइट-बॉल कोच हैं क्योंकि वह उस फॉर्मेट में सफल रहे हैं.

पनेसर ने यह भी सुझाव दिया कि गंभीर रणजी ट्रॉफी क्रिकेट में रेड-बॉल कोच बन सकते हैं और उन्हें रणजी ट्रॉफी कोचों से बात करनी चाहिए कि रेड-बॉल क्रिकेट में टीम कैसे बनाई जाती है. "गौतम गंभीर व्हाइट-बॉल क्रिकेट में एक अच्छे कोच हैं क्योंकि वह सफल रहे हैं. वह रणजी ट्रॉफी कोच बन सकते हैं, और उन्हें उन कोचों से बात करनी चाहिए जिन्होंने रणजी ट्रॉफी में कोचिंग दी है कि रेड बॉल क्रिकेट में टीम कैसे बनाई जाती है.

अभी, भारतीय टीम टेस्ट क्रिकेट में कमजोर है. यह सच्चाई है. यह उतनी मजबूत नहीं है. इसमें समय लगेगा. जब आप तीन बड़े खिलाड़ियों को रिटायर करते हैं, तो बाकी खिलाड़ियों को तैयार रखना मुश्किल हो जाता है," पूर्व इंग्लैंड क्रिकेटर ने कहा.

पनेसर ने इस बात पर ज़ोर दिया कि टीम इंडिया व्हाइट-बॉल फॉर्मेट में विराट कोहली को मिस नहीं कर रही है, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में टीम उन्हें मिस कर रही है, जो साफ दिखता है. "व्हाइट-बॉल फॉर्मेट में, आपको विराट कोहली की कमी ज़्यादा महसूस नहीं होगी. लेकिन हां, टेस्ट क्रिकेट में, यह साफ़ है कि विराट कोहली नहीं हैं, और टीम की इंटेंसिटी कम है."

पैनसर ने यह भी कहा कि भारतीय टीम रेड-बॉल क्रिकेट के लिए तैयार नहीं है. उन्होंने कहा कि युवा खिलाड़ियों को इस फॉर्मेट में कड़ी मेहनत करनी होगी, लेकिन उनका ध्यान सिर्फ़ IPL कॉन्ट्रैक्ट पर है. पूर्व इंग्लैंड क्रिकेटर ने कहा, "भारतीय खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट के लिए तैयार नहीं हैं. भारत में, जो खिलाड़ी T20 और ODI में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, वे टेस्ट क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन नहीं करते हैं."

पैनसर ने कहा, "रणजी ट्रॉफी और भारत की टेस्ट टीम के बीच बहुत बड़ा गैप है. रणजी ट्रॉफी सिस्टम भी बहुत कमज़ोर है. लड़के सिर्फ़ IPL में खेलना चाहते हैं. वे एक बड़ा कॉन्ट्रैक्ट पाना चाहते हैं. वे T20I और ODI में खेलना चाहते हैं. 4-दिवसीय क्रिकेट में बहुत ज़्यादा मेहनत लगती है. इसीलिए वे कम समय देना चाहते हैं." उन्होंने आगे कहा, "वे T20 क्रिकेट में ज़्यादा पैसे कमाते हैं. वे टेस्ट क्रिकेट में कम पैसे कमाते हैं. लेकिन सच्चाई यह है कि रणजी ट्रॉफी का घरेलू क्रिकेट बहुत कमज़ोर है. भारत को टेस्ट क्रिकेट में वापसी करने में कुछ समय लगेगा."

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