यह ख़बर 07 नवंबर, 2013 को प्रकाशित हुई थी

कोलकाता टेस्ट : सचिनमय ईडन में रोहित और अश्विन ने किया कमाल

कोलकाता:

सचिन तेंदुलकर के केवल 41 मिनट क्रीज पर बिताने के बाद पगबाधा आउट होने से जब दर्शकों में निराशा घर कर गई थी, तब अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे रोहित शर्मा ने जाबांज शतकीय पारी खेलकर भारत का पहले टेस्ट क्रिकेट मैच में वेस्ट इंडीज पर पलड़ा भारी कर दिया।

रोहित ने नाबाद 127 रन की बेहतरीन पारी खेली। उन्हें रविचंद्रन अश्विन (नाबाद 92) के रूप में बहुत अच्छा जोड़ीदार मिला, जिसके साथ उन्होंने सातवें विकेट के लिए अब तक 198 रन जोड़े हैं। भारत ने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक छह विकेट पर 354 रन बनाए और इस तरह से उसने पहली पारी में 234 रन बनाने वाले वेस्ट इंडीज पर 120 रन की बढ़त बना ली।

रोहित की इस पराक्रमी पारी से कैरेबियाई ऑफ स्पिनर शेन शिलिंगफोर्ड (130 रन देकर चार विकेट) का सुबह के सत्र का करिश्माई प्रदर्शन भी फीका पड़ गया। शिलिंगफोर्ड ने सुबह चार विकेट लिए, जिससे भारत का स्कोर पांच विकेट पर 83 रन हो गया। इसके बाद हाल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे में दोहरा शतक जड़ने वाले रोहित ने अपने कौशल और क्रिकेट कला का बेजोड़ नमूना पेश किया। उन्होंने अब तक 228 गेंद का सामना करके 16 चौके और एक छक्का लगाया है। रोहित ने कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (42) के साथ छठे विकेट के लिए 73 रन जोड़कर टीम को शुरुआती झटकों से उबारा।

अश्विन ने अपने बल्लेबाजी कौशल से कैरेबियाई गेंदबाजों को हतप्रभ किया। उन्होंने अपनी पारी में अब तक 148 गेंदों का सामना करके 10 चौके लगाए हैं। रोहित ने हालांकि साबित किया कि वह इस बल्लेबाज का स्थान लेने के सच्चे दावेदार हैं। उन्होंने बेहद अनुशासित बल्लेबाजी की और ढीली गेंदों पर करारा शॉट जमाए। रिकॉर्ड 108 वनडे खेलने के बाद टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने वाले मुंबई के इस 26-वर्षीय बल्लेबाज ने शिलिंगफोर्ड पर भारतीय पारी का एकमात्र छक्का भी लगाया। उन्होंने शेल्डन कोटरेल पर लगातार दूसरा चौका जड़कर अपना शतक पूरा करने के बाद खुशी में मुट्ठी हवा में भींची। इसके लिए उन्होंने 194 गेंद खेली तथा 12 चौके लगाए।

रोहित भारत की तरफ से पदार्पण मैच में शतक जड़ने वाले 14वें भारतीय और ईडन गार्डन्स पर यह कारनामा करने वाले दुनिया के पांचवें बल्लेबाज हैं। इससे पहले सुबह शिलिंगफोर्ड ने भारत की मशहूर बल्लेबाजी लाइनअप को झकझोरने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

उन्होंने तेंदुलकर का कीमती विकेट भी लिया। इसमें कोई संदेह नहीं कि शिलिंगफोर्ड ने संन्यास की घोषणा कर चुके तेंदुलकर को अपने 'दूसरा' से चकमा दिया, लेकिन गेंद उनकी जांघ के उपरी हिस्से में लगी थी। टीवी रीप्ले से लग रहा था कि गेंद उनके स्टंप के उपर से निकल सकती थी। भारत ने सुबह बिना किसी नुकसान के 37 रन से आगे खेलना शुरू किया और दिन के तीसरे ओवर में ही शिखर धवन के रूप में अपना पहला विकेट गंवा दिया। उन्होंने बाहर जाती गेंद अपने स्टंप पर खेली।

ऐसे समय में धैर्य बनाये रखने की जरूरत थी, लेकिन शिलिंगफोर्ड की गेंद खेलने के लिए विजय आगे निकल गए और बाकी काम रामदीन ने कर दिया। तेंदुलकर जब क्रीज पर आए, तो 30 हजार दर्शकों ने 'सचिन-सचिन' की गूंज के साथ उनका स्वागत किया। टिनो बेस्ट ने उनके स्टंप को निशाने पर रखा, लेकिन तेंदुलकर पर इसका असर नहीं पड़ा और उन्होंने प्वाइंट पर एक रन लेकर अपना खाता खोला। उन्होंने शिलिंगफोर्ड की गेंद चार रन के लिए भेजी और फिर इसी गेंदबाज पर लेग ग्लांस से एक और खूबसूरत चौका लगाया। दर्शक जब तेंदुलकर के हर शॉट का जश्न मना रहे थे, तभी अंपायर की अंगुली उठ गई।

इस बीच, अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे शेल्टन कोटरेल ने भी खाता खोला। चेतेश्वर पुजारा (17) ने उनकी उठती गेंद विकेटकीपर के सिर के ऊपर से खेलनी चाही, लेकिन वह बल्ले का किनारा लेकर रामदीन के पास चली गई। विराट कोहली (3) भी तेंदुलकर के पीछे पैवेलियन लौट गए। शिलिंगफोर्ड की गेंद अच्छी फॉर्म में चल रहे इस बल्लेबाज के बल्ले और पैड से लगकर कीरेन पावेल के पास पहुंची। लंच के बाद टिनो बेस्ट ने धोनी को आउट करके वेस्ट इंडीज को छठी सफलता दिलाई। धोनी ने गलत शॉट खेलकर विकेट के पीछे कैच दिया।


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