यह ख़बर 16 मई, 2013 को प्रकाशित हुई थी

आइए जानते हैं, क्या होती है स्पॉट फिक्सिंग...?

खास बातें

  • शांताकुमारन श्रीसंत, अजित चन्दीला और अंकित चव्हाण की गिरफ्तारी के बाद क्रिकेट जगत में एक बार फिर स्पॉट फिक्सिंग सुर्खियों में है, और आम क्रिकेट प्रेमी इसके बारे में विस्तार से जानना चाहता है... आइए जानते हैं, क्या होती है स्पॉट फिक्सिंग...
नई दिल्ली:

शांताकुमारन श्रीसंत, अजित चन्दीला और अंकित चव्हाण की गिरफ्तारी के बाद क्रिकेट जगत में एक बार फिर स्पॉट फिक्सिंग सुर्खियों में है, और आम क्रिकेट प्रेमी इसके बारे में विस्तार से जानना चाहता है... आइए जानते हैं, क्या होती है स्पॉट फिक्सिंग...

क्रिकेट में स्पॉट फिक्सिंग, दरअसल, मैच फिक्सिंग से कुछ अलग होती है। जहां मैच फिक्सिंग के लिए पूरी टीम को राजी करना पड़ता है, वहीं स्पॉट फिक्सिंग किसी एक खिलाड़ी के जरिये भी हो सकती है। मैच फिक्सिंग पूरे मैच की हार या जीत के लिए होती है, जबकि स्पॉट फिक्सिंग आमतौर पर एक बॉल या एक ओवर के लिए भी हो सकती है।

वैसे सिर्फ गेंदबाज ही नहीं, स्पॉट फिक्सिंग बल्लेबाजों और फील्डरों के साथ भी की जाती है, लेकिन बुकीज़ का सबसे आसान निशाना गेंदबाज होते हैं। आमतौर पर बुकीज़ ओवर के हिसाब से बॉलर के साथ सौदा करते हैं, और यह तय किया जाता है कि किस ओवर में कितने रन दिए जाने हैं, या किस गेंद पर छक्का या चौका लगेगा, या कौन-सी गेंद नो बॉल या वाइड बॉल होगी।


-----------------------------------------------------------------------------------------------------------
- यह भी ज़रूर पढ़ें -
-----------------------------------------------------------------------------------------------------------

* IPL में स्पॉट फिक्सिंग : श्रीसंत समेत तीन खिलाड़ी, 11 बुकी गिरफ्तार
* भ्रष्टाचार बिल्कुल बर्दाश्त नहीं, जांच करवाएंगे : बीसीसीआई प्रमुख
* स्पॉट फिक्सिंग : परिजनों ने कहा, फंसाया गया है चंदीला को
* फिक्सिंग कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी : राजस्थान रॉयल्स
-----------------------------------------------------------------------------------------------------------
-----------------------------------------------------------------------------------------------------------

इसके बाद इसे लेकर सट्टेबाजी की जाती है। वैसे भारत में सट्टेबाजी गैरकानूनी है, लेकिन आईपीएल में यह काफी बड़ा कारोबार है। इसे मुंबई तथा देश के अन्य हिस्सों में अंडरग्राउंड सिन्डीकेट चलाते हैं, और सूत्रों के मुताबिक बुकी अब कारों में बैठकर ऑपरेट करते हैं, ताकि पहचाने जाने से बच सकें।
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

पहले से तय एक भी गेंद पर गेंदबाज का अलग किस्म का मूव बुकीज़ का लाखों−करोड़ों का खेल बना और बिगाड़ सकता है, इसीलिए गेंदबाजों के साथ होने वाली डील भी लाखों-करोड़ों में होती है। बताया जाता है कि एक−एक ओवर के लिए 50−50 लाख रुपये तक गेंदबाजों को ऑफर किए जाते हैं।