नागपुर में दूसरे टी-20 मैच में मनीष पांडे ने 26 गेंदों में 30 रन बनाए...
नई दिल्ली:
क्रिकेट के खेल में हुनर के साथ-साथ किस्मत का भी अपना अहम रोल होता है. इसीलिए इसे लक का खेल भी कहा जाता है. आपने कई बार कप्तानों को यह कहते हुए सुना होगा कि किस्मत ने साथ नहीं दिया अन्यथा मैच का नतीजा कुछ और होता. ऐसा कई बार देखा भी गया है कि आमतौर पर जिस गेंद को बल्लेबाज सीमा रेखा के बाहर भेज देता है, किस्मत का साथ नहीं मिलने पर उसी गेंद पर कैच भी दे बैठता है. नागपुर टी-20 में किस्मत न केवल विराट कोहली का साथ दिया बल्कि मनीष पांडे भी इसकी वजह से आउट होते-होते बच गए. यह अलग बात है कि दोनों ही बल्लेबाज इसका फायदा नहीं उठा पाए. (यह भी पढ़ें- आशीष नेहरा, जसप्रीत बुमराह ने दिलाई रोमांचक जीत, टीम इंडिया ने सीरीज में 1-1 से बराबरी की )
उधर, विराट कोहली की किस्मत भी बुलंद रही. दूसरे ओवर की तीसरी गेंद पर विराट कोहली को 2 रन पर जीवनदान मिला, जब सैम बिलिंग्स ने टाइमल मिल्स की गेंद पर उनका मुश्किल कैच विकेटकीपर के पीछे बाउंड्री लाइन के पास टपका दिया. इसमें 5 रन बने. तीसरे ओवर में भी कोहली क्रिस जॉर्डन की गेंद पर पगबाधा होते-होते बचे. (यह भी पढ़ें- आखिरी ओवर का रोमांच, जसप्रीत बुमराह ने इंग्लैंड से खींच ली जीत...)
खासतौर से मनीष पांडे तो पूरी तरह से किस्मत के धनी रहे. उनकी बैटिंग के दौरान गेंद बिल्कुल विकटों पर जा लगी लेकिन आईसीसी के एक नियम के कारण वे आउट नहीं हुए. उस समय मनीष 10 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे. हालांकि मनीष पांडेय किस्मत का साथ मिलने के बावजूद भी कोई बड़ी पारी नहीं खेल सके और 26 गेंदों में 30 रन बनाकर चलते बने.
इस तरह बाल-बाल बचे मनीष
15वें ओवर की गेंदबाजी करने के लिए इंग्लैंड की ओर से बेन स्टोक्स ने मोर्चा संभाला. युवराज सिंह के आउट होने के बाद मैदान पर मनीष पांडे बल्लेबाजी करने के लिए आए. गेंदबाजी में सामने थे बेन स्टोक्स. 14.5वें ओवर में स्टोक्स से कम लंबाई के गेंद गेंद डाली. मनीष पांडे ने लेट कट की कोशिश की लेकिन सफल नहीं हुए. गेंद सीधे जाकर ऑफ़ स्टंप पर लगी लेकिन मनीष को आउट करार नहीं दिया गया. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि गिल्लियां नहीं गिरीं. जबकि स्टंप की एलईडी लाइट्स फ्लैश हुईं थीं.
यह है आईसीसी का नियम
आईसीसी के एक नियम के अनुसार विकेट पर गेंद लगने के बाद किसी बल्लेबाज को तभी आउट दिया जाता है जब गिल्लियां नीचे गिर जाए. मनीष पांडे इसी नियम के चलते बच गए.
मनीष दिखा नहीं सके कमाल
दूसरे टी-20 मैच में भी मनीष अपने बल्ले से कमाल नहीं दिखा सके. युवराज सिंह के आउट होने के बाद 10.3वें ओवर में मनीष मैदान पर आए थे. लेकिन आज रंगे में नहीं दिखे. शुरुआत में मनीष बहुत ही धीमा खेले. दूसरे छोर पर लोकेश राहुल रन बटोरते रहे. केएल राहुल को जब जॉर्डन ने जब स्टोक्स के हाथो कैच आउट कराया तब भारत का स्कोर 125/4 था. बाद में तेजी से रन बनाने का दबाव बढ़ा तो अपना विकेट गंवा दिया. कानपुर टी-20 मैच में भी मनीष केवल 3 रनों का योगदान दे सके थे और मोइन अली का शिकार हुए थे.
उधर, विराट कोहली की किस्मत भी बुलंद रही. दूसरे ओवर की तीसरी गेंद पर विराट कोहली को 2 रन पर जीवनदान मिला, जब सैम बिलिंग्स ने टाइमल मिल्स की गेंद पर उनका मुश्किल कैच विकेटकीपर के पीछे बाउंड्री लाइन के पास टपका दिया. इसमें 5 रन बने. तीसरे ओवर में भी कोहली क्रिस जॉर्डन की गेंद पर पगबाधा होते-होते बचे. (यह भी पढ़ें- आखिरी ओवर का रोमांच, जसप्रीत बुमराह ने इंग्लैंड से खींच ली जीत...)
खासतौर से मनीष पांडे तो पूरी तरह से किस्मत के धनी रहे. उनकी बैटिंग के दौरान गेंद बिल्कुल विकटों पर जा लगी लेकिन आईसीसी के एक नियम के कारण वे आउट नहीं हुए. उस समय मनीष 10 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे. हालांकि मनीष पांडेय किस्मत का साथ मिलने के बावजूद भी कोई बड़ी पारी नहीं खेल सके और 26 गेंदों में 30 रन बनाकर चलते बने.
इस तरह बाल-बाल बचे मनीष
15वें ओवर की गेंदबाजी करने के लिए इंग्लैंड की ओर से बेन स्टोक्स ने मोर्चा संभाला. युवराज सिंह के आउट होने के बाद मैदान पर मनीष पांडे बल्लेबाजी करने के लिए आए. गेंदबाजी में सामने थे बेन स्टोक्स. 14.5वें ओवर में स्टोक्स से कम लंबाई के गेंद गेंद डाली. मनीष पांडे ने लेट कट की कोशिश की लेकिन सफल नहीं हुए. गेंद सीधे जाकर ऑफ़ स्टंप पर लगी लेकिन मनीष को आउट करार नहीं दिया गया. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि गिल्लियां नहीं गिरीं. जबकि स्टंप की एलईडी लाइट्स फ्लैश हुईं थीं.
यह है आईसीसी का नियम
आईसीसी के एक नियम के अनुसार विकेट पर गेंद लगने के बाद किसी बल्लेबाज को तभी आउट दिया जाता है जब गिल्लियां नीचे गिर जाए. मनीष पांडे इसी नियम के चलते बच गए.
मनीष दिखा नहीं सके कमाल
दूसरे टी-20 मैच में भी मनीष अपने बल्ले से कमाल नहीं दिखा सके. युवराज सिंह के आउट होने के बाद 10.3वें ओवर में मनीष मैदान पर आए थे. लेकिन आज रंगे में नहीं दिखे. शुरुआत में मनीष बहुत ही धीमा खेले. दूसरे छोर पर लोकेश राहुल रन बटोरते रहे. केएल राहुल को जब जॉर्डन ने जब स्टोक्स के हाथो कैच आउट कराया तब भारत का स्कोर 125/4 था. बाद में तेजी से रन बनाने का दबाव बढ़ा तो अपना विकेट गंवा दिया. कानपुर टी-20 मैच में भी मनीष केवल 3 रनों का योगदान दे सके थे और मोइन अली का शिकार हुए थे.
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