माइकल क्लार्क (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट खिलाड़ी फिल ह्यूजेस की पहली पुण्यतिथि करीब आ रही है। इस बीच हाल ही में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने वाले पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क का कहना है कि ऐसा कोई दिन नहीं बीता जब उन्होंने अपने इस छोटे भाई को याद न किया हो।
आगामी शुक्रवार को माइकल क्लार्क मिश्रित भावनाओं से घिर जाएंगे। एक ओर उन्हें अपनी बेटी के जन्म की खुशी होगी, जो फिलहाल अस्पताल में है तो दूसरी ओर उनके लिए छोटे भाई की तरह रहे उनकी टीम के पूर्व खिलाड़ी फिल ह्यूजेस की पहली पुण्यतिथि भी होगी।
करीब एक साल पहले एक घरेलू मैच के दौरान फिल ह्यूजेस को सिडनी के मैदान में गंभीर चोट लगी थी। जिसके बाद ह्यूजेस की अस्पताल में मौत हो गई थी। एक साल बीत जाने के बाद भी 34 वर्षीय क्लार्क को लगता है कि उन्हें अब भी यकीन नहीं होता है कि उनका सबसे अच्छा दोस्त अब नहीं रहा।
क्लार्क कहते हैं, 'मैं रोज ह्यूज के बारे में सोचता हूं।' सीन अबॉट की बाउंसर जब 25 वर्षीय ह्यूज को लगी उस समय वह 63 रन पर खेल रहे थे। उस बाउंसर के चोटिल होकर ह्यूज जमीन पर गिर पड़े थे, उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया था। इसके बाद उन्हें कभी होश नहीं आया और तीन दिन बाद अस्पताल में ही ह्यूज की मौत हो गई थी।
हालांकि क्लार्क अपनी पत्नी और हाल में जन्मी बेटी के साथ अस्पताल में होंगे, लेकिन उनके लिए ह्यूज की पहली पुण्यतिथि पर उन्हें भूलाना आसान नहीं होगा। क्लार्क कहते हैं, 'पुण्यतिथि का दिन बहुत मुश्किल भरा होगा, मेरा मानना है कि जो लोग उस दिन मैदान पर खेल रहे होंगे उनके लिए और भी ज्यादा मुश्किल होगी।'
उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि हमें ह्यूज के परिवार का साथ देना चाहिए और यह जरूरी है। हमें उस परिवार का सम्मान करना चाहिए।'
आगामी शुक्रवार को माइकल क्लार्क मिश्रित भावनाओं से घिर जाएंगे। एक ओर उन्हें अपनी बेटी के जन्म की खुशी होगी, जो फिलहाल अस्पताल में है तो दूसरी ओर उनके लिए छोटे भाई की तरह रहे उनकी टीम के पूर्व खिलाड़ी फिल ह्यूजेस की पहली पुण्यतिथि भी होगी।
करीब एक साल पहले एक घरेलू मैच के दौरान फिल ह्यूजेस को सिडनी के मैदान में गंभीर चोट लगी थी। जिसके बाद ह्यूजेस की अस्पताल में मौत हो गई थी। एक साल बीत जाने के बाद भी 34 वर्षीय क्लार्क को लगता है कि उन्हें अब भी यकीन नहीं होता है कि उनका सबसे अच्छा दोस्त अब नहीं रहा।
क्लार्क कहते हैं, 'मैं रोज ह्यूज के बारे में सोचता हूं।' सीन अबॉट की बाउंसर जब 25 वर्षीय ह्यूज को लगी उस समय वह 63 रन पर खेल रहे थे। उस बाउंसर के चोटिल होकर ह्यूज जमीन पर गिर पड़े थे, उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया था। इसके बाद उन्हें कभी होश नहीं आया और तीन दिन बाद अस्पताल में ही ह्यूज की मौत हो गई थी।
हालांकि क्लार्क अपनी पत्नी और हाल में जन्मी बेटी के साथ अस्पताल में होंगे, लेकिन उनके लिए ह्यूज की पहली पुण्यतिथि पर उन्हें भूलाना आसान नहीं होगा। क्लार्क कहते हैं, 'पुण्यतिथि का दिन बहुत मुश्किल भरा होगा, मेरा मानना है कि जो लोग उस दिन मैदान पर खेल रहे होंगे उनके लिए और भी ज्यादा मुश्किल होगी।'
उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि हमें ह्यूज के परिवार का साथ देना चाहिए और यह जरूरी है। हमें उस परिवार का सम्मान करना चाहिए।'
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं