एमएके पटौदी व्‍याख्‍यानमाला के लिए केविन पीटरसन को चुनने से बीसीसीआई सचिव नाराज, कही यह बात...

बीसीसीआई के कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी ने 12 जून को पुरस्कार समारोह के दौरान वार्षिक एमएके पटौदी स्मृति व्याख्यान देने के लिए केविन पीटरसन को चुने जाने पर नाराजगी जताई है.

एमएके पटौदी व्‍याख्‍यानमाला के लिए केविन पीटरसन को चुनने से बीसीसीआई सचिव नाराज, कही यह बात...

दक्षिण अफ्रीका में जन्‍मे केविन पीटरसन ने इंग्‍लैंड के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट खेला (फाइल फोटो)

खास बातें

  • 12 जून को आयोजित होनी है पटौदी स्‍मृति व्‍याख्‍यानमाला
  • बीसीसीआई ने सुझाए थे प्रसन्‍ना, बेग और कांट्रैक्‍टर के नाम
  • ये तीनों ही खिलाड़ी पटौदी के साथ क्रिकेट खेले हैं
नई दिल्ली:

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी ने 12 जून को पुरस्कार समारोह के दौरान वार्षिक एमएके पटौदी स्मृति व्याख्यान देने के लिए इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन को चुने जाने पर नाराजगी जताई है. चौधरी ने इससे पहले इस व्याख्यान के लिये चुने गए कुमार संगकारा , नासिर हुसैन , सौरव गांगुली और केविन पीटरसन के नामों पर भी कड़ी आपत्ति व्यक्त की थी. वह पुराने जमाने के भारतीय दिग्गजों को नजरअंदाज करने के लिए बीसीसीआई महाप्रबंधक ( क्रिकेट संचालन ) सबा करीम से नाराज थे. गौरतलब है कि चौधरी ने व्‍याख्‍यानमाला के लिए पुराने जमाने के क्रिकेटर ईरापल्ली प्रसन्ना, अब्बास अली बेग, नारी कांट्रैक्टर के नाम सुझाए थे. ये तीनों क्रिकेटर टाइगर के साथ खेल चुके हैं.

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कार्यवाहक सचिव ने एक ईमेल में पूर्व भारतीय विकेटकीपर करीम पर तंज कसा है. इससे पहले करीम ने घोषणा की थी कि उन्हें ‘यह घोषणा करते हुए खुशी है कि केविन पीटरसन एमएके पटौदी स्मृति व्याख्यान देने पर सहमत हो गए हैं.’चौधरी ने पीटरसन के संदर्भ में लिखा है, ‘महाप्रबंधक ( क्रिकेट संचालन ) की खुशी को देखकर मुझे सोचने पर मजबूर कर दिया कि यह एमएके पटौदी स्मृति व्याख्यान है या सर लेन हटन व्याख्यान या इस संदर्भ में सर फ्रैंक वूली स्मृति व्याख्यान है.’झारखंड के इस पूर्व पुलिस अधिकारी ने नाराजगी जतायी है कि करीम ने उनके सुझावों पर गौर नहीं किया और इस पर उनसे संपर्क भी नहीं किया.

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उन्होंने करीम से पांच सवाल पूछे हैं- 1- बेंगलुरू में आठ मई को इस विषय पर बिना किसी चर्चा के चार नामों की सूची कैसे सामने आ गई ?
2- सूची में 75 प्रतिशत नाम विदेशी खिलाड़ियों के क्यों हैं?
3- व्याख्यान देने के लिए ( पीटरसन के चयन की ) प्रांसगिकता के बारे में विस्तार से नहीं बताया गया?
4- जब सीओए विनोद राय ने कहा था कि वह अन्य नामों पर विचार करने के लिये तैयार हैं तब संगकारा की अनुपलब्धता के बारे में क्यों नहीं बताया गया?
5- किस अधिकार के आधार पर पीटरसन का नाम तय किया गया जबकि ऐसा करने के लिये अनुमति नहीं ली गई?

कार्यवाहक सचिव ने करीम पर आरोप लगाए हैं कि उन्होंने सीओए को उनके सुझाव नहीं बताये और वह एकतरफा फैसले कर रहे हैं. (इनपुट: एजेंसी)


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