
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2023) लीग के 16वें सीज़न की शुरूआत 31 मार्च से होने जा रही है. आईपीएल का ये सीज़न इस बार कुछ ख़ास होने वाला है. दरअसल दुनिया की सबसे पॉपुलर क्रिकेट लीग इस बार कुछ नए रूल्स के साथ शुरू होने जा रही है. जिसमें से एक है इम्पैक्ट प्लेयर रूल (Impact Player Rule) जिसकी खासियत ये है कि किसी भी मैच में कोई भी टीम 12 खिलाड़ियों को मैदान पर उतार सकती है. एक अतिरिक्त खिलाड़ी अब एक 'इम्पैक्ट प्लेयर' के रूप में मैदान पर अपनी छाप छोड़ने में सफल होगा. आईपीएल में यह नियम नया है लेकिन ऑस्ट्रेलिया की बिग बैश लीग (बीबीएल) में पहले ही इसका इस्तेमाल हो चुका है.
इम्पैक्ट प्लेयर के पास होगी ये पावर
नियम की अगर बात करें तो ये हर एक टीम को मैच में एक 'इम्पैक्ट प्लेयर' लाने की अनुमति देता है, चाहे वह गेंदबाज़ी हो या बल्लेबाज़ी. टीम शीट जमा करते समय, कप्तानों को चार सब्सीट्यूट खिलाड़ियों के नाम देने की अनुमति होगी, जिनमें से किसी एक को बाद में बुलाया जा सकता है.'इम्पैक्ट प्लेयर' पिच पर आने के समय से ही सब कुछ कर सकता है, चाहे वह बल्लेबाजी हो, गेंदबाजी हो या फील्डिंग हो. लेकिन, "इम्पैक्ट प्लेयर केवल एक भारतीय खिलाड़ी हो सकता है जब तक कि फ्रैंचाइज़ी के प्लेइंग इलेवन में चार से कम विदेशी खिलाड़ी न हों."
विदेशी खिलाड़ी को रिप्लेस करेगा या खिलाड़ी
BCCI के अनुसार, "एक विदेशी खिलाड़ी जो टीम शीट में शामिल 4 सब्सीट्यूट का हिस्सा है, उसे 'इम्पैक्ट प्लेयर' के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है.अगर कोई टीम किसी मैच में किसी विदेशी खिलाड़ी को इंपैक्ट प्लेयर के रूप में लाना चाहती है, तो किसी भी परिस्थिति में 5वां विदेशी खिलाड़ी मैदान में उतरेगा." यह भी ध्यान रखना होगा कि 'इम्पैक्ट प्लेयर' को पारी शुरू होने से पहले, या एक ओवर पूरा होने के बाद खेल में लाया जा सकता है. जब बैटिंग साइड की बात आती है, तो 'इम्पैक्ट प्लेयर' को एक विकेट गिरने पर, या जब एक बल्लेबाज़ एक ओवर के दौरान किसी भी समय रिटायर होने का फैसला करता है, लाया जा सकता है. हालाँकि, 'इम्पैक्ट प्लेयर' को टीम के कप्तान के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है.
टीमों को मिलेगा ये फायदा
माइक हेसन ने कहा, "नीलामी से पहले हमने इम्पैक्ट प्लेयर रूल के बारे में सुना, इसलिए जाहिर तौर पर हमने इसे देखा और सोचा कि हम इसे कैसे यूज़ कर सकते हैं, आप किसी भी समय खिलाड़ी का परिचय दे सकते हैं, चाहे कोई बल्लेबाज़ आउट हो या नहीं. तो हाँ, मुझे लगा कि यह एक अच्छी बात है."
"मुझे लगता है कि टॉस के बाद XI का नाम देने के रूल ने इस नियम के प्रभाव को काफी हद तक कम कर दिया है. यह अब ये एक सब्सीट्यूट नियम है. अगर आप पहले बल्लेबाजी करते हैं, तो आप एक बल्लेबाज़ को टीम में शामिल करते हैं और दूसरी पारी में एक अतिरिक्त गेंदबाज़ लाते हैं और इसके विपरीत इसलिए टॉस के बाद, आप सिर्फ अपनी बल्लेबाजी XI या गेंदबाजी XI देते हैं, इसलिए कोई प्रभाव नियम नहीं है, यह काफी हद तक सीधे-सीधे सब्सीट्यूट नियम है.
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर फ्रेंचाइजी के मुख्य कोच संजय बांगड़ ने कहा, "यह 12 प्लेइंग बनाम 12 प्लेइंग होने जा रहा है क्योंकि ज्यादातर टीमें चाहती हैं कि उनके एक्सपर्ट उनके बल्लेबाजी स्लॉट या गेंदबाजी स्लॉट पर कब्जा कर लें." बता दें कि बीसीसीआई ने पिछली सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के दौरान इस रूल का प्रयोग कर लिया था और अब यह आईपीएल में देखने को मिलेगा.
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