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जो रूट रिकॉर्ड तोड़ भी दें तो सचिन तेंदुलकर हमेशा रहेंगे 'क्रिकेट के भगवान' !

Sachin Tendulkar vs Joe Root: सचिन तेंदुलकर को "भगवान" की उपाधि  मैथ्यू हेडन  ने दिया था. जिसके बाद से यह नाम उनके साथ जुड़ गया है

जो रूट रिकॉर्ड तोड़ भी दें तो सचिन तेंदुलकर हमेशा रहेंगे 'क्रिकेट के भगवान' !
Joe Root vs Sachin Tendulkar: कौन है असली क्रिकेट का भगवान !
  • रूट वर्तमान में टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं और तेंदुलकर के बाद दूसरे नंबर पर हैं
  • सचिन तेंदुलकर ने अपने टेस्ट करियर में कुल 15921 रन बनाए हैं जबकि जो रूट के नाम अभी तक 13777 रन दर्ज हैं
  • जो रूट सचिन से केवल 2144 रन पीछे हैं और यदि फिटनेस बनी रहती है तो रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं
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Who is better, Sachin or Root: वर्तमान क्रिकेट में जो रूट इकलौते ऐसे खिलाडी़ हैं जो टेस्ट क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर के सबसे ज्यादा रनों के रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं. सचिन ने अपने टेस्ट करियर में 15921 रन बनाए हैं वहीं, जो रूट के नाम इस समय 13,777 रन बना चुके हैं, रूट, सचिन से अब सिर्फ 2144 रन पीछे हैं. यही कारण है कि रूट के पास सचिन के इस बड़े रिकॉर्ड को तोड़ने का मौका है. लेकिन चाहे जो भी है, रूट यदि सचिन का यह रिकॉर्ड तोड़ भी दें तो किकेट का असली भगवान सचिन ही रहेंगे. उनसे यह उपाधी कोई नहीं छीन सकता है. 

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सचिन vs  रूट:

जो रूट सक्रिय खिलाड़ियों में टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं और वह सर्वकालिक सूची में सचिन तेंदुलकर के बाद दूसरे नंबर पर मौजूद हैं, अब तक रूट ने टेस्ट में 162 मैच खेलकर 13777 रन बनाए हैं जिसमें 40 शतक और 66 अर्धशतक दर्ज है. यहां से रूट , सचिन से 2144 रन पीछे हैं. कई पूर्व दिग्गजों का मानना है कि रूट यदि अपनी फिटनेस को बनाए रखते हैं तो तेंदुलकर के इस रिकॉर्ड को तोड़ने में सफल रह सकते हैं. 

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लेकिन सचिन तेंदुलकर  "भगवान" हैं भगवान ही रहेंगे. 

सचिन तेंदुलकर को "भगवान" की उपाधि  मैथ्यू हेडन  ने दिया था. जिसके बाद से यह नाम उनके साथ जुड़ गया है. लेकिन सही मायने में सचिन ही इस उपाधि के हकदार हैं. सचिन दुनिया के इकलौते ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्होंने करियर में 100 इंटरनेशनल शतक ठोके हैं. 

24 साल तक अकेले भारत की उम्मीदों को अपने कंधों पर ढोते रहे 

90s- 2000s के दशक में भारतीय क्रिकेट का मतलब सचिन तेंदुलकर था. सचिन अकेले 24 साल तक भारत की उम्मीदों को अपने कंधों पर ढोते रहे हैं. सचिन में सबसे बड़ी खूबी मैदान पर उनका शांत स्वभाव रहना, विनम्रता और खेल के प्रति समर्पण ने उन्हें दुनिया भर में अपार सम्मान दिलाया है.

क्रिकेट में अभूतपूर्व प्रभाव

सचिन का क्रिकेट पर अभूतपूर्व प्रभाव रहा है .24 साल का करियर कोई मामूली बात नहीं है. 24 साल के करियर में तेंदुलकर ने कई रिकॉर्ड बनाए हैं. तेंदुलकर इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन (34,357) बनाने वाले और 100 इंटरनेशनल शतक लगाने वाले दुनिया के इकलौते बल्लेबाज हैं, सचिन का यह रिकॉर्ड टूटना मुश्किल है. 

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साल 2011 के वर्ल्ड कप का खिताब जीतने के बाद विराट कोहली ने सचिन को अपने कंधे पर उठाया था. 

सचिन तेंदुलकर ने 21 सालों तक देश का भार उठाया है, अब समय आ गया है कि हम उन्हें उठाएं

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